एचएयू का दो दिवसीय कृषि मेला (खरीफ) 13 से, कृषि में जल संरक्षण होगा मेले का विषय

हिसार: 11 सितम्बर – चैधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय 13  सितम्बर से शुरू हो रहे दो दिवसीय कृषि मेला (खरीफ) के लिए पूरी तरह से तैयार है। इस मेले में हर साल हरियाणा सहित पंजाब, राजस्थान, दिल्ली और उत्तर प्रदेश से हजारों की संख्या में किसान जुटते हैं। कुलपति प्रो. बी. आर. काम्बोज ने कृषि मेला में व्यवस्थाओं के लिए गठित कमेटियों के कार्यों की प्रगति की समीक्षा की और इस आयोजन को सफल बनाए जाने के लिए अपने सुझाव दिए।  उन्होंने किसानों से भी आह्वान किया है कि वे कृषि मेले में आकर विश्वविद्यालय द्वारा विकसित विभिन्न फसलों की उन्नत किस्मों, तकनीकों का अधिक से अधिक लाभ उठाएं।

कृषि में जल संरक्षण होगा मेले का विषय
इस बार कृषि मेला का मुख्य विषय कृषि में जल संरक्षण होगा। मेले का आयोजन विश्वविद्यालय के गेट नंबर तीन के सामने बालसमंद रोड पर मेला ग्राउंड में किया जाएगा। मेले के शुभारंभ अवसर पर चैधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी. आर. काम्बोज,़ मुख्यातिथि होंगे जबकि लाला लाजपतराय पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, हिसार के कुलपति डॉ. विनोद कुमार वर्मा और महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. समर सिंह विशिष्ट अतिथि होंगे।

प्रगतिशील किसानों को किया जाएगा सम्मानित
विस्तार शिक्षा निदेशक डॉ. बलवान सिंह मंडल ने बताया कि कृषि मेला में प्रदेश के प्रगतिशील किसानों को भी सम्मानित किया जाएगा। सम्मानित होने वाले किसानों में जिला बावल के ढानी सुंदरोज से वेद प्रकाश, सोनीपत केे गांव थाना खुर्द से सतेंद्र, पंचकुला के गांव ठरवा से संदीप, करनाल के गांव डबरी से गुरबाज सिंह, जींद से नवीन, यमुनानगर के गांव मारवा कलां से राम प्रताप सिंह, पानीपत के इसराना से पोरस, हिसार के गांव सलेमगढ़ से विकास, महेन्द्रगढ़ के गांव ककराला से विरेन्द्र सिंह, अंबाला के गांव खतौली से आदित्य जिंदल, कैथल के गांव चिका से अमित गोयल, रोहतक के गांव मरोधी से राजकुमार, मंडकोला के गांव औरंगाबाद से राकेश कुमार, कुरुक्षेत्र के पेहोवा से प्रकाश सिंह, भिवानी के गांव लोहानी से अशोक शर्मा, फरीदाबाद के गांव बहादरपुर से कुलदीप कौशिक, फतेहाबाद के गांव धौलू से राधे श्याम, सिरसा की ढांणी शेरा से रमेश भादू एवं झज्जर के गांव नांगली से जोगिन्द्र गुलिया शामिल हैं।

किसानों की समस्याओं का समाधान करेंगे वैज्ञानिक
मेले के दौरान आने वाले किसानों की खेतीबाड़ी संबंधी सभी समस्याओं के समाधान के लिए किसान गोष्ठियों का आयोजन होगा जिनमें विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक किसानों की कृषि व पशुपालन संबंधी समस्याओं का हल बताएंगे। इसके साथ वे फसलों, बीजों, किस्मों व अन्य सभी उपयोगी जानकारियां मुहैया करवाएंगे। आगंतुक किसानों को विश्वविद्यालय के अनुसंधान फार्म पर वैज्ञानिकों द्वारा उगाई गई खरीफ फसलें व उनमें प्रयोग की गई प्रौद्योगिकी की जानकारी प्रदान की जाएगी। इसके अलावा मेले में कृषि संबंधी व कृषि औद्योगिकी प्रदर्शनी भी लगाई जाएंगी जिससे किसानों को आधुनिक कृषि यंत्रों व तकनीकों की जानकारी मिल सकेगी। इस प्रदर्शनी में ‘स्वालंबी भारत – आत्मनिर्भर किसान’ पैवेलियन होगा जिसमें हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय से प्रशिक्षण लेकर अपना व्यवसाय शुरू करने वाले किसान अपने उत्पाद प्रदर्शित करेंगे।

किसान बीजों के लिए आधार कार्ड साथ लाएं
गेंहू की डब्ल्यू. एच.-1270, 1105, 711, 1124, 1142 व 1184, गेहूं की ही एच.डी.-2967, 3086 व 3226, गेहूं की डी.बी.डब्ल्यू. 222 व 303 किस्मों, सरसों की आर.एच.-725,30 व 749 किस्मों, जौ की बी. एच.-393, चने की एच.सी.-1, 5 व 7 किस्मों का आधार (फाउंडेशन) व प्रमाणित (सर्टिफाइड) बीज उपलब्ध होगा। बीज की खरीद के लिए किसानों को अपने साथ आधार कार्ड अवश्य लेकर आना होगा।

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