डेड बॉडी की तलाश में रात भर जारी रहा रेस्क्यू ऑपरेशन.
सोमवार सुबह दमकल कर्मचारियों ने निकाली डेड बॉडी.
शिवरात्रि पर्व से पहले मंदिर परिसर में हुआ बड़ा हादसा.
शिव कुंड में मिली डेड बॉडी की नहीं हो सकी है पहचान

फतह सिंह उजाला

पटौदी । पटौदी विधानसभा क्षेत्र में मौजूद पौराणिक महत्व के इंछापुरी शिव मंदिर परिसर में मौजूद शिव कुंड में डेड बॉडी मिलने से खलबली मच गई । शिव कुंड में मिली डेड बॉडी की पहचान नहीं हो सकी है कि मृतक कौन है और कहां का रहने वाला है। गौरतलब है कि पटौदी विधानसभा क्षेत्र के गांव इंछापुरी में स्थित पौराणिक महत्व के इंछापुरी शिव मंदिर में स्वयंभू स्थापित भगवान शिव-शिवलिंग का अभिषेक करने के लिए हजारों की संख्या में विभिन्न राज्यों और जिलों से शिव भक्तों पहुंचते हैं । वर्ष में दो बार शिवरात्रि और महाशिवरात्रि पर्व के मौके पर यहां मेले का भी आयोजन किया जाता है। मंगलवार 26 जुलाई को शिवरात्रि पर्व के दृष्टिगत सोमवार से ही इच्छापुरी शिव मंदिर परिसर में दूरदराज के पवित्र और तीर्थ स्थानों से गंगाजल लाकर शिवलिंग का अभिषेक करने वाले शिव भक्तों का पहुंचना आरंभ हो चुका है। यहां आने वाले शिव भक्तों और श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं हो इसके लिए इंछापुरी दानार्थ एवं धर्मार्थ ट्रस्ट सहित मंदिर संचालन कमेटी और समाजसेवी अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन की तरफ से भी विशेष व्यवस्था की गई है।

जानकारी के मुताबिक स्थानीय फायर ब्रिगेड कार्यालय को संडे रात सूचना मिली की इंछापुरी शिव कुंड में कोई अज्ञात व्यक्ति डूब कर मर गया है। इसके बाद फायर ब्रिगेड विभाग के अनिल, रामकेश, हरीश, जय भगवान, किशन, जोगिंदर, गोताखोर व अन्य शिव कुंड पर पहुंचे। इसके बाद तलाश आरंभ हुई शिव कुंड में बताई गई डेड बॉडी निकालने के लिए। कर्मचारियों के द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन संडे रात को 9. 30 बजे ही आरंभ कर दिया गया, डेड बॉडी की तलाश के लिए यहां गहरे और पानी से लबालब भरे हुए शिव कुंड में गोताखोरों के द्वारा भी डेड बॉडी की तलाश का काम किया गया । डेड बॉडी को निकालने के लिए दमकल विभाग के कर्मचारियों द्वारा कई बार जाल भी डाल कर चारों दिशाओं में घुमाया गया। जिससे कि डेड बॉडी जाल में फस जाए , डेड बॉडी की तलाश में संडे रात को लगभग 9. 30 बजे आरंभ किया गया रेस्क्यू ऑपरेशन सोमवार सुबह लगभग 7. 15 बजे उस समय समाप्त हुआ जब शिव कुंड में डूब कर मरे व्यक्ति की डेड बॉडी फायर ब्रिगेड कर्मचारियों के हाथ लगी।

डेड बॉडी को शिव कुंड से बाहर निकाल कर उसकी पहचान के भी प्रयास किए गए। क्योंकि शिवरात्रि पर्व पर यहां लगने वाले मेले को ध्यान में रखते हुए विभिन्न लोगों सहित स्टॉल, झूले इत्यादि वालों से भी पूछा गया कि उनके साथ या कोई उनका जानकार या फिर परिचित व्यक्ति तो नहीं है । लेकिन शिव कुंड से निकाले गए मृतक व्यक्ति की पहचान नहीं हो सकी। फायर ब्रिगेड कर्मचारियों के द्वारा शिव कुंड में मिले डेड बॉडी के विषय में पुलिस को भी सूचित किया गया। इसके बाद मृतक की पहचान के लिए गुरुग्राम मोर्चरी में भिजवा दिया गया। स्थानीय प्रशासन , इंछापुरी धर्मार्थ एवं दानार्थ ट्रस्ट, मंदिर संचालन कमेटी सहित सरपंच के द्वारा आम लोगों का आह्वान किया गया है कि मंदिर परिसर में ही बने हुए शिव कुंड पर अनावश्यक रूप से जाने से बचें। क्योंकि मान्यता है कि यहां स्वयंभू स्थापित शिवलिंग का अभिषेक किया जाने के उपरांत शिव कुंड में मिट्टी की छटाई करने से भी पुण्य प्राप्त होता है । इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए यहां आने वाले सभी शिव भक्तों और श्रद्धालुओं का आह्वान किया गया है कि शिव कुंड पर अनावश्यक रूप से जाने से परहेज किया जाए।