·       1.82 लाख पद खालीफिर भी भर्ती नहीं कर रही सरकार- हुड्डा

·       स्कूलों से टीचरअस्पतालों से डॉक्टर और सरकारी दफ्तरों से कर्मचारी गायब- हुड्डा

·       एक-एक कर्मचारी को करना पड़ रहा है दो का कामजनता को हो रही असुविधा- हुड्डा

·       कांग्रेस सरकार बनने पर खाली पदों पर होगी पक्की भर्तियां- हुड्डा

30 सितंबरचंडीगढ़ः पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने हरियाणा में भयावह बेरोजगारी और खाली पड़े पदों पर गहरी चिंता जाहिर की है। हुड्डा का कहना है कि एक तरफ हरियाणा तमाम राज्यों से ज्यादा पूरे देश में सबसे ज्यादा 37.3 प्रतिशत बेरोजगारी दर झेल रहा है। वहीं दूसरी तरफ सरकारी विभागों में 1.82 लाख पद खाली पड़े हुए हैं। बिना कोई भर्ती किए सरकार ने 13 हजार पदों को खत्म कर दिया। जबकि प्रदेश में लगभग 25 लाख बेरोजगार युवा नौकरी की तलाश में है।

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि बीजेपी-जेजेपी हरियाणा के युवाओं को बेरोजगारी के दलदल में धकेल रही है। पिछले 8 साल के दौरान सरकार ने नौकरियां देने की बजाय कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का काम किया। उसका नतीजा आज हरियाणा का हर युवा भुगत रहा है। आज अकेले प्राइमरी एजुकेशन में 38,612, सेकेंडरी एजुकेशन में 25,534 और हायर एजुकेशन में 6,618 पद खाली पड़े हैं। पुलिस महकमे में लगभग 30,000 कर्मियों और स्वास्थ्य महकमे में लगभग 10000 कर्मचारियों का टोटा है। इसी तरह सिंचाई, परिवहन, स्किल डेवलपमेंट, पशुपालन, पीडब्ल्यूडी, फायर सर्विस और पंचायत समेत हर विभाग बिना कर्मचारियों के चल रहे हैं।

हुड्डा ने कहा कि प्रदेश में ऐसे हालात हो गए हैं कि स्कूलों से टीचर, अस्पतालों से डॉक्टर और सरकारी दफ्तरों से कर्मचारी गायब हैं। एक-एक कर्मचारी को दो-दो लोगों का काम करना पड़ रहा है। इसके चलते सरकारी विभागों में काम के लिए जाने वाली आम जनता को असुविधा और भ्रष्टाचार का सामना करना पड़ता है।

पूर्व मुख्यमंत्री ने बताया कि कांग्रेस कार्यकाल के दौरान उन्होंने प्रदेश से बेरोजगारी मिटाने का काम किया था। उनके कार्यकाल के दौरान प्रदेश में महज 2.8% बेरोजगारी थी। कांग्रेस कार्यकाल के दौरान अकेले शिक्षा महकमे में एक लाख से ज्यादा नौकरियां दी गई थीं।इसके मुकाबले मौजूदा सरकार आज इतनी भी भर्ती नहीं कर पा रही है, जितने कर्मचारी हर साल रिटायर हो जाते हैं।

हुड्डा ने बताया कि कांग्रेस कार्यकाल के दौरान नौकरियों में ठेका प्रथा को खत्म करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए थे। लेकिन मौजूदा सरकार कौशल निगम के जरिए एक बार फिर ठेका प्रथा को लागू कर रही है। कम वेतन में पढ़े-लिखे युवाओं का शोषण किया जा रहा है। फिर से कांग्रेस सरकार बनने पर ठेके पर नौकरी देने की इस प्रथा को खत्म किया जाएगा। खाली पदों को भरकर सभी युवाओं को पक्की नौकरी दी जाएगी।

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