–       बालसमंध में 90 दिनों से धरने पर बैठे किसानों को दिया समर्थन, खराब फसलों के लिए मुआवजे की मांग कर रहे हैं किसान, सैलजा का आरोप सरकार नहीं देना चाहती किसानों का मुआवजा

हिसार।  फसलों की गिरदावरी को लेकर 90 दिन से धरने पर बैठे किसानों को अब पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा ने भी अपना समर्थन दिया है। प्रदेश कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष कुमारी सैलजा सोमवार को किसानों के बीच धरनास्थल पर पहुंची। यहां उन्होंने किसानों से बातचीत की। साथ ही उनकी मांग को जायज ठहराते हुए प्रदेश सरकार पर हमला बोला। सैलजा ने कहा कि ये बेहद दुख की बात है कि सरकार किसानों को घोषणा के बावजूद उनका जायज हक नहीं दे रही है। जबकि किसान हक के लिए 90 दिन से धरने पर बैठे हैं।

कपास-ग्वार की फसल को हुआ नुकसान
मौसम की वजह से  जिले में सबसे ज्यादा बालसमंद के किसानों की कपास व ग्वार की फसलों को नुकसान हुआ था।  बकायदा प्रशासन की ओर से खराब फसलों के लिए गिरदावरी भी करवाई गई थी।  तब कपास की 125 हेक्टेयर, ग्वार की  70 से 80 हजार हेक्टेयर फसल को नुकसान होने की बात कही थी। कुछ क्षेत्र में बाजरा की फसल को भी शामिल किया था। कम बारिश के कारण सफेद मक्खी के प्रकोप ने सबसे ज्यादा फसलों को नुकसान किया था। इसके अलावा जिले के हांसी के पास गांव ढाणा, गढ़ी, अनीपुरा, रामपुरा तथा अन्य गांवों में फसलें बेमौसमी बरसात की की वजह से खराब हो गई थी। मुआवजे को लेकर अब जिले के ज्यादातर किसान सरकार के खिलाफ निरंतर आंदोलन कर रहे हैं। मगर सरकार उनकी मांगों को जानबूझकर अनदेखा कर रही है।

किसानों का मुआवजा देना नहीं चाहती सरकार
कांग्रेस की वरिष्ठ नेता कुमारी सैलजा ने किसानों के विरोध का समर्थन करते हुआ कि राज्य सरकार नहीं चाहती कि किसानों को उनकी खराब फसलों का मुआवजा दिया जाए। इसी वजह से महीनों से गिरदारवी की रिपोर्ट अफसरों की टेबलों पर धूल फांक रही है। उन्होंने कहा भाजपा-जजपा सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि प्रदेश में एक लाख से जयादा किसानों की फसलों को ओलावृष्टि, मौसम व बीमारी के कारण नुकसान हुआ था।इन किसानों ने सरकार से फसलों का मुआवजा मांगा  था लेकिन दुख की बात है कि गिरदावरी रिपोर्ट तैयार होने के बावजूद ज्यादातर किसानों को मुआवजे के लिए अभी तक धरने-प्रदर्शन करने पड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष के दबाव में सरकार ने किसानों की खराब फसलों को लेकर विशेष गिरदावरी के आदेश तो दिए थे लेकिन मुआवजा अभी तक नहीं दिया। सरकार नहीं चाहती कि किसानों को मुआवजा दिया जाए। किसानों की बर्बादी रोकने को लेकर सरकार कतई गंभीर नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को आर्थिक तौर पर कमजोर कर रही है। इसी वजह से किसानों को लगातार कर्जदार बनाया जा रहा है।  सरकार की मंशा साफ है कि वह किसान को कमजोर रखना चाहती है कि ताकि वह कोई मांग न कर सके। आसानी से उसकी मांग को दबाया जा सके। सैलजा ने कहा कि ऐसा कदापि नहीं होने दिया जाएगा। कांग्रेस किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। उन्होंने कहा कि जरुरत पड़ी तो कांग्रेस किसानों के लिए सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन भी करेगी।

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