ढाई महीने पहले दर्ज केस में आरोपी फाइनेंसर व उसके साथियों को नही पकड़ पाई आजादनगर थाना पुलिस फाइनेंसर के डर से दलित महिला पलायन करने को मजबूर,बोली – एसपी ऑफिस में डालूंगी डेरा हिसार,31जुलाई 2022 – आजादनगर थाना के अंतर्गत आने वाले विराट नगर की एक दलित महिला दयावंती को पहले से दर्ज केस के आरोपियों ने फिर से जबरन मकान खाली करने व जान से मारने की धमकी देने का मामला सामने आया है। डरी हुई पीड़िता ने इस मामले में सुरक्षा की मांग व आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर आजादनगर थाना में रविवार को फिर से एक और शिकायत दी है। पीड़ित दलित महिला दयावंती ने बताया की उनके पति अशोक ने गंगवा के एक फाइनेंसर ओमप्रकाश महाजन से रुपए उधार लिए थे और बदले में कुछ शर्तों सहित मकान का एक एग्रीमेंट तैयार कर अपना मकान उसके पास गिरवी रखा था। इस एग्रीमेंट में उधार के पैसे चुकाने पर मकान वापिस करने की शर्ते थी। लेकिन फाइनेंसर ओमप्रकाश के मन मकान की कीमत ज्यादा होने के कारण लालच आ गया है। आरोप है की फाइनेंसर ने तय शर्तो का उलंघन किया है और कई बार पीड़ित महिला को अकेला देखकर जबरन घर में घुस कर अश्लील हरकत करने की कोशिश की है और विरोध करने पर मारपीट व जातीय उत्पीड़न कर मकान खाली करने का दबाव बनाया है। इस संबंध में पीड़ित महिला की शिकायत पर 14 मई को ढाई महीने पहले आजादनगर थाना में ओमप्रकाश महाजन व उसके आदमियों पर मुकदमा नंबर 420 दर्ज हुआ था। लेकिन पुलिस की अंधेरगर्दी के चलते व फाइनेंसर द्वारा अपने प्रभाव का इस्तेमाल करने से उसकी गिरफ्तारी नही हुई है। कानून व पुलिस से बेखौफ हुए फाइनेंसर ने फिर से दलित महिला को प्रताड़ित करना शुरू कर दिया है। पीड़ित महिला दयावंती का कहना है की आरोपियों ने उसका व उसके परिवार का जीना हराम कर रखा है। पति काम धंधे के सिलसिले में अक्सर बाहर रहते है। अकेले में ये आरोपी कोई भी हादसा कर सकते है। मुझे घर छोड़ने के लिए मजबूर किया जा रहा है। यदि मुझे यहां से मजबूरी में पलायन करना पड़ा तो में बच्चों सहित एसपी ऑफिस हिसार में डेरा डालूंगी। डीएसपी अशोक कुमार कर रहे है मामले की जांच पीड़ित महिला ने बताया की पहले वाले दर्ज केस की जांच डीएसपी अशोक कुमार कर रहे है। उन्हें कई बार एसपी ऑफिस में बयानों के लिए बुलाया जा चुका है। हर बार आरोपियों की गिरफ्तारी का आश्वासन देकर भेज दिया जाता है। हमारे पास सारे सबूत है फिर भी आरोपियों की गिरफ्तारी नही होना समझ से परे है। फाइनेंसर महाजन व उसके आदमियों ने मेरा जीना हराम कर रखा है। ये अपराधिक प्रवृति के लोग मेरे व मेरे परिवार के साथ कोई भी जान- माल का नुकसान कर सकते है। Post navigation हम भारतीय सोच कब बनायेंगे ?….. राज्यपाल कोश्यारी के बयान पर कौन मांगेगा माफी ? कला है जो ” स्व” से निकलकर वसुधैव कुटुंकंम से जोड़ती है : स्थानीय निकाय मंत्री डॉ कमल गुप्ता