2 दिन होगा ट्रायल, 1 से टोल वसूली भारत सारथी/ कौशिक नारनौल। ट्रांस हरियाणा ग्रीन फील्ड परियोजना भारत माला प्रोजेक्ट के तहत हरियाणा को एक और 6 लेन हाईवे आज से मिल जाएगा। दो दिन इस हाईवे पर बतौर ट्रायल होगा और फिर 1 अगस्त से हाईवे पर टोल की वसूली भी शुरू हो जाएगी। इस हाईवे के बनने से हरियाणा के 8 जिलों खासकर दक्षिणी हरियाणा के नारनौल-महेन्द्रगढ़ तथा भिवानी की सीधे चंडीगढ़ से कनेक्टिविटी हो जाएगी। नारनौल बाईपास के मांदी से शुरू होने वाले इस 6 लेन राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 152डी को बनाने की घोषणा 2018 में हुई थी, लेकिन कोविड के चलते काम शुरू होने में देरी हुई। इसके बाद हाईवे का शिलान्यास 14 जुलाई 2020 को हुआ। 227 किलोमीटर लंबे नारनौल बाईपास के मांदी से शुरू होने वाला यह हाइवे सीधे अंबाला के इस्माइलाबाद स्थित गंगहेड़ी तक पहुंचेगा, जहां से चंडीगढ़ की दूरी महज कुछ किलोमीटर की रह जाएगी। अभी तक नारनौल, महेन्द्रगढ़ और भिवानी जैसे जिले के लोगों की प्रदेश की राजधानी चंडीगढ़ से सीधे कोई कनेक्टिविटी नहीं थी। लंबे समय से इस हाईवे के बनाने की मांग चली आ रही थी। NHAI द्वारा जारी किए गए पत्र में बताया गया कि इस 6 लेन हाइवे का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो गया है। 30 और 31 जुलाई तक इस पर बतौर ट्रायल ट्रैफिक शुरू किया जाएगा। इसके बाद 1 अगस्त से हाईवे पर टोल की वसूली की जाएगी। 227 किलोमीटर लंबे इस हाइवे पर करीब 4 टोल बूथ बनाए गए है। पहला टोल बूथ महेन्द्रगढ़ में ही बनाया गया है। *हाइवे के दोनों तरफ ग्रीनरी का विशेष ध्यान रखा गया है। *राजस्थान से आने वाले वाहनों को बड़ी राहत अभी तक महाराष्ट्र, गुजरात, मध्यप्रदेश और राजस्थान की तरफ से आने वाले वाहनों को अगर कुरुक्षेत्र, करनाल, अंबाला, चंडीगढ़, कैथल या फिर रोहतक जाना होता था तो उन्हें दिल्ली-जयपुर हाईवे एनएच-48 पर रेवाड़ी के रास्ते होकर गुजरना होता था। आगे का रास्ता या तो केएमपी या फिर दिल्ली होकर तय करना होता था, लेकिन अब इस हाईवे के बनने से राजस्थान की तरफ से आने वाले वाहन राजस्थान के कोटपूतली एरिया में पड़ने वाले पनियाला मोड से सीधे नारनौल के मांदी बाईपास के रास्ते अंबाला तक इस हाईवे पर सफर कर सकते हैं। *हरियाणा के 8 जिलों को सीधा लाभ नारनौल बाईपास से शुरू होने वाले एनएच 152डी 6 लेन हाईवे का सीधा लाभ हरियाणा के 8 जिलों महेन्द्रगढ़, कुरुक्षेत्र, रोहतक, कैथल, भिवानी, करनाल और चरखी-दादरी व जींद जिले को होगा। अभी तक इन आठ जिलों की भी सीधे कोई कनेक्टिविटी नहीं थी। *3 घंटे में तय होगा दूरी हजारों करोड़ रुपए की लागत से बनकर तैयार हुए इस हाईवे पर नारनौल से अंबाला के इस्माइलाबाद तक की 227 किलोमीटर की दूरी को महज 3 घंटे से भी कम समय में पूरा किया जा सकता है। इस हाईवे पर पर्यावरण का भी खास ख्याल रखा गया है। दोनों तरफ काफी पेड़-पौधे लगाए गए हैं, जिससे आने वाले समय में पूरा हाईवे हरा-भरा नजर आएगा। Post navigation चरखी दादरी से अलवर जाने वाली रेलवे लाइन कभी महेंद्रगढ़, नारनौल व बहरोड़ होकर नहीं निकलनी थी: सांसद चौधरी धर्मवीर सिंह आजादी के अमृत महोत्सव के तहत जल शक्ति अभियान