-समाज की प्रेरणा से मृत्युभोज की मिठाई झुग्गी झोपडि़यों में वितरित हिसार, 26 अक्टूबर। मृत्युभोज जैसी सामाजिक बुराई को समाप्त करने को लेकर समाज की सोच बदलने लगी है। ऐसा ही एक वाकया जिले के गांव ढाणी दरियापुर में सामने आया। दरअसल ईच वन टीच वन संस्था के संयोजक एवं गंगवा स्कूल के प्राध्यापक प्यारेलाल के पिता की शोक सभा में हरियाणा कांग्रेस लीगल डिर्पामेंट के प्रदेश चेयरमैन लाल बहादुर खोवाल, शैलेश वर्मा पूर्व जेडएमईओ, पूर्व प्राचार्य सतबीर वर्मा, मैनेजर रामफल वर्मा, मामन राम मनेठिया व मैनेजर सूरत सिंह जांगड़ा सहित समाज के गणमान्य पहुंचे हुए थे। इस दौरान समाज से मृत्युभोज को खत्म करने पर चर्चा हुई तो प्राध्यापक प्यारेलाल ने अपने भाइयों समाजसेवी जयचंद, बलवंत फौजी व रामप्रसाद सहित पूरे परिवार के सदस्यों ने एकमत से इस बात पर सहमति व्यक्त की और मृत्युभोज के लिए बनवाई गई मिठाई को ईट भट्ठा एवं झुग्गी झोपडि़यों के गरीब बच्चों में बंटवाते हुए मृत्युभोज की कुप्रथा को समाप्त करने की नई पहल शुरू की। प्राध्यापक प्यारेलाल ने कहा कि इस प्रकार की सामाजिक बुराइयां समाज से खत्म होनी चाहिए और इसकी जगह शिक्षा को बढ़ावा देने का काम किया जाएगा, जिससे बच्चों और समाज को आगे बढ़ने का मौका मिलेगा। एडवोकेट लाल बहादुर खोवाल सहित समाज के अन्य गणमान्यों ने भी इस नई पहल का स्वागत किया और समाज के अन्य लोगों से भी आह्वान किया कि वे इस कुप्रथा को समाप्त करने के लिए आगे आएं तथा ऐसे फैसलों से प्रेरणा ले। विदित रहे कि प्राध्यापक प्यारेलाल राष्ट्रपति अवॉर्डी हैं और ईच वन टीच वन संस्था के माध्यम से अनेक गांवों में शिक्षा की अलख जगाते हुए इस प्रकार की सामाजिक बुराइयों को खतम करने का संदेश दिया है और यही मिसाल अपने परिवार में कायम रखने का निर्णय लिया। इस अवसर पर जयचंद, बलवंत, रामप्रसाद, ईश्वर, सतबीर, पूर्व सरपंच गुलाब, जिले सिंह, बलवान, अशोक, मनोज, नरेश, जय पाल सहित परिवार एवं गांव के अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे। Post navigation इस बार सकारात्मक बदलाव के लिये आदमपुर की जनता है तैयार – दीपेन्द्र हुड्डा हकृवि की गेंहू किस्म डब्लयू एच 1270 का बीज भरपूर मात्रा में होगा उपलब्ध : प्रो. बी.आर. काम्बोज