-कमलेश भारतीय

कितनी हास्यास्पद बात है कि मंडी आदमपुर के उपचुनाव में उतरे सभी विपक्षी दलों के प्रत्याशी कांग्रेस से ही उधार लेकर चुनाव लड़ा जा रहा है । बताओ इन दलों के पास अपने प्रत्याशी भी नहीं हैं ! फिर यह हमारा मुकाबला कैसे करेंगे ? यह बात कही नेता प्रतिपक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कांग्रेस भवन में आयोजित कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए । यह कार्यकर्त्ता बैठक एक रैली में बदल गयी और कांग्रेस भवन के अंदर व बाहर भीड़ ही भीड़ थी । सिविल सचिवालय की सड़क पर जाम भी लगा रहा ! उन्होंने कहा कि यह भी कैसी स्वार्थ की राजनीति है कि कल तक जो कांग्रेस की टिकट के लिए मारामारी कर रहे थे , वे टिकट का सूत न बैठने पर कांग्रेस को ही कोसने लगे ? क्यों एक ही दिन में कांग्रेस इतनी बुरी हो गयी ?

यह कैसी राजनीति है और ऐसे लोग आदमपुर का कितना भला करेंगे ? श्री हुड्डा ने पूछा कि पिछले आठ साल में भाजपा ने क्या विकास करवाया है ? अपने शासनकाल में जहां खेदड़ का बिजली प्लांट और लुवास विश्वविद्यालय बनवाने के साथ साथ बालसमंद की एक जनसभा में पूरे आदमपुर के लिए सत्रह वाटर वर्क्स बनवाने की घोषणा ही नहीं की थी बल्कि बनवाये भी !

कुलदीप बिश्नोई ने क्या विकास करवाया है ? अब हालत यह है कि स्कूल में शिक्षक नहीं , अस्पताल में डाॅकटर नहीं तो कार्यालयों में कर्मचारी नहीं ! बेरोजगारी , अपराध , भ्रष्टाचार में हरियाणा नम्बर वन बन चुका है । वृद्धावस्था व विधवा पेंशन पांच लाख से ऊपर लोगों की काटी जा चुकी है । किस मुंह से वोट मांगने आयेंगे ? कांग्रेस ने भाजपा जजपा से दो दो उपचुनाव जीते हैं और मंडी आदमपुर का चुनाव भी हम ही जीतेंगे !

इनसे पहले हरियाणा प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष उदयभान ने कहा कि आप फैसला करो कि गद्दार को चुनना है या माटी के लिए को ? उदयभान ने कुलदीप बिश्नोई को बिन पैंदे का लोटा करार देते हुए कहा कि उसने कांग्रेस के साथ विश्वासघात किया । उसे तो अपने जब्त पासपोर्ट , होटल और ईडी व सीबीआई से बचना था । अंतरात्मा की आवाज नहीं थी । अंतरात्मा तो बेच दी थी । उदयभान ने कारायकर्त्ताओं से जयप्रकाश को आदमपुर की आवाज बना कर विधानसभा में भेजने का आह्वान की ।

राज्यसभा सदस्य व युवाओं में लोकप्रिय दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि जो पचहत्तर पार का नारा दे रहे थे और जो भाजपा को यमुना पार भेजने की बात ओर रहे थे , वे अपने अपने स्वार्थ के लिए हरियाणा को लूटने के लिए एकसाथ हो गये । हिसार व सिरसा में अठारह में से बारह सीटों पर भाजपा विरोधी जीते थे लेकिन राज्यसभा चुनाव में शोशपाल व अमित सिहाग को छोड़कर सभी बिक गये और भाजपा के पक्ष में वोट की । अब भी वही ताकतें आदमपुर में बदलाव को रोकने के लिए इकट्ठी हो रही हैं ।

इसलिए वोट काटू दलों से सावधान रहिए । जयप्रकाश तो सन् 2009 में भी जीत के करीब थे । इस बार इन्हें विधानसभा पहुंचा दो । उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार स्कूल बंद कर गरीबों के बच्चों को शिक्षा के अधिकार से भी वंचित कर रही है ।

प्रत्याशी जयप्रकाश ने अपनी बात रखते कहा कि यह भाजपा जजपा सरकार जाने वाली है और सूर्यास्त को कोई जल अर्पण नहीं करता । जयप्रकाश ने कुलदीप बिश्नोई को ‘पलटूराम’ बताते हुए कहा कि इसका हाथ तो राज्यसभा में वोट देते समय विनोद शर्मा की जेब में था ! राज्यसभा व राष्ट्रपति चुनाव में कुलदीप ने क्रास वोटिंग की ।

प्रो सम्पत सिंह ने कहा कि भाजपा समाज व देश को तोड़ने की नीतियों पर चल रही है जबकि कांग्रेस भारत जोड़ने में विश्वास रखती है । उन्होंने श्री हुड्डा की सराहना करते कहा कि अपने शासनकाल में किसी भी विरोधी नेता पर कोई केस दर्ज नहीं करवाया । प्रत्याशी जयप्रकाश के बारे में कहा कि जब ये केंद्र में मंत्री थे तो जेब में गैस व फोन कनेक्शन बाँटते रहते थे । प्रो सम्पत सिंह ने स्कूलों को बंद करने का मुद्दा भी उठाया ।

कुरूक्षेत्र से आये वरिष्ठ नेता अशोक अरोड़ा ने कहा कि सबकी निगाह मंडी आदमपुर के चुनाव पर टिकी हुई है । उन्होंने राज्यसभा चुनाव हरवाने वाले को अब वोट की चोट से ही हराने का आह्वान किया ।

इस अवसर पर रामप्रसाद गढ़वाल, गौरव सिंगला , मनोज पाल बिश्नोई , प्रदीप बिश्नोई आदि ने भी काग्रेस का हाथ थामने और भाजपा को हराने का आह्वान किया । दूसरे दलों से अनेक लोग काग्रेस में शामिल हुए ।

इस अवसर पर धर्मपाल मलिक , गीता भुक्कल,आनंद सिह दांगी , भारत भूषण बतरा,राव दान सिंह ,सुशील इंदौरा , जितेंद्र भारद्वाज , कर्ण सिह रानोलिया , नरेश सेलवाल , रामनिवास घोड़ेला, सुभाष गोयल , प्रह्लाद गिल्लाखेड़ा , अमित सिहाग , शीशपाल केहरवाल , कुलदीप वत्स , चक्रवर्ती शर्मा , रामभगत शर्मा सहित बड़ी संख्या में नेता व कार्यकर्त्ता मौजूद थे ।

कुलदीप बिश्नोई के लिए क्या क्या कहा : शीशपाल केहरवाल ने कुलदीप बिश्नोई को ‘बिगड़ा हुआ बच्चा’ कहा तो जयप्रकाश ने ‘पलटू’ और उदयभान ने ‘विश्वासघाती’ कहा !

भव्य बिश्नोई की बजाय कुलदीप बिश्नोई की ही कड़ी आलोचना की जाती रही जबकि भव्य को बच्चा ही कहा जाता रहा !

हरियाणा से आये सभी नेताओं ने जहां आदमपुर उपचुनाव से राजनीति में बदलाव की शुरूआत की बात कही वहीं भूपेंद्र सिंह हुड्डा को भावी मुख्यमंत्री कह कर संबोधित किया ।

महिलाओं ने जब सामने कवरेज कर रहे पत्रकारों को कुर्सियों से उठकर खुद हटाया तो कहा -घन्ने पत्रकार आ रह्ये सैं! कुछ भी देखने नहीं देते !

अव्यवस्था का वही आलम : कांग्रेस भवन में अव्यवस्था का वही पुराना आलम रहा । जहां तक कि दीपेंद्र हुड्डा को भी कुर्सियां छोडकर मंच के आगे ही बैठना पड़ा और वे लगातार बैठ जाओ , बैठ जाओ की अपील करते रहे !

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