स्थानीय जनता पर भारी टोल टैक्स लगाकर सरकार मना रही है जश्न। एलिवेटेड रोड पर एंट्री-एक्जिट प्वाइंट जनता की सुविधा के लिए हों ना कि टोल कंपनी को फ़ायदा पहुँचाने के लिए। स्थानीय निवासियों के लिए तथा जो व्यक्ति एलिवेटेड रोड को इस्तेमाल नहीं करेंगे उनके लिए बनाईं जाए टोल फ़्री लेन। गुरुग्राम, 19 जुलाई, 2022 – संयुक्त किसान मोर्चा गुरुग्राम के अध्यक्ष एवं जिला बार एसोसिएशन गुरुग्राम के पूर्व प्रधान चौधरी संतोख सिंह ने कहा कि सोहना एलिवेटेड रोड को बनाने का एग्रीमेंट 1466 करोड़ में हुआ तो फिर प्रोजेक्ट 2000 करोड़ तक केसे पहुँचा ? उन्होंने कहा कि सरकार स्थानीय जनता पर भारी टोल टैक्स लगाकर जश्न मना रही हैं। नेशनल हाईवे 248ए सोहना एलिवेटेड रोड 21.65 किलोमीटर लंबा है।इस हाईवे के निर्माण का एग्रीमेंट दो पैकेज में किया गया था।पैकेज एक में राजीव चोक गुरुग्राम से बादशाहपुर तक 08.94 किलोमीटर ओरिएंटल स्ट्रकचरल इंजीनियर्स कम्पनी ने 800 करोड़ में बनाने का एग्रीमेंट किया था तथा पैकेज दो में बादशाहपुर से के आर मंगलम यूनिवर्सिटी सोहना तक 12.71 किलोमीटर एचजी इन्फ़्रा इंजीनियरिंग कंपनी ने 666 करोड़ में बनाने का एग्रीमेंट किया था। अब इस हाईवे के शुभारंभ के अवसर पर प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि उपरोक्त प्रोजेक्ट 2 हज़ार करोड़ में तैयार हुआ है तथा इस हाईवे के निर्माण के पैकेज एक में करीब 1 हजार करोड रुपए व पैकेज दो में करीब 944 करोड रुपए में खर्च किए गए है। उन्होंने सरकार से सवाल किया कि जब सोहना एलिवेटेड रोड को बनाने का एग्रीमेंट 1466 करोड़ में हुआ तो फिर प्रोजेक्ट 2000 करोड़ तक केसे पहुँचा ? उन्होंने कहा कि इसमें गड़बड़झाला लगता है।उन्होंने इस गड़बड़झाले की जाँच की माँग की। उन्होंने कहा कि सोहना एलिवेटेड रोड को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल के तहत प्राइवेट कंपनी ने बनाया है तथा वह लागत से कई गुणा ज़्यादा हज़ारों करोड़ जनता से वसूल करेगी तो फिर सरकार झूठी वाहवाही क्यों लूट रही है ? एलिवेटेड रोड के नीचे सड़क पर जाम लगा रहता है। एलिवेटेड रोड पर एंट्री-एक्जिट प्वाइंट जनता की सुविधा के लिए हों ना कि टोल कंपनी को फ़ायदा पहुँचाने के लिए।इसलिए जहां कहीं भी एंट्री-एक्जिट प्वाइंट की ज़रूरत है वहाँ पर एंट्री-एक्जिट प्वाइंट बनाएँ जाये। उन्होंने कहा कि स्थानीय निवासियों के आने जाने के लिए पहले से ही सोहना-गुरुग्राम रोड का इंफ्रास्ट्रक्चर मौजूद था।उन्होंने सरकार से सवाल किया कि जब सोहना-गुरुग्राम निवासियों के आने जाने के लिए पहले से ही रोड का इंफ्रास्ट्रक्चर मौजूद था,तो फिर स्थानीय निवासियों पर टोल टैक्स क्यों? उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति एलिवेटेड रोड को इस्तेमाल नहीं करेंगे तथा एलीवेटेड रोड के नीचे से ही टोल प्लाज़ा पर पहुँचेंगे तथा स्थानीय निवासियों के लिए टोल प्लाज़ा पर दोनों तरफ़ टोल फ़्री लेन बनायी जाए। Post navigation ठोस कचरा प्रबंधन नियम-2016 की पालना नहीं करने पर किया गया चालान मुख्यमंत्री ने DSP तावडू (नूंह) सुरेंद्र सिंह की हत्या के मामले में दिए कड़ी कार्रवाई करने के आदेश