पीपीपी बनाने को लेकर सभी बूथों पर लगाई जाएंगी टीमें, शनिवार व रविवार को भी बनेंगे पीपीपी सभी सरकारी व निजी विद्यालयों से भी पीपीपी का डेटा किया जाएगा एकत्रित आगामी 10 दिन में पीपीपी बनवाने की उपायुक्त ने की आमजन से अपील गुरूग्राम, 31 अक्टूबर। गुरूग्राम व मानेसर नगर निगम क्षेत्रों की वार्डबंदी का कार्य परिवार पहचान पत्र(पीपीपी) के आधार पर किया जाएगा। इसके लिए नगर निगम गुरूग्राम तथा मानेसर क्षेत्र में पड़ने वाले सभी बूथों पर पीपीपी बनाने को लेकर टीमें लगाई जाएंगी ताकि जिन लोगों ने अभी तक अपने परिवार पहचान पत्र नही बनवाए हैं वे इन बूथों पर जाकर अपने परिवार पहचान पत्र बनवा लें। इसके लिए जनप्रतिनिधियों को शामिल करते हुए लोगों को परिवार पहचान पत्र बनवाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। यह जानकारी आज उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने लघु सचिवालय में वार्डबंदी को लेकर गठित एडहॉक कमेटी की अध्यक्षता करते हुए दी। इस बैठक में मेयर मधु आजाद, विधायक सत्यप्रकाश जरावता, अतिरिक्त उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा, नगर निगम मानेसर की संयुक्त आयुक्त अल्का चौधरी, बादशाहपुर के एसडीएम एवं गुरूग्राम नगर निगम के संयुक्त आयुक्त सतीश यादव सहित कमेटी के अन्य सदस्यों ने भाग लिया। बैठक में परिवार पहचान पत्र बनवाने को लेकर विस्तार से चर्चा की गई। उपायुक्त ने कहा कि ज्यादातर सरकारी योजनाओं को अब परिवार पहचान पत्र से जोड़ा जा रहा है। बिना परिवार पहचान पत्र के आमजन के लिए इन योजनाओं का लाभ लेने में परेशानी हो सकती है। ऐसे में यह निर्णय लिया गया है कि परिवार पहचान पत्र के डेटा के आधार पर ही इन दोनो निगम क्षेत्रों की वार्डबंदी की जाए। पीपीपी बनाने के कार्य को समयबद्ध तरीके से पूरा करने के लिए सभी बूथों पर स्टॉफ की नियुक्ति की गई है। इनके अलावा, जिला के सभी अटल सेवा केन्द्रों अर्थात् सीएससी पर भी परिवार पहचान पत्र बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा पार्षदों को बूथों पर तैनात स्टॉफ की सूची उनके मोबाइल नंबर के साथ उपलब्ध करवाई जाएगी। इस दौरान बूथों पर वोटर कार्ड बनाने तथा इसे आधार से लिंक करने का कार्य भी किया जाएगा। उन्होंने जनप्रतिनिधियों का आह्वान करते हुए कहा कि वे अपने वार्ड के लोगों को परिवार पहचान पत्र बनवाने के लिए प्रेरित करें ताकि इस कार्य को जल्द से जल्द पूरा किया जा सके। वार्डबंदी के लिए औसतन 40 हजार की जनसंख्या को एक वार्ड में रखा जाएगा। ऐसे में जरूरी है कि जिन क्षेत्रों में परिवार पहचान पत्र कम बने हैं वहां पर पार्षद व आरडब्ल्यूए के प्रतिनिधि लोगों को पीपीपी बनवाने के लिए प्रेरित करें। परिवार पहचान पत्र बनवाने के कार्य में तेजी लाने के लिए यह सुनिश्चित किया जाएगा कि जिला के सभी सरकारी व निजी विद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के परिवार पहचान पत्र बने हुए हों। उन्होंने कहा कि इस बारे में सभी विद्यालयों को निर्देशित किया जाएगा कि वे अपने यहां अध्ययन करने वाले सभी विद्यार्थियों का परिवार पहचान पत्र बनवाना सुनिश्चित करें और उस डेटा को जिला प्रशासन के साथ आगामी एक सप्ताह में सांझा करें। उन्होंने कहा कि परिवार पहचान पत्र एक जरूरी दस्तावेज है, इसलिए जिन लोगों ने अभी तक नही बनवाया है वे इसे जल्द से जल्द बनवा लें। बैठक में कमेटी के सदस्यों ने पीपीपी जल्द बनवाने को लेकर सुझाव भी दिए । उपायुक्त ने कहा कि चूंकि गुरूग्राम में दूसरे प्रदेशों की जनसंख्या का आंकड़ा ज्यादा है, ऐसे में हरियाणा में रहने वाले दूसरे प्रदेशों के लोगों को भी अपना पीपीपी बनवाना चाहिए। Post navigation सरदार वल्लभबाई पटेल की जयन्ती पर गुरुग्राम पुलिस द्वारा ‘रन फॉर यूनिटी’ मैराथन दौड़े की गई आयोजित सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयन्ती पर गुरुग्राम पुलिस को दिलाई राष्ट्रीय एकता की शपथ