किसानों की मांग को देखते हुए विश्वविद्यालय ने उठाया अह्म कदम, 9 नामी कंपनियों से किया समझौता

हिसार: 26 अक्तूबर – चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय द्वारा विकसित गेंहूं की डब्लयू एच 1270 की उन्नत किस्म का अब हरियाणा ही नहीं बल्कि देश के अन्य प्रदेशों के किसानों को भी लाभ मिल सकेगा। ये विचार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी.आर. काम्बोज ने कंपनियों से समझौते के दौरान कही। उन्नत किस्म डब्लयू एच 1270 की पैदावार व रोग प्रतिरोधक क्षमता को देखते हुए इसकी मांग अन्य राज्यों में भी लगातार बढ़ती जा रही है। इसके मद्देनजर अगले सीजन में भरपूर मात्रा में बीज उपलब्ध करवाने के लिए विश्वविद्यालय ने पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत तकनीकी व्यवसायीकरण को बढ़ावा देते हुए निजि क्षेत्र की प्रमुख बीज कंपनियों से समझौता किया है। उन्होंने कहा कि यह वैज्ञानिकों की मेहनत का ही परिणाम है कि हरियाणा प्रदेश क्षेत्रफल की दृष्टि से अन्य प्रदेशों की तुलना में बहुत ही छोटा है जबकि देश के केंद्रीय खाद्यान भण्डारण में प्रदेश का कुल भण्डारण का लगभग 16 प्रतिशत हिस्सा है और फसल उत्पादन में अग्रणी प्रदेशों में है।

जलवायु एवं क्षेत्र की उपयुक्ता
विश्वविद्यालय के अनुवांशिकी एवं पौध प्रजनन विभाग के गेहूं अनुभाग द्वारा विकसित गेहूं की किस्म डब्ल्यू एच 1270 को भारत के उत्तर पश्चिमी मैदानी भाग के सिंचित क्षेत्र में अगेती बिजाई वाली खेती के लिए अधिसूचित किया गया है। इसमें पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान और पश्चिमी उत्तरप्रदेश, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखण्ड के कुछ हिस्सों को शामिल किया गया है।

डब्लयू एच 1270 की विशेषताएं
इस किस्म में विश्वविद्यालय द्वारा की गई सिफारिशों के अनुसार बिजाई करके उचित खाद, उर्वरक व पानी दिया जाए तो इसकी औसतन पैदावार 75.8 क्विंटल प्रति हेक्टेयर हो सकती है और अधिकतम पैदावार 91.5 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक ली जा सकती है। इस किस्म की खास बात यह है कि यह गेहूं की मुख्य बीमारियां पीला रत्तवा व भूरा रत्तवा के प्रति रोगरोधी है।

नौ कंपनियों के साथ हुआ समझौता
विश्वविद्यालय द्वारा विकसित किस्म डब्ल्यू एच 1270 के बीज उत्पादन एवं विपणन हेतु उत्तम सीड्स (हिसार), मॉडल एग्रीटेक इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (करनाल), कुरूक्षेत्र एग्रीटेक प्राइवेट लिमिटेड (इंद्री), शिव गंगा हाइब्रिड सीड्स प्राइवेट लिमिटेड (हिसार), हरियाणा सीड कंपनी (करनाल), क्वालिटी हाइब्रिड सीड्स कंपनी (हिसार), काश्तकार सीड्स विदीशा (मध्यप्रदेश), उन्नत बीज कंपनी (सिरसा) तथा शक्तिवर्धक हाइब्रिड सीड्स पाइवेट लिमिटेड (हिसार) कम्पनियों से समझौता हुआ है।

error: Content is protected !!