भाजपा ऐसी सरकार है जो मीडिया में झूठ पर झूठ बोलकर किसान हित के दावे तो बहुत करती है, लेकिन जमीन पर किसान में हित में कुछ करने की बजाय उसे सत्ता दुरूपयोग से कैसे लूटा जाये, इसका षडयंत्र रचती रहती है : विद्रोही 05 अक्टूबर 2022 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया कि 2350 रूपये प्रति क्विंटल के हिसाब से बाजरा उत्पादक किसानों का एक-एक दाना खरीदने का दावा करने वाले मुख्यमंत्री मनोहरलाल खटटर बाजरे की सीधी सरकारी खरीद से भागकर भावांतर योजना के तहत किसानों का बाजरा खरीदने की नौटंकी कर रहे है। विद्रोही ने कहा कि हरियाणा सरकार की खरीद एजेंसियां मंडियों में बाजरा 1950 रूपये प्रति क्विंटल के हिसाब से खरीदकर किसान को 400 रूपये भावांतर योजना के तहत दे रही है। सरकार के इस रवैये का ही दुष्परिणाम है कि किसान का बाजरा मंडियों में 1700 से 1900 रूपये में लूटा जा रहा है। एक ओर भाजपा खट्टर सरकार भावांतर योजना के तहत किसानों को ठग रही है, वहीं अहीरवाल में बाजरा उत्पादक किसान ने अपना अधिकांश बाजरा एक अक्टूबर से कथित सरकारी खरीद होने से बहुत पहले व्यापारियों को 1600 से 1800 रूपये प्रति क्विंटल के हिसाब से बेच दिया क्योंकि दक्षिणी हरियाणा अहीरवाल में बाजरे की फसल 15 सितम्बर से ही मंडियों में बिकने के लिए आ जाती है क्योंकि अक्टूबर के प्रथम सप्ताह से किसान अपने खेतों में रबी फसल की सरसों की बिजाई के लिए खेत तैयार कर देता है। विद्रोही ने कहा कि दक्षिणी हरियाणा में 15 अक्टूबर से सरसों व एक नवम्बर से गेंहू फसल की बिजाई शुरू हो जाती है। सरकार इस तथ्य को जानते हुए भी कभी अहीरवाल में समय पर बाजरे की सरकारी खरीद शुरू नही करती और जब किसान का आधे से ज्यादा बाजरा औनेपौने दामों में बाजार में बिक जाता है, तब किसान का थोडा सा बाजरा एमएसपी पर खरीदने की नौटंकी करके किसान को पूरा भाव देने के नाम पर ठगा जाता है। पिछले वर्ष से सरकारी खरीद करने की बजाय बाजरे को भावांतर योजना के तहत डालकर किसानों को ठगा जा रहा है। भाजपा के इसी ठगीपूर्ण रवैये के चलते किसान घाटे की खेती में पिसकर कर्जदार होता जा रहा है। किसान आय बढऩे की बजाय घट रही है, फिर भी भाजपा सरकार झूठ पर झूठ बोलकर किसान आय दोगुना होने व किसान को फसल लागत से डेढ़ गुणा ज्यादा भाव देने का झूठ राग अलापकर लोगों को ठगती है। विद्रोही ने कहा कि भाजपा ऐसी सरकार है जो मीडिया में झूठ पर झूठ बोलकर किसान हित के दावे तो बहुत करती है, लेकिन जमीन पर किसान में हित में कुछ करने की बजाय उसे सत्ता दुरूपयोग से कैसे लूटा जाये, इसका षडयंत्र रचती रहती है। Post navigation आदमपुर का विधानसभा उपचुनाव कांग्रेस व भाजपा के बीच सीधे मुकाबले का रहने वाला है। विद्रोही कथित जंगल सफारी प्रोजेक्ट वास्तव में अरावली क्षेत्र की जंगल, जमीन धन्ना सेठों को सौंपने का षडयंत्र है। विद्रोही