-तकनीक के इस्तेमाल से गलतियों की संभावना होगी कम, राजस्व रिकॉर्ड का रख रखाव भी पहले की अपेक्षा होगा ठीक प्रकार से- सीएम

गुरुग्राम 16 अगस्त। हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने आज गुरुग्राम में पटवारियों व कानूनगो को ई-गवर्नेंस के तहत 67 टेबलेट वितरित किए। यह कार्यक्रम गुरूग्राम के लोक निर्माण विश्राम गृह में आयोजित किया गया था। इस दौरान उन्होंने पटवारियों को सावधानी व ठीक तरीके से काम करने की सलाह दी और कहा कि यदि ठीक से काम नही करोगे तो कंप्यूटर का जो जाल बिछा है उसमें गलतियां पकड़ी जाएंगी। अगर आप से ठीक काम करते हुए अनजाने में गलती हो जाती है तो उपायुक्त आपके पीछे खड़े हैं।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि समय के साथ साथ तकनीक में भी क्रान्तिकारी बदलाव हुए हैं, ऐसे में पटवारियों को टैबलेट मिलने से काम पहले की अपेक्षा समय पर होने के साथ साथ गलतियों की संभावना भी कम होंगी और रिकॉर्ड का रख-रखाव भी ठीक प्रकार से हो सकेगा। अब पटवारी कोई भी गलती करेगा तो उसकी गलती टैबलेट के सॉफटवेयर के माध्यम से पकड़ी जाएगी। उन्होंने कहा कि पटवारी का काम बहुत जिम्मेदारी का होता है और यदि एक बार कोई भी डेटा रिकॉर्ड में गलत चढ़ जाए तो उससे लिटिगेशन शुरू हो जाती हैं। उन्होंने कहा कि पटवारी पढ़े-लिखे हैं और इन टैबलेट का इस्तेमाल आसानी से सीख सकते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा में मेरी फसल-मेरा ब्यौरा योजना के तहत 85 लाख एकड़ भूमि पंजीकृत है और प्रत्येक इंच की किसानों को स्वयं द्वारा अपने खेत में बोई गई फसल की जानकारी देनी होती है। इतना ही नही, प्रदेश में हर परिवार का डेटा तैयार किया जा रहा है जिसमें व्यक्ति के आयु , जाति, आय आदि का विवरण होेगा और उन्हें सरकारी सेवाओं का लाभ प्रोएक्टिव तरीके से दिया जाएगा । जैसे ही व्यक्ति सरकारी योजनाओं के लिए पात्र होगा तभी उसे सरकारी योजनाओं से डिजिटल माध्यम से जोड़ दिया जाएगा और उसे घर बैठे इन योजनाओं का लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया से रियल टाइम जनसंख्या का डेटा आना भी शुरू हो जाएगा।

ई -गर्वेनेंस का एक अन्य उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि अब राजस्व, मुख्यमंत्री का कार्यालय, मुख्य सचिव कार्यालय तथा वित विभाग आदि कार्यालय ई-ऑफिस के माध्यम से चल रहे हैं। ऐसे ही जिन विभागों में पब्लिक डीलिंग ज्यादा है उन्हें भी ई-ऑफिस प्रणाली से जोड़ा जा रहा है। मुख्यमंत्री ने बताया कि पिछले दिनों हरियाणा विधानसभा को भी ई-विधानसभा कर दिया गया है जिससे कागज की बचत होने के साथ साथ पर्यावरण संरक्षण भी होगा। उन्होंने कहा कि ई-गर्वेनेंस को बढ़ावा देते हुए प्रदेश में पिछले दिनों 10वीं, 11वीं तथा 12वीं कक्षा के 7 लाख विद्यार्थियों को टैबलेट भी वितरित किए गए हैं जिससे इतने बड़े पैमाने पर टैबलेट वितरित करने वाला हरियाणा दुनिया का पहला प्रदेश बन गया है। मुख्यमंत्री ने पटवारियों तथा राजस्व अधिकारियों से राजस्व रिकॉर्ड के बेहतर रख रखाव के संबंध में विचार विमर्श भी किया।

कार्यक्रम में गुरूग्राम के उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने इस मौके पर अपने विचार रखते हुए कहा कि पटवारी और कानूनगो को गिरदावरी, मेरी फसल मेरा ब्यौरा, परिवार पहचान पत्र से संबंधित कार्य जैसे कि जाति वैरिफिकेशन आदि फील्ड के कार्य करने होते हैं। ऐसे में पटवारियों की कार्यक्षमता बढ़ाने के लिए इसे डिजीटल करने का निर्णय लिया और पटवारियों के लिए 67 टैबलेट खरीदे गए। इन टैबलेट के सॉफटवेयर के माध्यम से समय की बचत होगी और लॉगनीट्यूड और लेटिट्यूड डिटेल के साथ वास्तविक समय के आधार पर रिपोर्ट तैयार होगी। टैबलेट को लेकर जिला प्रशासन द्वारा कमेटी गठित की गई थी जिसके बाद इनकी खरीददारी की गई। इस टैबलेट को पटवारी अपने साथ रखेगा और यदि भविष्य में पटवारी की ट्रांसफर भी हो जाती है तो उसके स्थान पर जो भी पटवारी ड्यूटी पर आएगा उसे वह टैबलेट दिया जाएगा।

इस अवसर पर कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के सुरक्षा सलाहकार अनिल कुमार राव, मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार अमित आर्य, एसडीएम अंकिता चौधरी, डीआरओ मनबीर सिंह, तहसीलदार दर्पण कंबोज सहित कई अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।

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