पटौदी एसडीएम कोर्ट के आदेशानुसार चला पीला पंजा
गांव घोष गढ़ की फिरनी से हटाया गया अतिक्रमण
अवैध कब्जा धारियों को पहले दिए जा चुके थे नोटिस
मौके पर मौजूद रहे फरुखनगर के पंचायत अधिकारी
फतह सिंह उजाला
पटौदी । पटौदी एसडीएम कोर्ट के आदेशानुसार गांव घोष गढ़ की फिरनी पर पीला पंजा चलाते हुए सभी अवैध अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई अमल में लाई गई। मंगलवार को गांव घोष गढ़ में रास्ता आम और फिरनी से अवैध कब्जे हटाने की कार्रवाई अमल में लाया जाने के समय मौके पर खंड एवं विकास पंचायत अधिकारी फरुखनगर परमिंदर, ग्राम सचिव ,फील्ड कानूनगो लक्ष्मण सहित अन्य अधिकारी मौके पर मौजूद रहे ।
गौरतलब है कि राज्य सरकार और जिला प्रशासन के द्वारा बारंबार चेतावनी दी जा रही है कि शहरी क्षेत्र हो या ग्रामीण इलाका , कहीं पर भी अतिक्रमण और अवैध कब्जे पर नियमानुसार कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी । जिन लोगों के द्वारा अतिक्रमण या फिर अवैध तरीके से कब्जे किए गए हैं, समय रहते उनको स्वेच्छा से हटा लिया जाना चाहिए। बार बार चेतावनी दिया जाने के बाद जो भी कुछ लोगों के द्वारा शासन प्रशासन के आदेशों की अनदेखी का सिलसिला बना ही रहता है। जानकारी के मुताबिक गांव घोषगढ़ मैं रास्ता और अथवा फिरनी पर अतिक्रमण सहित काफी लोगों के द्वारा अवैध कब्जे किए जाने की शिकायत मिलने के बाद यह मामला पटौदी एसडीएम कोर्ट के संज्ञान में लाया गया । इस मामले में सभी पक्षों को सुनने के उपरांत एसडीएम कोर्ट के द्वारा गांव घोष गढ़ के रास्ता आम अथवा फिरनी से अतिक्रमण और जिन लोगों के द्वारा अवैध तरीके से कब्जे किए गए हैं, इस प्रकार के अतिक्रमण और अवैध कब्जे को हटाने के आदेश पारित किए गए।
इसके उपरांत मंगलवार को गांव घोष गढ़ में फर्रूखनगर पंचायत अधिकारियों की मौजूदगी में अतिक्रमण सहित अवैध कब्जे को हटाने की कार्रवाई अमल में लाई गई। इसी संदर्भ में पटौदी एसडीएम कोर्ट के न्यायिक अधिकारी प्रदीप कुमार के द्वारा निर्देश दिए गए कि गांव की फिरनी अथवा रास्ता आम पर जहां जहां भी पानी भरा हुआ है, उस गंदे पानी को जल्द से जल्द निकाल कर बीडीपीओ संबंधित स्थान पर रोडे या फिर मलबा इत्यादि डलवा कर रास्ते को आम जनमानस सहित ग्रामीणों के आवागमन की सुविधा को देखते हुए जल्द से जल्द उचित कार्रवाई अमल में लाएं। जिससे कि ग्रामीणों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े । इसके साथ ही पटौदी एसडीएम प्रदीप कुमार के द्वारा चेतावनी भी दी गई है कि किसी भी प्रकार के अतिक्रमण अथवा अवैध कब्जे को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। शिकायत मिलने पर जांच के उपरांत आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।