मनोहरलाल खट्टर करप्शन के खिलाफ लडने की बजाय सत्ता दुरूपयोग से संघी भ्रष्टाचारे को दबाते रहे और उनके राज में इतना भारी भ्रष्टाचार हुआ, इसका जींवत प्रमाण भाजपा-संघ व संघी नेताओं, कार्यकर्ताओं की विगत 8 सालों में बढी दौलत है : विद्रोही
खट्टर जी के इस दावे में कोई दम नही है कि उन्होंने पांच एस शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा, स्वालम्बन और स्वाभिमान को बढ़ावा दिया है : विद्रोही

27 अक्टूबर 2022 – भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री के रूप में आठ साल पूरेे होने पर हरियाणा मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर के प्रैसवार्ता में किये गए तीन सी के खिलाफ जंग व पांच एस को बढ़ावा देने के दावेे को स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही नेे जुमलेबाजी से प्रदेशवासियों को ठगने का कुप्रयास बताया। विद्रोही ने आरोप लगाया कि विगत आठ सालों को भाजपा खट्टर राज हरियाणा के लिए विनाशकारी रहा है और मुख्यमंत्रीे के रूप में मनोहरलाल खट्टर नागपुर की एक कठपुतली की तरह नाचकर रिमोट कंट्रोल से संघी नागपुरी आकाओ के गुलाम के रूप में हरियाणा में राज करते आ रहे है। मुख्यमंत्री का यह दावा एकदम महाझूठ है कि वे विगत सालों में 3 सी अर्थात करप्शन,े कास्ट और क्राईम के खिलाफ लड़ते रहे।

मनोहरलाल खट्टर के करप्शन के खिलाफ लडने की बजाय सत्ता दुरूपयोग से संघी भ्रष्टाचारे को दबाते रहे और उनके राज में इतना भारी भ्रष्टाचार हुआ, इसका जींवत प्रमाण भाजपा-संघ व संघी नेताओं, कार्यकर्ताओं की विगत 8 सालों में बढी दौलत है। खट्टर राज में एचएसएससी, एचपीएससी भर्ती घोटाला, पेपर लीक घोटाला, डाडम माईन घोटाला, यमुना खनन घोटाला, शराब घोटाला, धान-चावल घोटाला, बाजरा खरीद घोटाला, रजिस्ट्री घोटाला, राशन घोटाला, रोडवेज किलोमीटर स्कीम घोटाला, ओवर लोड घोटाला, पंजाब भू-सरंक्षण 1901 कानून बदलाव जैसे दर्जनों घोटाले है जिसमें हुए अरबो रूपये के घोटालों को खट्टर जी सत्ता दुरूपयोग से दबाते आये है। 

विद्रोही ने कहा कि खट्टर जी नारा एक हरियाणा-एक हरियाणवी का देते है, लेकिन प्रदेश में सत्ता की सारी मलाई जातिवाद के आधार पर केवल तीन जातियों के संघीयों को ही चटा रहे है। सत्ता व प्रशासन में केवल तीन जातियों के संघीयों का कब्जा है। वहीं क्राईम रेट प्रदेश में बहुत ज्यादा बढा है, जिसका प्रमाण एनसीआरबी के आंकडे है। वहीं खट्टर जी के इस दावे में कोई दम नही है कि उन्होंने पांच एस शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा, स्वालम्बन और स्वाभिमान को बढ़ावा दिया है। हरियाणा में भाजपा खट्टर राज में शिक्षा व स्वास्थ्य सेवाओं का ढांचा बुरी तरह से चरमरा चुका है। न तो सरकारी स्कूल, कालेज, विश्वविद्यालयों मेें पर्याप्त शिक्षक व स्र्पोटिंग स्टाफ है और न ही आधारभूत ढांचा। यही हालत स्वास्थ्य सेवाओं की हैं जहां सरकारी अस्पतालों में न तो डाक्टर है और न ही नर्सिंग स्टाफ। ग्रामीण पीएचसी में तालेे पड़े रहते है।

विद्रोही ने कहा कि खट्टर जी का यह दावा भी खोखला है कि उन्हे प्रदेश में सुरक्षा को बढावा दिया है। भाजपा खट्टर राज में कानून व्यवस्था, सामाजिक व आर्थिक तीनों तरह की सुरक्षा व्यवस्था बहुत कमजोर है। स्वालम्बन व स्वाभिमान केवल लुटेरी तीन जातियों के संघीयों का ही बढ़ा है जो दोनो हाथों से प्रदेश को लूट रहे है। जिस प्रदेश में बेरोजगारी चरम पर है, वहां स्वालम्बन व स्वाभिमान बढऩे का दावा करना ही लोगों के जख्मों पर नमक छिकडने जैसा है। विद्रोही ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री खट्टर एक नकारा, कठपुतली मुख्यमंत्री है जिन्होने प्रदेश के मुख्यमंत्री पद सहित हरियाणा को हर क्षेत्र में कमजोर करके सामाजिक, आर्थिक सुरक्षा को तो तार-तार किया है, साथ में प्रदेश के आपसी भाईचारे, सामाजिक सदभाव व प्रेम को तोडकर सत्ता दुरूपयोग से साम्प्रदायिक उन्माद, नफरत व षडयंत्र की राजनीति को बढ़ाया है।

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