पिछले वर्ष भी हरियाणा भाजपा खट्टर सरकार ने किसानों का बाजरा एमएसपी पर खरीदने की बजाय भावांतरण योजना लागू करके किसानों को ठगा : विद्रोही

19 सितम्बर 2022 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया कि हरियाणा की मंडियों में किसानों का बाजरा 1700 से 1900 रूपये प्रति क्विंटल के भाव से लूटा जा रहा है जबकि न्यूनतम समर्थन मूल्य 2350 रूपये प्रति क्विंटल है और भाजपा खट्टर सरकार बाजरे की सरकारी खरीद प्रारंभ करने पर आश्चर्यजनक रूप से मौन साधे हुए है।

विद्रोही ने कहा कि पिछले वर्ष भी हरियाणा भाजपा खट्टर सरकार ने किसानों का बाजरा एमएसपी पर खरीदने की बजाय भावांतरण योजना लागू करके किसानों को ठगा। किसानों का बाजरा व्यापारियों ने औनेपौने दामों में लूटा, पर हरियाणा की कथित भावांतर योजना के तहत किसानों को ठेंगे के अलावा कुछ नही मिला। वर्ष 2022 में एमएसपी पर बाजरा खरीद के लिए अभी तक सरकार ने कोई घोषणा नही और और न ही भावांतर योजना लागू करने की नौटंकी की।

भाजपा सरकार का बाजरा उत्पादक किसानों के प्रति ऐसा उपेक्षापूर्ण रवैया बताता है कि बेशक सरकार ने 2350 रूपये प्रति क्विंटल बाजरे का एमएसपी घोषित करके मोदी मंहिमामंडन कर लिया, पर एमएसपी जमीन पर बाजरा उत्पादक किसानों को मिले, इस पर सरकार दड़ मारकर किसानों को रामभरोसे छोड़ दिया। विद्रोही ने भाजपा सरकार से मांग की कि बाजरा उत्पादक किसानों को लूट से बचाने के लिए तत्काल एमएसपी पर सरकारी खरीद शुरू की जाये ताकि कर्ज बोझ से दबे किसान की आर्थिक हालत और अधिक खराब न हो।

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