रेवाडी, 7 अगस्त 2022 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने एक बयान में मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर से मांगी की कि हरियाणा विधानसभा मोनसून सत्र में दक्षिणी हरियाणा-अहीरवाल से सम्बन्धित विगत 8 सालों से आधे-अधूरे पड़े विकास प्रोजेक्टस के लिए पर्याप्त धन आवंटन करके उन्हे पूरा करवाये। विद्रोही ने कहा कि विगत आठ सालों से धन अभाव में अहीरवाल की शिक्षा व स्वास्थ्य क्षेत्र की परियोजनाएं बजट अभाव में पूरी नही हो पा रही है। अहीरवाल का शिक्षा व स्वास्थ्य ढांचा आधी-अधूरी पडी विकास परियोजनाओं के करण लडख़डाया हुआ है। इसमें भी रेवाडी जिले का सबसे बुरा हाल है जहां सत्तारूढ़ दल भाजपा के राजनरीतिक अंतर्विरोध के चलते हुए विकास परियोजनाएं पूरी होने का नाम नही ले रही है। इनमें गोठडा-पाली सैनिक स्कूल व भक्त फूलसिंह महिला विश्वविद्यालय रीजनल सैंटर कृष्ण नगर भवन निर्माण सबसे प्रमुख है। उक्त दोनो शिक्षण संस्थानों के भवन विगत 8 साल से पूरा होने की बाट जोह रहे है। विगत पांच सालों से रेवाडी के सामान्य सरकारी अस्पताल व ट्रामा सैंटर को जोडने वाला फुट ओवर ब्रिज ठंडे बस्ते में है। विगत छह साल से रेवाडी ब्यायज कालेज के भवन निर्माण के लिए जमीन तक आवंटित नही की गई है। विद्रोही ने कहा कि रेवाडी के बहुतकनीकी संस्थान नर्सिंग कालेज सूचारू रूप से कक्षाएं प्रारंभ नही हो रही है। रेवाडी की जिला लाईब्रेरी विगत 8 साल से कब और कहा बनेगी, कोई नही जानता। रेवाडी के कई सरकारी कालेजों का भवन निर्माण व शिक्षा आधारभूत ढांचा बन नही पा रहा है। रेवाडी के मीरपुर स्थित इंदिरा गांधी यूनिवर्सिटी का अपेक्षित विस्तार विगत सात सालों में नही हुआ। इस विश्वविद्यालय में शिक्षा व अन्य आधारभूत ढांचा कछुआ गति से चल रहा है। पटीकरा-नारनौल में आयुर्वेदिक कालेज कब व्यवस्थित ढंग से चलेगा, कोई नही जानता। नारनौल मल्टीर्पपज हब व आईएमटी महेन्द्रगढ़ कब शुरू होगी, यह भी कोई नही जानता। काकरोला-भागरोला गुरूग्राम विश्वविद्यालय भवन निर्माण अपेक्षित गति से नही चल रहा है। बिनौला रक्षा विश्वविद्यालय में विगत आठ सालों से एक ईंट भी नही लगी। रेवाडी में विगत पांच सालों से पीने के पानी की पर्याप्त सप्लाई नही हो रही, यहां हर माह पानी की राशनिंग होती है। पूरे अहीरवाल के शहरों व कस्बों का नागरिक आधारभूत ढांचा चरमराया हुआ है। गांवों के सम्पर्क रोड़ मार्ग जर्जर है। वहीं पूरे अहीरवाल के कालेजों व सरकारी विद्यालयों में पर्याप्त शिक्षक व शिक्षा आधारभूत ढंाचा नही है। विद्रोही ने कहा कि अहीरवाल की जनता ने दो लोकसभा व दो विधानसभा चुनावो में भाजपा को एकतरफा समर्थन देने के बाद भी इस क्षेत्र के साथ विकास मामलों में भेदभाव क्यों किया जा रहा है। विद्रोही ने मांग की कि इस विधानसभा सत्र में मुख्यमंत्री विधानसभा में घोषणा करके हरियाणा पिछडा वर्ग आयोग में पिछडे वर्ग से एक-एक सदस्य पिछडा वर्ग ब्लाक ए व बी से लेने की घोषणा करे। वहीं क्रीमीलेयर में कृषि आय जोडने के गलत फैसले को वापिस लेकर क्रीमीलेयर वार्षिक आय सीमा 6 लाख रूपये से 10 लाख रूपये वार्षिक की जाये। Post navigation महंगाई, बेरोजगारी व जीएसटी के विरोध में आंदोलन की धर्म व आस्था से तुलना बीमार मानसिकता : विद्रोही हर-घर तिरंगा अभियान के नाम पर औच्छी राजनीति ! विद्रोही