विश्व के दो महान बदलाव प्रेरक राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी व नेल्सन मंडेला पर गठित  गाँधी- मंडेला फाउंडेशन ने  मुख्यमंत्री को किया सम्मानित 

राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की 153वीं जयंती पर कार्यक्रम आयोजित कर आजादी के 75वें अमृत महोत्सव को बनाया विस्मरणीय 

चण्डीगढ़, 5 अक्तूबर –  पूरा देश जब आजादी के 75वें अमृत महोत्सव  के कार्यक्रमों का आयोजन कर युवा पीढ़ी को आजादी से पूर्व के गुलाम भारत की स्थिति की जानकारी दे रहा है तो उस अवधि में विश्व में बदलाव के प्रेरक रहे राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की 153वीं जयंती  के अवसर पर मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल को पिछले आठ वर्षों में सुशासन के माध्यम से हरियाणा की कार्यप्रणाली व प्रशासनिक दक्षता की तस्वीर बदलने के लिए किये गए प्रयासों पर चैंपियन ऑफ चेंज हरियाणा- 2021 के पुरस्कार से सम्मानित किया जाये तो इसमें कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी कि मुख्यमंत्री इस दौरान निश्चित रूप से बदलाव के प्रेरक के रूप में उभरे हैं। अगर इस पुरस्कार के लिए उनके नाम की सिफारिश सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश तथा मानवाधिकार आयोग के पूर्व अध्यक्ष वाली संवैधानिक चयन समिति करे तो यह सोने पर सुहागे वाली बात है। 

विश्व में बड़े बदलाव प्रेरक के रूप में विख्यात राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी व दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय नेल्सन मंडेला के नाम पर गठित  गाँधी- मंडेला फाउंडेशन व बदलाव के लिए राष्ट्रीय व राज्य स्तर पर पुरस्कार देने वाली संस्था इंटरएक्टिव फोरम ऑन इंडियन इकोनॉमी  द्वारा मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल को गत दिनों सम्मानित किया गया। यह संस्था अगले वर्ष तक अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अमेरिका के वाशिंगटन डीसी में ग्लोबल चैंपियन ऑफ़ चेंज कार्यक्रम का भी आयोजन करने जा रही है। संस्था का यह 5वां संस्करण था, जिसमें मुख्यमंत्री सहित विभिन्न क्षेत्रों में बदलाव के प्रेरक बने 25 अन्य  विभूतियों को  चैंपियन ऑफ़ चेंज हरियाणा- 2021 पुरस्कार से सम्मानित किया गया। पहला संस्करण 26  दिसंबर, 2018 को विज्ञान भवन, नई दिल्ली में आयोजित किया गया था जिसमें तत्कालीन उपराष्ट्रपति श्री वेंकैया नायडू द्वारा मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह को दिया गया था।  इसी प्रकार दूसरा संस्करण में झारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन, दिल्ली के उप मुख्यमंत्री श्री मनीष सिसोदिया तथा केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर को सम्मानित किया गया था।  तीसरे संस्करण में गोवा के मुख्यमंत्री श्री प्रमोद सांवत, केंद्रीय राज्य मंत्री श्रीपद नाइक, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन को सम्मानित किया गया था। 

जबकि चौथे संस्करण में 30 सितंबर, 2021 को महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री श्री देवेंद्र फडणवीस व गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल को सम्मानित किया गया। गाँधी जयंती के अवसर पर संस्थान द्वारा चंडीगढ़ में चैंपियन ऑफ़ चेंज हरियाणा- 2021 का आयोजन किया गया और श्री मनोहर लाल हरियाणा के ऐसे पहले मुख्यमंत्री हैं जिन्हें यह गौरव मिला है। चयन समिति अपनी प्रक्रिया के तहत 6  महीने की अवधि में लोगों से फीडबैक आधार पर पुरस्कार के लिए आवेदन आमंत्रित करती है और फिर चयन समिति के सदस्य आवेदनों का आंकलन करते हैं और संस्थानों को चयनित नाम भेजते हैं। 

गाँधी- मंडेला अवार्ड के लिए चयन समिति के सदस्यों में सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश तथा मानवाधिकार आयोग के पूर्व अध्यक्ष न्यायमूर्ति डॉ. के.जी. बालाकृष्णन,  सर्वोच्च न्यायालय  के पूर्व मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा, नेपाल के पूर्व मुख्य  न्यायाधीश, न्यायमूर्ति केदारनाथ उपाध्याय, बांग्लादेश के पूर्व मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति मोहम्मद तफज्जुल इस्लाम तथा भारत के सर्वोच्च न्यायालय की पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति ज्ञान सुधा मिश्रा शामिल हैं।  

पार्टी संगठन में लंबे समय तक अन्तोदय प्रकोष्ठ के प्रभारी के रूप में किया गया काम भी बना मुख्यमंत्री के लिए प्रेरणास्त्रोत

       उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने मुख्यमंत्री बनने से पहले लंबे समय तक पार्टी के अन्तोदय प्रकोष्ठ के प्रभारी के रूप में कार्य किया था और देश के विभिन्न भागों में समाज की पंक्ति में खड़े अंतिम व्यक्तियों के जीवन स्तर का अध्यन्न करने का अवसर मिला था और उन्होंने ऐसे लोगों की जीवन शैली को समझा।  उन्होंने मन में इस बात को ठान लिया था कि अगर कभी सेवा करने का मौका मिला तो सरकारी योजनाओं का लाभ आम आदमी तक पारदर्शी व ऑनलाइन तरीके से पहुंचाकर पंडित दीन दयाल उपाध्याय के सपने को साकार  करेंगे और यही वो पिछले 8  वर्षों से कर रहे हैं। इस प्रकार अन्तोदय प्रकोष्ठ के प्रभारी के रूप में किया गया कार्य मुख्यमंत्री के लिए प्रेरणास्त्रोत बना है। 

इसी कड़ी में मुख्यमंत्री ने सर्वप्रथम मुख्यमंत्री अंत्योदय  परिवार उत्थान योजना बनाई जिसके माध्यम से हरियाणा के सभी 22 जिलों में तीन चरणों में कुल 861 अंत्योदय रोजगार मेलों का आयोजन किया गया है। मेलों के लिए चिह्नित एवं आमंत्रित किए गए  3,35,344 लाभार्थियों में से 1,36,130 लाभार्थी मेलों में उपस्थित हुए और 32,743 लाभार्थियों के ऋण स्वीकृत किए गए, जिनमें से 14,000 लाभार्थियों को ऋण वितरित भी किये जा चुके हैं। इसके अतिरिक्त, 436 लाभार्थियों को निजी रोजग़ार से जोड़ा गया और 1185 लाभार्थियों को कौशल विकास प्रदान किया गया है। 

मुख्यमंत्री का प्रयास है कि जन सेवा के माध्यम से गरीब से गरीब व्यक्ति को योजनाओं का न केवल लाभ मिले अपितु उसे प्रदेश की तरक्की में भी योगदान देने का सुअवसर मिले। 

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