मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के जीवन से प्रेरणा लेकर आगे बढऩे का किया आहन प्रतीकात्मक रूप से तीर चलाकर किया रावण, मेघनाथ, कुम्भकर्ण के पुतलों का दहन चंडीगढ़ 5 अक्टूबर – हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेशवासियों को बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक दशहरा पर्व की शुभकामनाएं देते हुए मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के जीवन से प्रेरणा लेकर निरंतर आगे बढऩे का आहन किया है। वे बुधवार को श्री रामलीला कमेटी कटला द्वारा स्थानीय महाबीर स्टेडियम में आयोजित दशहरा उत्सव को बतौर मुख्यातिथि संबोधित कर रहे थे। राजा रामचंद्र का जयघोष करते हुए उन्होंने कहा कि बाल्यकाल में उन्हें श्री रामलीला कटला देखने का अवसर मिला था और आज उन्हें फिर से यह सौभाग्य प्राप्त हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि रामायण हो या गीता सार संदेश, प्रदेश सरकार ने इनके प्रचार प्रसार को लेकर अनेक पहल की है। युग कोई भी हो प्रत्येक युग में अच्छाई और बुराई साथ साथ चलती है। हम अपने आचरण से अच्छाई और धर्म को बड़ा बना सकते है। उन्होंने कहा कि कालांतर में भारत की पहचान विश्व गुरु के रूप में थी, अब एक बार फिर से दुनिया भर में भारत की साख बढ़ी है। उन्होंने कहा कि विदेशी आक्रांताओं ने भारत पर आक्रमण किए और यहां की संस्कृति को विकृत करने का प्रयास किया, लेकिन वे ऋषि-मुुनियों द्वारा स्थापित मूल्यों और परंपराओं को समाप्त नहीं कर पाए। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि राजा रामचंद्र के जीवन के प्रत्येक पहलु से हमे कुछ न कुछ सिखने का अवसर मिला है। एक पुत्र, एक भाई, एक पिता तथा एक पति के रूप में उनके जीवन से बहुत कुछ सिखा जा सकता है। उन्होंने राजधर्म और धर्म युद्ध की मर्यादाओं को निभाने की अनेक मिसाल कायम की है। सेवा परमो धर्म का उनका कथन आज भी बेहद प्रासंगिक है। संबोधन के उपरांत मुख्यमंत्री ने मंच पर रामलीला के किरदार निभा रहे कलाकारों का तिलक कर उनकी पूजा-अर्चना की। इसके पश्चात उन्होंने प्रतीकात्मक रूप से तीर चलाकर रावण, मेघनाथ, कुम्भकर्ण के पुतलों का दहन किया। इस अवसर पर शहरी स्थानीय निकाय मंत्री डॉ कमल गुप्ता, डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा, राज्यसभा सांसद डीपी वत्स, पूर्व मंत्री सावित्री जिंदल, विधायक जोगीराम सिहाग, मेयर गौतम सरदाना, भाजपा जिलाध्यक्ष कैप्टन भूपेंद्र, श्री रामलीला कमेटी कटला के प्रधान सुरेंद्र लाहोरिया सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। Post navigation महाराजा अग्रसेन जी की जीवनी पहले की तरह पाठ्यक्रम में तुरंत प्रभाव से लागू करनी चाहिए- बजरंग गर्ग सुशासन की पहचान बना हरियाणा