राजस्थान के भिवाडी से धारूहेडा की ओर आ रहे औ़द्योगिक रसायनयुक्त गंदे पानी की समस्या का समाधान के लिए दोनेा राज्यों के अधिकारियों की विगत दस वर्षो से बैठके तो होती है, लेकिन समस्या का समाधान होना तो दूर, यह समस्या लगातार बढती ही जा रही है। विद्रोही

2 सितम्बर 2022 – पिछले दस सालों से राजस्थान औद्योगिक क्षेत्र भिवाडी से धारूहेडा में आ रहे गंदे व रसायनयुक्त पानी का समाधान निकालने गुरूवार को धारूहेडा में दोनो राज्यों के उच्चाधिकारियों की केन्द्रीय राज्यमंत्री राव इन्द्रजीत सिंह व रेवाडी विधायक चिरवंजीव राव की उपस्थिति में हुई बैठक बेनतीजा रहने पर स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने कठोर आलोचना करेत हुए इसे निराशाजनक कदम बताया। विद्रोही ने कहा कि धारूहेडा कस्बा व आसपास के 30-35 गांवों के हजारों नागरिक पिछले दस वर्ष से ज्यादा समय से राजस्थान औद्योगिक क्षेत्र भिवाडी से आ रहेे गंदे व रसायनयुक्त पानी से बुरी तरह से प्रभावित है। इस गंदे पानी की वजह से आमजनों को सडांध व बीमारियों का तो सामना करना ही पड़ रहा है, साथ में इस क्षेत्र का भू-जलस्तर पर औद्योगिक रसायनों से इस कदर प्रदूषित हो गया है कि वह अब पीने लायक नही रहा और खेती में भी इस रसायनयुक्त पानी का विपरित असर हो रहा है। अब तो हालत यह हो गई है कि यह गंदा व रसायनयुक्त पानी दिल्ली-जयपुर हाईवे के यातायात को भी प्रभावित कर रहा है। 

विद्रोही ने कहा कि इस गंदे पानी की वजह से कापडीवास से लेकर धारूहेडा तक दिल्ली-जयपुर हाईवे रोड पर जाम लगा रहता है और मिनटों का सफर रेंग-रेंगकर घंटों में पूरा होता है जो यात्री अपनी गाडियों से व बसों में बैठे रहते है, उन्हे भी हाईवे के दोनो ओर भरे गंदले कीचड की वजह से भारी दुर्गंध का सामना भी करना पडता है जिसके चलते लोगों का सांस लेना भी दूभर होता है। विद्रोही ने कहा कि राजस्थान के भिवाडी से धारूहेडा की ओर आ रहे औ़द्योगिक रसायनयुक्त गंदे पानी की समस्या का समाधान के लिए दोनेा राज्यों के अधिकारियों की विगत दस वर्षो से बैठके तो होती है, लेकिन समस्या का समाधान होना तो दूर, यह समस्या लगातार बढती ही जा रही है। गुरूवार को धारूहेडा में दोनो राज्यों के उच्चाधिकारियों की राव इन्द्रजीत सिंह व चिरंजीव राव की उपस्थिति में हुई बैठक बेनतीजा व आश्वासनों तक सीमित रहने से आमजन को भारी निराशा हुई है। लोगों को आश्वासनों का राशन नही अपितु इस गंदले रासायनयुक्त पानी से निजात कैसे मिले, इसका स्थायी समाधान चाहिए। विद्रोही ने हरियाणा व राजस्थान के मुख्यमंत्रीयों से आग्रह किया कि वे दोनेा मिलकर इस मामले का स्थायी समाधान छह माह के अंदर निकालकर धारूहेडा व उसके आसपास के हजारों ग्रामीणों को गंदले व रासायनयुक्त पानी के दुष्प्रभावों से बचाये। वहीं दिल्ली-जयपुर हाईवे पर कापडीवास से लेकर धारूहेडो तक हर रोज लगने वाले जाम से भी इस हाईवे पर सफर करने वाले यात्रियों को भी बिना जाम से सुलभता से यातायात कर सके, इसकी भी पुख्ता व्यवस्था करे। 

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