यमुनानगर व पंचकूला जिले में पायलट प्रोजेक्ट के आधार पर योजनाएं बनें पड़ोसी राज्य भी हरियाणा से सीख लें चंडीगढ़, 13 अक्टूबर- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि यमुनानगर जिले में यमुना नदी तथा पंचकूला में घग्गर नदी को प्रदूषण मुक्त बनाने की योजनाएं बनायें क्योंकि नदियां हमारी राष्ट्रीय संपदा हैं। केंद्र सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों के साथ – साथ नई योजनाएं बनायें ताकि दूसरे राज्य भी हरियाणा का अनुसरण करें। इसके अलावा पानी को उपचारित कर इसका पुनः उपयोग हो इस दिशा में भी अधिक से अधिक कार्य किया जाना चाहिए। जल सरंक्षण दिन प्रतिदिन चिंता का विषय बनता जा रहा है। भावी पीढ़ी के लिए जल सरंक्षण जरूरी है हालांकि हरियाणा ने इस दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाये हैं। मुख्यमंत्री ने ये निर्देश आज यहां बुलाई गई यमुना कार्य योजना की समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि उपचारित पानी का अधिक से अधिक पुनः उपयोग सिंचाई, थर्मल पावर प्लांट, औद्योगिक व बागवानी जैसे क्षेत्रों में हो सके, इसकी भी व्यापक स्तर पर योजनाएं बनाई जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि घग्गर व यमुना ही हरियाणा की दो प्रमुख प्राकृतिक नदियां हैं। इनका सरंक्षण जरूरी है। यमुना कार्य योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए हरियाणा के साथ लगते पड़ोसी राज्यों के अधिकारियों के साथ भी संयुक्त बैठक की जानी चाहिए। प्रदूषण चाहे जल प्रदूषण है या वायु प्रदूषण हो इनको फैलने से रोकना आज समय की जरूरत है। इस विषय को लेकर अंतर्राज्यीय बैठकों का आयोजन भी निरंतर किया जाना चाहिए। बैठक में मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव श्री डीएस ढेसी, हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन श्री पी राघवेंद्र राव, शहरी स्थानीय निकाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री अरुण कुमार गुप्ता, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री वी उमाशंकर, गुरुग्राम व फरीदाबाद महानगरीय विकास प्राधिकरणों के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री सुधीर राजपाल, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री विनीत गर्ग, विकास एवं पंचायत विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री अनिल मलिक, सिंचाई व जल संसाधन विभाग के आयुक्त एवं सचिव श्री पंकज अग्रवाल, हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं अवसरंचना विकास निगम के प्रबंध निदेशक श्री विकास गुप्ता, मुख्यमंत्री के सलाहकार (सिंचाई) श्री देवेंद्र सिंह के अलावा यमुना कार्य योजना से जुड़े अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। Post navigation हरियाणा को वंदे भारत एक्सप्रेस की सौगात, हिमाचल और पंजाब को भी मिलेगा फायदा एसवाईएल पर 14 अक्तूबर को होगी हरियाणा और पंजाब के मुख्यमंत्रियों की बैठक