भव्य का हाथ मुझे पकड़वा दो, बाकी काम मेरा : मनोहर लाल —मुख्यमंत्री बोले, 17 साल पहले धोखा करने वालों से बदला लें आदमपुर की जनता—चौ. भजनलाल को मुख्यमंत्री बनने से रोकने के लिए रातोंरात रचा गया षड़यंत्र—षड़यंत्र रचने वाले लोग मांगने आ रहे वोट, उनसे पूछो किस मुंह से मांग रहे हैं वोट—कांग्रेस एक डूबता जहाज, आदमपुर की जनता उसे डुबोने के लिए धक्का लगा दें—जसमा देवी मेरी बड़ी बहन, जसमा देवी को पोडियम तक लेकर आए मुख्यमंत्री आदमपुर(हिसार)। चुनाव प्रचार के अंतिम दिन आदमपुर की अनाज मंडी में खचाखच भरे पंडाल में सीएम मनोहर लाल ने कहा कि ये सिर्फ एक चुनाव नहीं बल्कि एक मौका है, कांग्रेस पार्टी को अंतिम चोट मारने का। उन्होंने कहा कि ये उपचुनाव 26 साल से वनवास में बैठे आदमपुर के लोगों के लिए मौका है। सीएम ने कहा कि 2005 में कांग्रेस पार्टी ने चौधरी भजनलाल के साथ धोखा किया था। उन्होंने कहा कि उस समय भजनलाल सीएम के दावेदार थे लेकिन पार्टी ने उन्हें सीएम नहीं बनाकर आदमपुर के साथ धोखा किया था, लेकिन अब वही लोग फिर से आदमपुर के आगे झोली फैलाए बैठे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह उपचनुाव 2005 का हिसाब-किताब चुकता करने का मौका है। पिछले 26 साल में जो कमियां रही उन्हें दो साल में पूरी करने की जिम्मेदारी मैं लेता हूं। उन्होंने कहा कि आदमपुर मुझे भव्य का हाथ पकड़ा दे उसके बाद सारी जिम्मेदारी मेरी है। जनसभा में पहुंचने पर पार्टी नेता कुलदीप बिश्नोई व उम्मीदवार भव्य बिश्नोई ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल व उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला का पगड़ी पहनाकर व शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2005 में कांग्रेस ने चौ. भजनलाल को मुख्यमंत्री बनाने के नाम पर वोट मांगे, कांग्रेस को 67 सीटें मिली लेकिन रातोंरात षड़यंत्र रचा गया और मुख्यमंत्री किसी ओर को बना दिया गया। यह धोखा हरियाणा के किसी और हिस्से के साथ नहीं था, यह आदमपुर के लोगों से धोखा था और एक ही झटके में आदमपुर को सत्ता से दूर करके राजनीतिक वनवास की ओर धकेल दिया गया। यदि ये लोग उस समय आदमपुर का हाथ पकड़ते, विकास करवाते और कोई भेदभाव नहीं करते तो आज आदमपुर की विकास में दुर्गति नहीं होती। आज ये लोग आपके बीच रंग व भेष बदलकर आ रहे हैं, कम से कम उनसे पूछ तो लो कि क्या उन्हें यहां वोट मांगने का अधिकार है। उन्होंने कहा कि चुनाव प्रचार का आज अंतिम दिन है, दो दिन आपके पास बाकी है, एक—एक वोटर को मनाओ और भव्य को अधिक से अधिक मतों से विजयी बनाकर विधानसभा में भेजो। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह उपचुनाव हिसाब—किताब चुकता करने का चुनाव है। कांग्रेस से हिसाब किताब चुकता करो और भव्य को भारी मतों से विजयी बनाकर उसका हाथ मुझे पकड़वा दो, आगे का काम मेरा है, आदमपुर की जिम्मेवारी मैं लेता हूं। उन्होंने कहा कि आदमपुर उपचुनाव के लिए कांग्रेस को कोई उम्मीदवार नहीं मिला। जींद में भी यही हुआ था, कैथल से कांग्रेस उम्मीदवार लेकर आई, हमने जनता के सहयोग से उसे वापिस कैथल ही भेज दिया। आदमपुर में भी कांग्रेस ने वही प्रयोग किया है, कोई उम्मीदवार नहीं मिला तो एक फ्यूज बल्ब को लाया गया है, आदमपुर की जनता ध्यान रखें और उसे भी जींद वाला तरीका आजमाते हुए पैक करके कैथल भेज दें। उन्होंने कहा कि कांग्रेस उम्मीदवार के लिए केवल पिता—पुत्र ही वोट मांग रहे है, किरण चौधरी, रणदीप सुरजेवाला, कुमारी सैलजा व अन्य नेता साथ नहीं है। कई नेता तो हिसार तक आकर औपचारिकता करके चले गये क्योंकि उन्हें हार निश्चित दिखाई दे रही है। मुख्यमंत्री ने जनसभा के दौरान आदमपुर की जनता से सवाल किया कि क्या वे कांग्रेस के उस उम्मीदवार को वोट देना पंसद करेंगे, जिसके विचार ही आपके बारे में ठीक नहीं है। जो आपको गालियां देता हो, मैं मंच से उन गालियों का नाम नहीं ले सकता लेकिन क्षेत्र की जनता अवश्य विचार करें कि उन्हें गाली देने वाले का क्या करना है। ऐसे लोग किसी के नहीं होते, उन्हें केवल अशांति फैलाने से मतलब होता है लेकिन हमारी सरकार ने ऐसे लोगों के लिए पर्याप्त प्रबंध कर रखे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के जो लोग दलित हितैषी होने के नाम पर घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं, वे बताएं कि डा. अशोक तंवर व कुमारी सैलजा के साथ कैसा व्यवहार किया गया। वास्तव में ऐसे लोगों को दलित समाज से प्रेम नहीं बल्कि उस व्यक्ति से प्रेम है जो उनकी जेब में आ जाए, और आज ऐसा ही हो रहा है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हमारी सरकार ने प्रदेश का समान विकास करते हुए कास्ट, करप्शन व क्राइम पर चोट की है, अपराधियों को बुल्डोजर का डर सता रहा है। उन्होंने आदमपुर क्षेत्र में हुए विकास कार्यों का ब्यौरा दिया और कहा कि कुलदीप बिश्नोई कांग्रेस के विधायक होते हुए भी उनके पास लंबी लिस्ट लेकर पहुंच जाते थे और कहते थे कि मुझे हलके के काम करवाने हैं। ऐसे व्यक्ति के जज्बे को मैं सलाम करता हूं और भरोसा दिलाता हूं कि जो स्वप्न इस हलके की जनता ने विकास के लिए देखा है, जो विकास चौ. भजनलाल ने करवाया था, उससे भी कहीं ज्यादा विकास कार्य भव्य बिश्नोई करवाएंगे। इसके साथ ही सरकार ने शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वाभिमान, सुरक्षा व स्वावलंबन पर जोर दिया है। आदमपुर हलके में पहले एक ही कॉलेज था, लेकिन अब बालसमंद का सरकारी कॉलेज भी शुरू हो गया है। तबादलों, शिकायतों व अन्य कार्यों के लिए जनता को अब चंडीगढ़ के चक्कर नहीं लगाने पड़ते बल्कि सब काम आनलाइन कर दिया गया है। उन्होंने कुलदीप बिश्नोई के संबोधन का हवाला देते हुए कहा कि क्षेत्र का कोई व्यक्ति उनसे नाराज तो हो सकता है लेकिन खिलाफ नहीं है, थोड़ी बहुत नाराजगी शादी—ब्याह में चलती रहती है लेकिन फिर अपने मतभेद दूर करके शादी ब्याह को सिरे चढ़ाते हैं, अब भी ऐसा ही करो, नाराजगी दूर करो और भव्य के पक्ष में मतदान करके उसे कामयाब बनाओ। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस की राजनीति एक परिवार के आसपास ही घूमती रही है। इस परिवार को अपने स्वार्थ के अलावा कभी कुछ दिखाई नहीं दिया। यदि किसी ने अपने स्वाभिमान के चलते इस परिवार के खिलाफ जाने का प्रयास किया तो या तो उसे पार्टी से निकाल दिया गया या फिर परिवार ने अपनी पार्टी ही तोड़ दी, नीलम संजीव रेड्डी का राष्ट्रपति चुनाव इस बात का उदाहरण है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अब डूबता जहाज है, उसे बचाने में सहारा मत लगाना बल्कि डुबोने में थोड़ा सहारा लगा दो। एक, दो प्रदेशों में ही कांग्रेस की सरकार बची है, राजस्थान की कांग्रेस सरकार हिचकोले खा रही है, उसे बचा लो बचती हो तो, नहीं तो वह कभी भी जा सकती है। सीएम ने कांग्रेस उम्मीदवार जयप्रकाश को बताया फ्यूज बल्बसीएम ने कहा कि पिता पुत्र हरियाणा में लगातार लगे हुए है। पार्टी के नेता साथ नहीं दे रहे। न कुमारी सैलजा आ रही, न सुरजेवाला आ रहा है और न ही किरण चौधरी आ रही है। इस इलाके में उम्मीदवार नहीं मिला। जिस पर हाथ रखते थे, वहीं निकल जाता। आखिरकार एक फ्यूज बल्ब जयप्रकाश को इंपोर्ट करके लाए। एक नेता जींद उप चुनाव में आए थे, उन्हें पैक करके वापस कैथल में भेज दिया था। इन्हें भी पैक करके 6 नवंबर को कैथल में भेज देंगे। जयप्रकाश करते रहे हैं आदमपुर की जनता को अपमानितसीएम ने कहा कि जयप्रकाश हमेशा आदमपुर के लोगों को गालियां देते आया है। इस क्षेत्र के लोगों को गालियां दी। इसने 2014 के उप चुनाव में भी भूपेंद्र हुड्डा को भी गालियां दी थी। इसलिए सारी बातें ध्यान करनी होगी। हम जातिगत राजनीति नहीं करते। हम सब जातियों का सम्मान करते हैं, एक जाति के लिए नहीं लड़ते। हरियाणा एक हरियाणवी का नारा दिया था। किसी जगह से वोट कम भी आया, हमने भेदभाव नहीं किया। जो प्रदेशाध्यक्ष जेब में नहीं आता वह प्यारा नहींसीएम ने कहा कि भूपेंद्र हुड्डा अनुसूचित जाति का प्यार दिखा रहे हैं। इन्होंने अशोक तंवर के साथ क्या किया। जब वह प्रदेश का अध्यक्ष था। प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा भी थी आपको प्रदेशाध्यक्ष वही प्यारा है जो आपकी जेब में आ जाए। जो जेब में नहीं आता, वो आपको प्यारा नहीं है। आदमपुर में भजनलाल की विरासत का मालिक हमारे पास आ गया तो कांग्रेस कहां रही। ये बापू-बेटा अपनी इज्जत बचाने में लगे हुए है। केंद्र की नई कार्यकारिणी से भी इन्हें बाहर निकाल दिया। हुड्डा जब मुख्यमंत्री थे, तब राम- रमी करने आतेसीएम मनोहर लाल ने कहा कि मिर्चपुर कांड भी इसी जिले का है, हमने उनके आवास की व्यवस्था ढंढूर गांव में की। सालों से टेंट लगाकर वे लोग बैठे थे। इसलिए किसी के बकहावे में नहीं आना। कभी ये राम रमी करते हैं, जब मुख्यमंत्री थे, तब करने आते, आज जरूरत ना पड़ती। उस समय आपने भजनलाल को धोखा दिया और इस इलाके का काम नहीं किया। आदमपुर के लोग नासमझ नहीं है, यहां के लोग नाराज हो सकते हैं लेकिन खिलाफ नहीं। जब ब्याह शादी आता है छोटी मोटी नाराजगी दूर हो जाती है। इसलिए युवा मित्र भव्य बिश्नोई को जिताओ। क्राइम, करप्शन और कास्ट पोलटिक्स को खत्म कियाप्रदेश सरकार की उपलब्धियों का बखान करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हम 8 वर्ष से इस प्रदेश की सेवा कर रहे हैं। पहले दिन, वर्ष 2014 से जो संकल्प लिए थे उन्हें लगातार पूरा कर रहे हैं। कांग्रेस ने जो वातावरण खड़ा किया था, उसने क्राइम, करप्शन और कास्ट पॉलिटिक्स का वातावरण बनाया, हम उस पर चोट कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सीएम विंडो के जरिए 12 लाख काम किए, ऑनलाइन ट्रांसफर की पॉलिसी बनाई है। प्रदेश में योग्यता के आधार पर नौकरियां मिल रही हैं, पर्ची-खर्ची का खेल खत्म कर दिया है। प्रदेश में बदमाशों पर शिकंजा कसा जा रहा है, बदमाश अब हरियाणा से भागने लगे हैं। सरकार ने नागरिकों को सुरक्षा दी है। कुलदीप ने मांगी माफीकुलदीप ने कहा कि मैंने आपके कहने पर विधानसभा से इस्तीफा दिया। कोई गांव की सरपंची नहीं छोड़ता, मेरी कुर्बानियों को आशीर्वाद देना, आदमपुर का दौर वापस लाना चाहता था। हमारे बहुत से साथी प्रदेश भर से आए है। उनसे, मेरे से भव्य और रेणुका से यदि कोई भूल हुई है तो मैं मंच से आप सभी लोगों से माफी मांगता हूं, लेकिन इसका गुस्सा किसी पर मत निकालना। कईयों की चाय छूट गई, परंतु इसका गुस्सा वोटों पर मत निकाल देना। मैं मन से कहता हूं कि इनसे बेहतर मुख्यमंत्री नहीं देखा। यह क्वालिटी भजनलाल में देखी थी। मैंने दुष्यंत चौटाला को फोन किया कि सड़कें टूटी पड़ी हैं। हमारा पारिवारिक रिश्ता है। इसलिए कुछ बजट दीजिए। दुष्यंत चौटाला ने आदमपुर मंडी के लिए 29 करोड़ का बजट दिया। एक बढ़िया गठबंधन है। इस पार्टी में जाना मेरे जीवन का सबसे बढ़िया फैसला है। मंच पर ये रहे उपस्थित मंच पर उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला, गृह मंत्री अनिल विज, कृषि मंत्री एवं प्रभारी जेपी दलाल, बिजली मंत्री रणजीत सिंह, सहकारिता मंत्री डा. बनवारी लाल, शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर, मंत्री डा. कमल गुप्ता, करनाल के सांसद संजय भाटिया, राज्यसभा सांसद एवं सह प्रभारी कृष्ण पंवार, डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा, राज्यमंत्री अनूप धानक, हिसार के सांसद बृजेन्द्र सिंह, सांसद सुनीता दुग्गल, राज्यसभा सांसद डा. डीपी वत्स, जजपा के प्रदेश अध्यक्ष स. निशान सिंह, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला, पूर्व मंत्री कैप्टन अभिमन्यु, कुलदीप बिश्नोई, भव्य बिश्नोई, पूर्व विधायक जसमा देवी, पूर्व मंत्री कृष्ण बेदी एवं भाजपा प्रदेश महामंत्री एडवोकेट वेदपाल सहित अनेक मंत्री, सांसद, विधायक व वरिष्ठ नेता उपस्थित रहे। Post navigation आखिरकार लगे उपमुख्यमंत्री के पोस्टर बालसमंद रैली में आदमपुर की जनता ने भाजपा को हराने का मन बना लिया है – दीपेन्द्र हुड्डा