संडे को होगा फैसला वार्ड नंबर 9 से मैदान में कितने उम्मीदवार रहेंगे

भाजपा के द्वारा मधु सारवान को बनाया अपनी पार्टी का उम्मीदवार

भाजपा नेता स्व तुलसीराम की पुत्रवधू अंजू दावेदारी को लेकर गंभीर

संडे को होगा फैसला भाजपा नेतृत्व के सामने कौन-कौन करेगा सरेंडर

फतह सिंह उजाला

गुरुग्राम/पटौदी।  जिला गुरुग्राम में जिला परिषद प्रमुख पद अनुसूचित वर्ग की महिला के लिए आरक्षित होने के बाद से इस पद के लिए चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार सहित उनके परिजन सबसे अधिक गंभीर दिखाई दे रहे हैं । खास बात यह है कि जिला परिषद के कुल 10 वार्ड में से वार्ड नंबर 9 अनुसूचित वर्ग महिला के लिए आरक्षित है और जो भी महिला उम्मीदवार इस आरक्षित वार्ड से चुनाव जीतेगी, उसी के सिर पर ही जिला परिषद प्रमुख का ताज होगा या फिर जिला परिषद क्वीन के नाम से जानी जाएगी ।

वार्ड नंबर 9 केंद्र में मंत्री राव इंद्रजीत सिंह का सबसे मजबूत राजनीतिक किला है, यहां से राव इंद्रजीत के पुराने समर्थक कार्यकर्ता बीते काफी महीनों से चुनाव को लेकर अपनी तैयारी करते हुए अपना अपना नामांकन भी दाखिल करने वालों में शामिल है । जिस प्रकार से भारतीय जनता पार्टी के द्वारा जिला परिषद प्रमुख पद सहित जिला पार्षद पद के लिए अपने उम्मीदवार घोषित किए गए, इसकी घोषणा के उपरांत पुराने भाजपा कार्यकर्ताओं में जबरदस्त तरीके से टिकट वितरण को लेकर नाराजगी भी बनी हुई देखी जा रही है । इसी नाराजगी को देखते हुए इस बात से इंकार नहीं की भारतीय जनता पार्टी के जिन कार्यकर्ताओं के द्वारा जिला परिषद प्रमुख की दावेदारी के लिए वार्ड नंबर 9 से अपना नामांकन दाखिल किया जा चुका है, ऐसे उम्मीदवारों पर भाजपा जिला इकाई सहित अन्य नेताओं के द्वारा नामांकन वापस लेने के लिए हर प्रकार कथित रूप से दबाव डालने सहित येन केन प्रकारेण नामांकन वापस लेने के लिए मनाने के प्रयास भी बेहद गंभीरता के साथ किए जाएंगे, इस बात से भी बिल्कुल भी इनकार नहीं किया जा सकता है ।

ऐसी भी चर्चाएं हैं कि भाजपा के द्वारा जिस उम्मीदवार को अपना जिला परिषद प्रमुख पद के लिए टिकट दिया गया है, वह उम्मीदवार भाजपा में नवागत कार्यकर्ता ही माना जा रहा है । बहरहाल टिकट किसको देनी और किसको नहीं देनी, यह भाजपा संगठन और भाजपा नेताओं का अधिकार क्षेत्र है । लेकिन इस बात से भी इनकार नहीं कि लोकतंत्र में चुनाव लड़ने का अधिकार भी प्रत्येक योग्य उम्मीदवार को भी है। अब ऐसे में लाख टके का सवाल यह है कि वार्ड नंबर 9 जोकि अनुसूचित वर्ग की महिला के लिए आरक्षित है , इस वार्ड से कुल 11 महिला उम्मीदवारों के द्वारा अपनी दावेदारी सहित नॉमिनेशन जिला परिषद प्रमुख पद के चुनाव के लिए किया गया है।  अनुसूचित वर्ग की महिला के लिए आरक्षित वार्ड नंबर 9 से नामांकन करने वालों में मुख्य रूप से स्वर्गीय भाजपा नेता तुलसीराम की पुत्रवधू अंजू कुमारी, जिसे कि केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के द्वारा अपना आशीर्वाद और खुला समर्थन चुनाव के लिए दिया हुआ है , वह पूरी तरह से चुनाव लड़ने के लिए अडिग हैं । सूत्रों के मुताबिक अंजू कुमारी के द्वारा साफ साफ कहा गया है कि चुनाव लड़ना हर कार्यकर्ता सहित महिला हो या पुरुष उसका मूलभूत संवैधानिक और मौलिक अधिकार है । ऐसे में यदि भारतीय जनता पार्टी और उनके नेताओं के द्वारा नामांकन वापस लेने के लिए दबाव डाला जाएगा या मजबूर किया जाता है, तो भाजपा का अनुसूचित वर्ग महिला का विरोधी सोच और चेहरा भी सभी के सामने उजागर होने से इनकार नहीं किया जा सकता ।

इसी वार्ड से पूर्व एमएलए रामबीर सिंह की पुत्रवधू अनू पटोदी के द्वारा अपना नामांकन दाखिल किया गया है । गांव शेरपुर से श्रीमती शकुंतला सिंह, इसी गांव से चेतना सिंह, गांव बलेवा से प्रीति रानी ,गांव शेरपुर से पाटोदी पंचायत समिति के पूर्व अध्यक्ष तथा जननायक जनता पार्टी की टिकट से चुनाव लड़ चुके दीपचंद की पुत्री दीपाली चौधरी, गांव डाडावास से संगीता कुमारी , गांव हकदार पुर से पूर्व एमएलए भूपेंद्र चौधरी की पुत्री सुप्रीम कोर्ट की एडवोकेट पर्ल चौधरी , गांव जट शाहपुर से सुनील देवी , गांव कारोला से राजबाला और गांव गुढाना से भाजपा की अधिकृत उम्मीदवार मधु सारवान के द्वारा नामांकन दाखिल किए गए हैं इन सभी ने दीपाली चौधरी सबसे कम उम्र 26 वर्ष की उम्मीदवार है वही राजबाला सबसे अधिक 64 वर्ष की उम्मीदवार मधु सारवान है ।

अब ऐसे में कुल मिलाकर जिला परिषद वार्ड से अधिक , भाजपा नेतृत्व और नेताओं का ध्यान केवल मात्र जिला परिषद प्रमुख पद पर अपने पार्टी के अधिकृत उम्मीदवार को विराजमान करवाना है । इसके लिए सभी भाजपा पदाधिकारियों नेताओं को भी जिम्मेदारियां सौंप दी गई है । सूत्रों के मुताबिक जिस प्रकार से नामांकन वापस लेने और चुनाव चिन्ह आवंटन होने तक जो माहौल दिखाई दे रहा है , उस माहौल को देखते हुए इस बात से इंकार नहीं की भाजपा के जिला परिषद प्रमुख अधिकृत प्रत्याशी को वार्ड नंबर 9 में अपनी ही पार्टी के साथ साथ अन्य उम्मीदवारों से भी जबरदस्त मुकाबला करना पड़ सकता है । जैसे-जैसे चुनाव का माहौल गर्म होगा और मतदान का समय नजदीक आएगा , ऐसे में प्रतिदिन समीकरण भी बदलते हुए दिखाई देंगे। लेकिन जो कुछ भी होगा या होना है , वह केवल मात्र लोकतंत्र में सबसे बड़ी ताकत मतदाताओं के द्वारा किए जाने वाले मतदान के परिणाम से ही स्पष्ट होगा।