गुरुग्राम। अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन की गुरुग्राम शाखा के तत्वावधान में आयोजित अन्नकूट महोत्सव एवं स्नेह मिलन समारोह में जन सैलाब उमड़ पड़ा। लोगों की भीड़ का आलम यह रहा कि जितनी भीड़ सुबह ग्यारह बजे थी उतना ही जन समूह सायं चार बजे तक मौजूद था। लोगों की भीड़ जा रही थी और आ रही थी। भारी जनसमूह देख आयोजक विशेषकर वैश्य महासम्मेलन के राष्ट्रीय महासम्मेलन के राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व विधायक उमेश अग्रवाल गदगद नज़र आए। उन्होंने कहा कि पचास हजार लोगों के जुटने का उनका शुरु से आकलन बहुत पीछे छोड़ दिया। उनका कहना है कि सरसरी तौर पर देखें तो सत्तर हजार से अधिक लोगों ने अन्नकूट का भोजन प्रसाद ग्रहण किया।

पहले से तय सुबह ग्यारह बजे से कुछ पहले ही ज्योति प्रज्जवलन का कार्यक्रम शुरु कर दिया गया। इसके साथ ही ग्यारह सौ से अधिक ब्राह्मणों ने शंखनाद एवं खरताल की ध्वनि से पूरे वातावरण को भक्तिमय कर दिया। ज्योति प्रज्जवलन एवं शंखनाद कार्यक्रम का संचालन कर शीतला माता मंदिर के मुख्य पुजारी हरिओम शर्मा ने कहा कि जहां तक शंख ध्वनि जाती है वहां तक वातावरण शुद्ध हो जाता

दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के स्वामी नरेंद्रानंद ने कहा कि अन्नकूट का अथ ही बहुत व्यापक है। प्रकृति संरक्षण ओर गौसंवर्धन के उद्देश्य से अन्नकूट का आयोजन किया जाता है। उन्होंने इस बात पर खेद जताया कि लोग भगवान  श्रीकृष्ण को तो मानते हैं लेकिन श्रीकृष्ण की मानते नहीं हैं। समाज में जो समर्पण और लगाव होना चाहिए था वह कहीं दिखाई नहीं दे रहा है।

इसी बीच शुरु हुए भजन सम्राट कन्हैया लाल मित्तल के श्याम बाबा के भक्ति भजन ‘‘हम पर नजर जब बाबा की पड़ेगी, तेरी भी बनेगी बात-मेरी भी बनेगी’’ पर श्रद्धालु झूम उठे। इसके बाद उन्होंन कई और भजन सुनाए। प्रत्येक भजन पर श्रद्धालु बराबर झूम रहे थे।

ज्योति प्रज्जवलन और शंखनाद के तुरंत बाद प्रसाद भोजन आरंभ कर दिया गया। चार हजार लोगों के एक साथ कतार में कुर्सियों पर बैठ कर प्रसाद ग्रहण करने की व दो हजार लोगों के बुफे सिस्टम से भोजन लेने की व्यवस्था की गई थी। लोगों की इतनी भारी भीड़ के बावजूद कार्यक्रम के समापन तक शांत व्यवस्था बनी हुई थी।

दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष राम निवास गोयल ने अपने वक्तव्य में स्पष्ट कहा कि अन्नकूट का इतना विशाल और व्यवस्थित कार्यक्रम उन्होंन अपने जीवन में नहीं देखा। उन्होंने कहा कि अब उन्होंने यह तो अवश्य सुना था कि श्री उमेश अग्रवाल बड़े कार्यक्रम आयोजित करने के लिए जाने जाते हैं और आज उन्होंने प्रत्यक्षतः देख भी लिया कि भीड़ जुटाने और व्यवस्थित कार्यक्रम करने में वास्तव में ही श्री अग्रवाल माहिर एवं सक्षम हैं। उनका लोगों से नजदीक का जुड़ाव और लगाव बना हुआ है।

कार्यक्रम में पधारे आनंद पीठाधीश्वर डॉ. बालकानंद गिरी, जैन संत सौरभसेन भट्टारक पट्टाचार्य, स्वामी नारायण अश्ररधाम मंदिर के आचार्य धर्ममूति, अक्षर चिंतन व परमहंस भीष्मध्यानानंद महाराज ने भी समारोह आयोजकों और श्रद्धालुओं को आशीर्वाद दिया।

अन्नकूट महोत्सव में आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव पंकज गुप्ता, प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष सुरेश गुप्ता, पूर्व मंत्री धर्मबीर गाबा, सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी व शहर के गणमान्य लोग शामिल हुए। अन्नकूट महोत्सव में व्यापार मंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चेयरमैन एवं भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक बालकिशन अग्रवाल, वैश्य महासम्मेलन उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष सुधीर हल्वासिया, युवा अध्यक्ष श्रीराम अग्रवाल, महमंत्री यूपी भारतभूषण, दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष शारदा गुप्ता, गिरीश बंसल व हेमंत सहित वैश्य महासम्मेलन राष्ट्रीय एवं प्रदेश स्तर के नेता शामिल हुएं इस भव्य महोत्सव का संचालन वैश्य महासम्मेलन के प्रदेश महासचिव दुर्गादत्त गोयल ने किया।

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