ना किसान और ना ही आढ़तियों के हित में ईनेम- हुड्डा आढ़तियों की समस्याओं का समाधान कर मंडियों में सुचारू खरीद करवाए सरकार- हुड्डा मंडी और खेत दोनों जगह बर्बाद हो रही है किसान की फसल- हुड्डा खेत में मौसम तो मंडी में सरकारी लेटलतीफी की मार झेल रहा है किसान- हुड्डा अंधी और बहरी सरकार को ना किसानों-मजदूरों की समस्या दिखती, ना व्यापारियों की परेशानी सुनाई देती- हुड्डा खुद नीतीश कुमार व अन्य ने निकाल दी इनेलो के तीसरे मोर्चे वाले दावे की हवा- हुड्डा 26 सितंबर: पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने आज करनाल स्थित अनाज मंडी का दौरा कर किसान, मजदूरों और आढ़तियों से मुलाकात की। अपनी मांगों को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे आढ़तियों के बीच पहुंचे हुड्डा ने सरकार से उनकी मांगों का समाधान निकालने की मांग की। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा थोपा गया ईनेम सिस्टम ना आढ़तियों के हित में है और ना ही किसानों के। प्रदेश सरकार पूरी तरह अंधी और बहरी हो चुकी है। उसे ना किसान व मजदूरों की परेशानी दिखाई देती और ना ही आढ़ती व्यापारियों की समस्याएं सुनाई देती। हड़ताल के चलते आढ़तियों के साथ किसानों और मजदूरों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए हुड्डा ने आढ़तियों से भी आमरण अनशन समाप्त करने का आह्वान किया। उनकी बात को मानते हुए आढ़तियों ने जूस पिलाकर अनशन खत्म किया। हुड्डा ने कहा कि आढ़ती अपनी मांगों के लिए संघर्ष के साथ मंडियों में खरीद का काम भी शुरू करें। आढ़ती भाईयों की मांगों को कांग्रेस सड़क से लेकर सदन तक उठाने का काम करेगी। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि आज किसान की फसल मंडी और खेत दोनों जगह बर्बाद हो रही है। किसान खेत में मौसम की मार तो मंडी में सरकारी लेटलतीफी की मार झेल रहा है। बार-बार मांग के बावजूद अबतक मंडियों में धान की सुचारू खरीद शुरू नहीं हुई है। उधर, तीन दिन की भारी बारिश की वजह से किसानों को भारी नुकसान हुआ है। किसानों को सरकारी मदद की दरकार है। सरकार को जल्द गिरदावरी करवाकर किसानों को उचित मुआवजा देना चाहिए। इससे पहले भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने रोहतक में पत्रकारों से भी बातचीत की। स्कूलों को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सरकार ने लगभग 5000 स्कूलों को बंद कर टीचर्स के करीब 25000 खाली पदों को बिना किसी भर्ती के खत्म कर दिया है। जबकि हरियाणा में लगभग 40000 टीचर्स के पद खाली पड़े हैं। 2014 से अब तक इस सरकार ने एक भी जेबीटी भर्ती नहीं निकाली। खुद के विज्ञापन पर 8 साल के दौरान सरकार ने टीचर्स की कोई भर्ती नहीं की। स्पष्ट है कि सरकार शिक्षा तंत्र को पूरी तरह निजी हाथों में सौंपना चाहती है। इनेलो द्वारा तीसरे मोर्चे के गठन का दावा करने के मुद्दे पर हुड्डा ने कहा कि इसकी हवा तो खुद नीतीश कुमार व अन्य नेताओ ने निकाल दी। कांग्रेस के बिना बीजेपी विरोधी फ्रंट का निर्माण असंभव है। ऐसे में एक विधायक वाली पार्टी द्वारा ऐसा दावा करना अप्रासांगिक है। इनेलो सिर्फ अपनी राजनीतिक जमीन तलाशने के लिए संघर्ष कर रही है। Post navigation हरियाणा में ग्राम्य जीवन व ग्रामीण विकास पर है विशेष फोक्स- बदल रही है हरियाणा की तस्वीर भाजपा खट्टर सरकार आढ़तियों के प्रति सहानुभूति दिखाती तो हड़ताल की नौबत ही नही आती : विद्रोही