छात्राओं ने पारंपरिक गीत-उमंग के साथ झूला पर लिये हिलोरेइसी दिन पार्वती को कठोर तपस्या के बाद शिव की प्राप्ति हुई फतह सिंह उजाला पटौदी। राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय फर्रूखनगर में हरियाली तीज का आयोजन पूरे हर्षाेल्लास के साथ किया गया। प्राचार्य जितेंद्र यादव ने बताया कि हरियाली तीज सावन मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया को आती है। ऐसी पौराणिक मान्यता है कि इस दिन पार्वती को कठोर तपस्या के पश्चात भगवान शिव के मिलन की प्राप्ति हुई थी। इसलिए इस दिन स्त्रियांँ अखंड सुहाग के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। कुंवारी लड़कियांँ इस व्रत को उत्तम वर प्राप्ति के लिए रखती हैं। तीज के त्यौहार पर बहन-बेटियों को तीज का सिंधारा भेज कर मान-सम्मान दिया जाता है। इस दिन बहन बेटियाँ अपने मायके में आकर अनेक प्रकार के पकवान खाती हैं और झूला-झूल कर और गीत व नृत्य के माध्यम से अपनी खुशी प्रकट करती हैं। इस त्यौहार को जीवंत रूप देने के लिए और इसकी महता से आज के परिवेश में पल रहे बच्चों को अवगत कराने के उद्देश्य से विद्यालय की छात्राओं ने रसायन प्रवक्ता सुनीता ठक्कर और इतिहास प्रवक्ता कृष्णा के मार्गदर्शन में गीत-संगीत और हरियाणवी व पंजाबी लोनृत्य की रंगारंग प्रस्तुति करके हरियाली तीज के महत्व को प्रस्तुत किया। इस अवसर पर छात्राओं के मध्य मेहंदी प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया जिसमें विद्यालय की छात्राओं ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। इस अवसर पर छात्राओं ने सभी अध्यापिकाओं के मेंहदी लगाईं। छात्रों के बीच भी पतंग उड़ाने की प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसके माध्यम से अनेक छात्रों ने अपनी प्रतिभा दिखाई और हवा में पतंगबाजी करके सुंदर नजारा प्रस्तुत किया। हरियाली तीज के उपलक्ष में विद्यालय में झूला पटरी डालकर झूला झूलती हुई छात्राओं और अध्यापिकाओं ने गीत भी गाए। अंत में प्राचार्य ने प्रतियोगिताओं का परिणाम घोषित किया और फिर से हरियाली तीज की हार्दिक शुभकामनाएं विद्यार्थियों और स्टाफ सदस्यों को प्रेषित की। Post navigation …तो फिर जल्दी ही जाटोली कॉलेज भी बन जाएगा नया एसटीपी ? मंदिर चुप है मस्जिद चुप है, बोल रही है नफरत ……. ज़हर कहां तक पहुंचा, हर घर तिरंगा से तौल रही सियासत : सुनीता वर्मा