वार्ड नंबर 9 से पुत्रवधू अनु पटौदी ने लिया राव का आशीर्वाद पूर्व एमएलए रामवीर की पुत्रवधू जिला परिषद प्रमुख के दावेदार अनू पटोदी और ससुर पूर्व एमएलए रामवीर चुनाव प्रचार में जुटे फतह सिंह उजाला पटौदी । पटौदी के पूर्व एमएलए रामवीर सिंह और केंद्र में मंत्री एवं अहीरवाल के क्षत्रप राव इंद्रजीत सिंह के बीच दूरियां भी नज़दीकियां बनी रही है । बेशक से अलग अलग राजनीतिक पार्टियों में रहते हुए पूर्व एमएलए रामवीर और केंद्र में मंत्री राव इंद्रजीत के बीच राजनीतिक दूरियां रही हो, लेकिन ऐसे भी मौके आए हैं जब सार्वजनिक मंच से केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के द्वारा पटोदी के पूर्व एमएलए रामवीर सिंह के द्वारा उनके कार्यकाल में करवाए गए काम को लेकर खुलकर तारीफ भी की गई है । नवंबर 2017 में भारतीय जनता पार्टी की सरकार और भाजपा सरकार के मुखिया सीएम मनोहर लाल खट्टर के पटौदी आगमन पर सीएम के मंच से ही राव इंद्रजीत सिंह के द्वारा पटौदी के पूर्व एमएलए रामवीर सिंह के द्वारा किए गए कार्यों को लेकर उनका विशेष रूप से उल्लेख कर सभी को चौंका दिया गया था। अब एक लंबे अंतराल के बाद जिला परिषद चेयरमैन अथवा प्रमुख का पद अनुसूचित महिला वर्ग का आरक्षित होने के उपरांत पूर्व एमएलए रामवीर सिंह की पुत्रवधू अनु पटौदी अनुसूचित महिला वर्ग के लिए आरक्षित वार्ड नंबर 9 से ही अपनी दावेदारी को लेकर चुनाव प्रचार में जुटी हुई है । अनु पटौदी के द्वारा अपना नामांकन दाखिल किया जा चुका है , इसी बीच अनु पटौदी अपने ससुर पूर्व एमएलए रणवीर सिंह के साथ दिल्ली लोधी इस्टेट पर मौजूद केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के आवास पर पहुंची और अपने चुनाव लड़ने का उद्देश्य बताते हुए राव इंद्रजीत सिंह से उनके समर्थन की कामना करते हुए आशीर्वाद प्राप्त किया । इससे पहले भी जननायक जनता पार्टी के चुनाव चिन्ह से विधानसभा का चुनाव लड़ने वाले और पटोदी पंचायत समिति के अध्यक्ष रहे दीपचंद की पुत्री दीपाली चौधरी तथा भाजपा के स्वर्गीय नेता तुलसीराम की पुत्रवधू अंजू कुमारी पत्नी दीपक तुलसी खंडेवला भी केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह से आशीर्वाद प्राप्त करने वालों में शामिल हैं । अब ऐसे में देखना यही होगा कि केंद्रीय मंत्री और अहीरवाल के दिग्गज राजनेता जिनका पटौदी विधानसभा क्षेत्र सबसे अधिक मजबूत राजनीतिक किला रहा है, यहां से जिला परिषद प्रमुख के लिए एसी वर्ग की महिला के लिए आरक्षित वार्ड नंबर 9 से चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों में से उनका आशीर्वाद किस को सबसे अधिक फलीभूत हो सकेगा ? इस बात में कतई भी गुंजाइश नहीं है कि आज भी पटौदी विधानसभा क्षेत्र में राव इंद्रजीत सिंह का मजबूत आधार और समर्थकों की फौज मौजूद है। यहा सभी समर्थक राव साहब के एक इशारे मात्र पर बाजी को पलटने की भी क्षमता रखते हैं । लेकिन दूसरी ओर जिस प्रकार से बुधवार को भारतीय जनता पार्टी की जिला इकाई के द्वारा जिला परिषद चुनाव पार्टी सिंबल पर लड़ाए जाने की घोषणा की गई, इस बात को ध्यान में रखते हुए मामला और भी अधिक पेचीदा होता दिखाई दे रहा है। मौजूदा समय में पटौदी से एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावत एमएलए हैं , बीते दिनों मधु सारवान के यहां चाय के निमंत्रण पर पहुंचने के बाद यह बात प्रमुखता के साथ कही थी कि इस बात के गंभीर प्रयास किए जाएंगे जिला परिषद प्रमुख सहित जिला परिषद वार्ड में पार्टी सिंबल पर ही चुनाव लड़े जाएं । दूसरी तरफ इस बात से भी इनकार नहीं कि पटौदी विधानसभा क्षेत्र केंद्र में मंत्री राव इंद्रजीत सिंह और हरियाणा के पहले सीएम बनने वाले तथा पटौदी से एमएलए चुने गए स्वर्गीय राव बिरेंदर सिंह दोनों का ही मजबूत राजनीतिक किला भी है । ऐसे में एमएलए एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता और केंद्र में मंत्री राव इंद्रजीत सिंह से भी उनकी पसंद के ऐसे उम्मीदवारों के नाम की अपेक्षा हैं, जिनका वह भाजपा टिकट के लिए समर्थन करेंगे। ऐसे में दोनों नेताओं के द्वारा जिला परिषद प्रमुख के लिए जिस भी उम्मीदवार के नाम की सिफारिश प्रमुखता से की जाएगी , इन नेताओं की भी है जिम्मेदारी और अधिक बढ़ जाएगी। जिस उम्मीदवार के नाम की सिफारिश कर टिकट दिलवाया गया, उसकी जीत सुनिश्चित की जा सके । बहरहाल अंतिम फैसला लोकतंत्र में मतदान के द्वारा ही होता है और मतदाता ही सर्वाेपरि कहा गया है । दूसरी और यह भी देखना बेहद रोचक होगा कि भारतीय जनता पार्टी के अलावा अन्य और कौन सी पार्टियां अपने सिंबल पर जिला परिषद सहित वार्ड में जिला पार्षद के उम्मीदवार उतारने का साहस दिखा सकेंगी। कुल मिलाकर भारतीय जनता पार्टी ने नामांकन समाप्त होने के 2 दिन पहले पार्टी सिंबल पर चुनाव लड़ने की घोषणा कर अन्य पार्टियों के सामने भी एक प्रकार से राजनीतिक चुनौती प्रस्तुत करने का काम कर दिखाया है। Post navigation गुरुग्राम विश्व की प्रदूषण सूची में अव्वल ; खट्टर सरकार व निगम पूरी तरह से विफल-आम आदमी पार्टी बोधराज सीकरी को जन्मदिन पर गुरुग्राम ने पलकों पर बिठाया