राष्ट्रीय लोक अदालत के तहत पटौदी कोर्ट बैंच पर सुनवाईएमवी एक्ट, एक्साइज एक्ट व अन्य मामलों का निपटाराएसडीजेएम मुकेश कुमार की अध्यक्षता में कार्रवाई संपन्न फतह सिंह उजालापटौदी । पटौदी ज्यूडिशल कोर्ट कंापलेक्स में संपन्न राष्ट्रीय लोक अदालत में लगभग 2 करोड़ 40 लाख रुपए से अधिक के विभिन्न मामलों में दोनों पक्षों के बीच सेटलमेंट कर मामलों का निपटारा किया गया । राष्ट्रीय लोक अदालत के तहत पटौदी कोर्ट में लोक अदालत बेंच की अध्यक्षता सिविल जज जूनियर डिवीजन मुकेश कुमार के द्वारा की गई । इस मौके पर राष्ट्रीय लोक अदालत के तहत पटौदी कोर्ट में बेंच के समक्ष बैंक रिकवरी, एमवी एक्ट, चालान ,एक्साइज एक्ट व अन्य प्रकार के केस दोनों पक्षों के बीच आपसी सहमति से निपटारे के लिए प्रस्तुत किए गए। इस लोक अदालत में बड़ी संख्या में वादी और प्रतिवादी जल्द और सुगम न्याय उपलब्ध होने के दृष्टिगत बड़ी संख्या में अपने-अपने मामलों का निपटारा करवाए जाने के लिए उपस्थित हुए । इस मौके पर लीगल एड काउंसिल के एडवोकेट विनोद कुमार लांबा, एडवोकेट मनोज कुमार सहित अन्य एडवोकेट के द्वारा वादी और प्रतिवादी पक्ष की तरफ से मामलों को सुनते हुए आपसी सहमति से निपटारा करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की गई । राष्ट्रीय लोक अदालत के तहत पटौदी ज्यूडिशल कोर्ट कंपलेक्स में भी एक बेंच का गठन किया गया था। इस बेंच की अध्यक्षता जेएमएफसी मुकेश कुमार के द्वारा की गई । विभिन्न मामलों का निपटारा करने के लिए इन मामलों की सुनवाई के वास्ते मुकेश कुमार के समक्ष प्रस्तुत किया गया। पटोदी कोर्ट में राष्ट्रीय लोक अदालत के तहत विभिन्न मामलों का वादी और प्रतिवादी दोनों पक्षों के बीच सहमति बनाकर निपटारा करते हुए दो करोड़ 43 लाख 96 हजार 900 रूपए की रिककवरी/का सेटलमेंट किया गया । इस मौके पर जेएमएफसी पटौदी मुकेश कुमार ने आम लोगों का आह्वान किया कि जल्दी सस्ता और सुगम न्याय प्राप्त करने के लिए आम लोगों को राष्ट्रीय लोक अदालत में अपने-अपने मामले अधिक से अधिक संख्या में लेकर आने चाहिए। यह एक न्याय प्राप्त करने का ऐसा मंच है , जहां दोनों पक्षों के बीच मौके पर ही सुनवाई करते हुए बीच का रास्ता निकालकर विभिन्न प्रकार के मामलों का आपसी सहमति से सौहार्द पूर्ण निपटारा किया जाता है । उन्होंने कहा लोक अदालत न्याय प्राप्त करने का एक ऐसा प्लेटफार्म है जिसके प्रति अब लोगों का विश्वास दिन प्रतिदिन और अधिक मजबूत होता आ रहा है । लोक अदालत का सबसे सबसे महत्वपूर्ण पक्ष यह है कि यहां विभिन्न प्रकार के मामलों का दोनों पक्षों के बीच बातचीत करते हुए आपसी सहमति से निपटारा किया जाता है । माननीय सुप्रीम कोर्ट और माननीय हाई कोर्ट के मार्गदर्शन में समय-समय पर लोक अदालत का आयोजन किया जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य यही है कि नियमित कोर्ट के बाहर लोक अदालत के मंच पर मामलों का निपटारा कर वादी और प्रतिवादी को राहत उपलब्ध करवाई जा सके। Post navigation 1810 एकड़ का मुद्दा…….. किसान प्रतिनिधि मंडल से सीएम खट्टर ने मांगी 8 दिन की मोहलत एसडीजेएम तरून्नम खान ने पटौदी कोर्ट में फहराया तिरंगा