मानवेंद्र ने सिंबायोसिस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी पुणे से कि कानून की स्टडी

मेजर माधवेंद्र के पिता कमांडर के तौर पर नेवी में दे चुके अपनी सेवाएं

राजपूत बहुल्य गांव जाटोली का अपना गौरवशाली सैनिक इतिहास रहा

पूर्व सेना अध्यक्ष एवं केंद्र में मंत्री जनरल वीके सिंह की ससुराल जाटोली

1962 भारत चीन युद्ध के शहीद दलीप सिंह जाटोली गांव के ही निवासी

फतह सिंह उजाला
जाटोली/पटौदी । 
पटौदी मंडी नगर परिषद के गांव जटोली का अपना एक गौरवशाली सैनिक इतिहास रहा है । 1962 भारत-चीन युद्ध के शहीद दलीप सिंह जिन्हें कि हीरो ऑफ नेफा की उपाधि से सम्मान दिया गया, वह भी इसी गांव के ही मूलनिवासी रहे हैं । इतना ही नहीं पूर्व सेना अध्यक्ष तथा वर्तमान में केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह के द्वारा ही शहीद दलीप सिंह मार्ग का तत्कालीन कर्नल रैंक पर रहते हुए उद्घाटन किया गया था । जाटोली गांव पूर्व सेना अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह की ससुराल भी है । आज भी जाटोली गांव से अनेक परिवार के सदस्य सेना में कार्यरत विभिन्न स्थानों पर अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं ।

इसी कड़ी में गांव जटोली के ही रहने वाले नौसेना के पूर्व कमांडर योगेश चौहान के पुत्र माधवेंद्र सिंह चौहान को सेना के जज एडवोकेट ब्रांच मेजर के पद पर पदोन्नति प्रदान की गई है । उनकी इस उपलब्धि को लेकर पूर्व कमांडर योगेश चौहान के परिवार सहित उनके परिचितों और रिश्ते नातेदारो सहित गांव जटोली में खुशी, उत्साह और उमंग का माहौल बना हुआ है । माधवेंद्र सिंह चौहान की सेना के जज एडवोकेट ब्रांच में मेजर के पद पर पदोन्नति के उपलक्ष पर परिजनों सहित गांव में मिठाई बांटकर खुशियां मनाई गई । इसके साथ ही मेजर माधवेंद्र सिंह की और उत्तरोत्तर तरक्की की कामना भी करते हुए बुजुर्गों के द्वारा अपना आशीर्वाद प्रदान किया गया ।

नौसेना के पूर्व कमांडर योगेश चौहान ने बताया कि उनके पुत्र माधवेंद्र सिंह चौहान सिंबायोसिस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी पुणे से कानून में स्नातक करने के बाद अखिल भारतीय योग्यता के आधार पर जज एडवोकेट ब्रांच में एक अधिकारी के तौर पर शामिल किए गए । अब उनकी काबिलियत, योग्यता और कुशाग्र बुद्धि को देखते हुए सेना में ही जज एडवोकेट ब्रांच में मेजर के पद पर पदोन्नति प्रदान की गई है। यह अपने आप में गर्व और गौरव की बात है , विशेष रूप से जाटोली सहित पटौदी क्षेत्र के अन्य ऐसे युवा वर्गों को भी प्रोत्साहन मिलेगा जो कि सेना में भर्ती होकर किसी न किसी रूप में राष्ट्र सेवा का सपना संजोए हुए हैं । पूर्व कमांडर योगेंद्र चौहान के मुताबिक मेजर माधवेंद्र सिंह बचपन से ही सेना में भर्ती होने के प्रति आकर्षित रहे और अपने इस लक्ष्य को उन्होंने प्राप्त भी किया । माधवेंद्र सिंह बाल्यकाल से ही बेहद साहसी और बुद्धिमान भी हैं ।

अपनी मेजर पद पर पदोन्नति के उपरांत भेजे गए संदेश में सेना के जज एडवोकेट ब्रांच में मेजर माधवेंद्र सिंह के द्वारा कहा गया है कि उनकी इस उपलब्धि और तरक्की के पीछे पिता सैन्य अधिकारी कमांडर योगेंद्र चौहान सहित माता सुधा चौहान का आशीर्वाद और हमेशा प्रदान की जा रही प्रेरणा सहित राष्ट्रहित में सेवा करने का प्रोत्साहन है । उन्होंने अपने बड़े भाई सुरेंद्र सिंह जो कि प्रैक्टिसिंग कंपनी सेक्रेट्री हैं और विजेंद्र सिंह यूके लंदन में मल्टीनेशनल कंपनी में इंजीनियर के तौर पर कार्यरत हैं, इन दोनों भाइयों का भी समय-समय पर मार्गदर्शन सहित प्रोत्साहन के लिए आभार व्यक्त किया है । माधवेंद्र सिंह चौहान जो कि सेना के जज एडवोकेट ब्रांच में मेजर के पद पर पदोन्नत हुए हैं , संभवत जाटोली के पहले ऐसे युवा है जिन्होंने अपनी कुशाग्र बुद्धि निर्णय लेने की क्षमता और योग्यता की बदौलत इस उपलब्धि को प्राप्त किया है। 

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