सवाल है कि सरकार किसानों से सीधे एमएसपी पर बाजरा खरीदेगी या पिछले साल की तरह बाजरा खरीद को भावांतर योजना में डालकर किसान को सरकारी खरीद के नाम पर पूर्व की तरह ठगा जायेगा। विद्रोही 20 सितम्बर 2022 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने एक बयान में कहा कि एक ओर भाजपा खट्टर सरकार ने एक अक्टूबर से प्रदेश की 100 अनाज मंडियों में खरीफ फसले एमएसपी पर खरीदने का शैडयूल जारी किया है, लेकिन बाजरे की एमएसपी मूल्य 2350 प्रति क्विंटल भाव पर खरीद होगी या नही, इस पर सरकारी विज्ञप्ति मौन है। विद्रोही ने कहा कि एक ओर भाजपा सरकार एक अक्टूबर से खरीफ फसले एमएसपी पर खरीद करने का दावा कर रही है, वहीं मंडियों में आढ़तियों ने हडताल कर रखी है। सवाल उठता है कि जब आढ़ती हडताल पर है तो यह सरकारी खरीद प्रक्रिया आगे कैसे बढ़ेगी? पहले भाजपा सरकार आढतियो से वार्ता करके उनकी मांगों का सर्वमान्य हल निकाले, तभी एक अक्टूबर से एमएसपी पर खरीफ फसलों की खरीद प्रक्रिया आगे बढ़ पायेगी। यदि भाजपा सरकार आढ़तियों से वार्ता करके समस्या का समाधान निकालने की बजाय सत्ता अहंकार में हठधर्मी दिखाती रही तो किसान अपनी फसलों को मंडियों में कैसे बेचेगा? वहीं विद्रोही ने कहा कि भाजपा सरकार ने एक अक्टूबर से खरीफ फसलो का जो खरीद शैडयूल जारी किया है, उसमें मूंग, मूंगफली, अरहर, उडद और तिल की एमएसपी पर कब से कब तक कितनी मात्रा में खरीद होगी, इसका तो ब्यौरा है। पर बाजरे की न्यूनतम समर्थन मूल्य 2350 रूपये प्रति क्विंटल के हिसाब से खरीद खरीद कब से कब तक होगी और कितनी मात्रा में बाजरा खरीदने का सरकार का लक्ष्य है, सरकारी विज्ञप्ति इस पर मौन है। वहीं यह भी सवाल है कि सरकार किसानों से सीधे एमएसपी पर बाजरा खरीदेगी या पिछले साल की तरह बाजरा खरीद को भावांतर योजना में डालकर किसान को सरकारी खरीद के नाम पर पूर्व की तरह ठगा जायेगा। विद्रोही ने मांग की कि सरकार को बाजरा खरीद पर अपनी मंशा स्पष्ट करनी चाहिए। भावांतर योजना के तहत बाजरे की एमएसपी पर खरीद होती है तो वह किसानों को ठगने व एसएसपी से वंचित रखने का षडयंत्र के अलावा कुछ नही है। विद्रोही ने मांग की कि सरकार एमएसपी मूल्य 2350 रूपये प्रति क्विंटल भाव पर किसानों के बाजरे का एक-एक दाना खरीदे। Post navigation भाजपा गठबंधन सरकार में संतरी से लेकर मंत्री तक सभी प्रदेश को लूटने में लगे हैं: अभय सिंह चौटाला 300 करोड़ की लागत से झज्जर न्यू बाईपास 2023 तक होगा पूरा- राव इंद्रजीत