हर-घर तिरंगा अभियान के नाम पर भाजपा सरकार महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, गरीबी, सरकारी कुव्यवस्था, आर्थिक बदहाली से जूझ रहे आमजनों का असली मुद्दो से ध्यान हटाकर उसे भावनात्मक मुद्दों के जाल में फंसाकर अपनी असफलताओं को छिपाना व दबाना चाहती है।
राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा हर भारतीय के दिल में है और देश का हर नागरिक तिरंगे के सम्मान के लिए अपना स्र्वस्व बलिदान करने पहले भी तैयार था, आज भी है और आगे भी रहेगा : विद्रोही

8 अगस्त 2022 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया कि भाजपा हर-घर तिरंगा अभियान के नाम पर जिस तरह की औच्छी राजनीति कर रही है, उससे वह तिरंगे का सम्मान बढाने की बजाये अपने राजनीतिक हित साधने तिरंगे का दुरूपयोग कर रही है। विद्रोही नेे कहा कि राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा हर भारतीय के दिल में है और देश का हर नागरिक तिरंगे के सम्मान के लिए अपना स्र्वस्व बलिदान करने पहले भी तैयार था, आज भी है और आगे भी रहेगा। हर-घर तिरंगा अभियान के नाम पर भाजपा सरकार महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, गरीबी, सरकारी कुव्यवस्था, आर्थिक बदहाली से जूझ रहे आमजनों का असली मुद्दो से ध्यान हटाकर उसे भावनात्मक मुद्दों के जाल में फंसाकर अपनी असफलताओं को छिपाना व दबाना चाहती है। जिन संघीयों का भारतीय आजादी आंदोलन व तिरंगे की रक्षा में रत्तीभर का योगदान नही रहा, वे आज राष्ट्र भक्ति के स्वयंभू अलम्बरदार बनकर अपने पुरखों के पापों को छिपाने का असफल प्रयास कर रहे है।

विद्रोही ने कहा कि भाजपा-संघी सत्ता दुरूपयोग से लाख कुप्रयास कर ले, वे इस तथ्य को न तो कभी छिपा पाएंगे और न ही इतिहास में इस तथ्य में मिटा पायेंगे कि संघीयां के पुरखे आजादी आंदोलन में कुर्बानी देने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के विरोधी व अंग्रेजी हुकूमत के मुखबिर व दलाल थे। आज भी भाजपाई संघीयों के मूल चरित्र नही बदला है और अब भी वे आमजन हित की बजाय बडे कारपोरेट घरानों व विदेशी बहुराष्ट्रीय कम्पनियों को लाभ पहुंचाने सत्ता दुरूपयोग से वह हर कार्य कर रहे है जो आमजन की जेब काटकर उस पर आर्थिक चोट मारने वाला होता है। आमजन महंगाई से जूझ रहा है और युवा बेरोजगारी के कुचक्र में फंसा हुआ है। फिर भी भाजपा-संघी सरकार इस बात को स्वीकरने को तैयार  नही है कि देश में कमर तोड महंगाई व भारी बेरोजगारी है। 

विद्रोही ने कहा कि आज घर-घर रोजगार देकर आमजन की आर्थिक स्थिति कैसे सुधरे, महंगाई, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी पर कैसे अंकुश लगे, इसके व्यापक अभियान की जरूरत है। वहीं लोकतंत्र व संविधान पर मंडरा रहे फासीजम खतरे, देश में सत्ता दुरूपयोग से साम्प्रदायिक उन्माद, नफरत व बटवारे की औच्छीे राजनीति के खिलाफ व्यापक अभियान की जरूरत है। विद्रोही ने कहा कि भाजपा-संघ जनमुद्दों से भागकर नकली मुद्दों के जरिये देश की जनता को ठगने का जो कुप्रयास कर रहे है, उससे नागरिकों को सावधान होना होगा। 

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