-कमलेश भारतीय मैं आजादी के अमृत महोत्सव पर देश के लिए कुछ अनोखा करना चाहती थी जिससे न केवल मुझे बल्कि देश को भी गर्व हो । यूरोपीय चोटी माउंट एल्बम पर पंद्रह अगस्त पर तिरंगा फहराने का स्वर्णिम अवसर फिर कब मिलता और मैंने इस मौके को पूरी तरह कैश किया । माउंट एल्ब्रूस की दोनों ओर से फतह प्राप्त करने वाली पहली पर्वतारोही बन गयी । रीना भट्टी का आज अग्रसेन भवन में अभिनंदन किया गया । अभिनंदन करने वालों में अंजनि कुमार खारियावाला , रामनिवास कोहलीवाला , प्यारे लाल लाहौरिया , सत्यपाल अग्रवाल व एन के गोयल प्रमुख तौर पर विभिन्न रहे । इन्होंने विश्वास दिलाया कि रीना भट्टी के अगले माउंट एवरेस्ट के अभियान यथासंभव आर्थिक सहयोग भी देंगे । रीना भट्टी ने एक सवाल के जवाब में बताया कि अभी तक वह खुद अपनी तनख्वाह से ही यह पर्वतारोहण का महंगा जुनून पूरा कर रही है और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शुभकामनाएं अवश्य दी हैं लेकिन और किसी प्रकार का कोई संदेश नहीं आया । माइनस तीस डिग्री तापमान में जब हवा भी चेहरा पर कांटे की तरह चुभ रही थी तब तिरंगा फहराने का अपना ही आनंद था । पर्वतारोहण मेरे लिए जुनून है , पूजा है , इबादत है । Post navigation शिक्षक पद खत्म करना ग़रीब बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ : वर्मा शहरी स्थानीय निकाय मंत्री को आईएमए हरियाणा के पदाधिकारियों ने सौंपा ज्ञापन