मृतक के जेब से मिला सुसाइड नोट, लड़की पक्ष ने लगाया दहेज का आरोप
पुलिस ने मामला दर्ज कर की कार्रवाई आरंभ

महेंद्रगढ़, 7 जुलाई (सुरेश पंचोली): महेंद्रगढ़ की जवाहर लाल नहर में बीती रात्रि गांव खेड़ा के एक दंपत्ति ने अपने दोनों बच्चों सहित नहर में कूदकर अपनी जीवल लीला समाप्त कर ली। वीरवार प्रात: जब इस हादसे की जानकारी गांव के लोगों को मिलते ही गांव का माहौल गमहीन हो गया तथा ग्रामीणों ने नहर पर एकत्रित होकर गांव के ही गोताखोरों द्वारा शव निकालने की तलाश जारी की दी।

मिली जानकारी के अनुसार इस हादसे में गांव खेड़ा का संदीप 33 वर्ष पुत्र सुरेश, दीपा पत्नी संदीप, दिव्यंत पुत्र संदीप 5 वर्ष व वशिंता 2 वर्ष पुत्री संदीप की तलाश गांव के खोताखोरों ने जारी कर दी। लगभग 10 घंटे बीत जाने के बाद गोताखोरों ने संदीप व उसके पुत्र दिव्यंत का शव नहर से बरामद किया। पिता व बेटे का रस्सों से बांधा हुआ जब शव बरामद हुआ तो कई प्रकार की चर्चाए आरंभ हो गई।

मृतक के जेब से मिले सुसाइड नोट भी बरामद हुआ। जिसमें उसने बताया कि वह संदीप जाति अहीर गांव खेड़ा का स्थाई निवासी है। आज अपने पूरे परिवार के साथ अपनी मर्जी से खुदकुशी कर रहा है और वह इसको लेकर किसी को भी जिम्मेवार नहीं ठहरा रहा हूँ। ये आत्महत्या हम पति व पत्नी की आपसी सहमति है। इस आत्महत्या के पीछे किसी का भी कोई प्रकार का कोई हाथ नहीं है। जो मैनें और मेरी पत्नी की सहमित से की है। जिसके लिए कोई भी जिम्मेवार नहीं है। उसने अपने इस नोट में यह भी लिखा था कि अगर उनकी डैडबॉडी किसी को भी मिलती है उसे सुसाइड नोट लिखे पते पर भिजवाने का कष्ट करें। पति का शव मिलने के बाद जब पत्नी का शव नही मिला तो नहर का पानी पीछे से बंद करवाया गया लगभग सात घंटे के बाद पत्नी व बेटी का शव मिला जो रस्सी से बंधा हुआ था।

इस बात की आम चर्चा विषय बना हुआ है कि मृतक के पास यह बांधने के लिए रस्सी आदि कहां से आई और इनकों किसने बांधा जो और क्यों जांच का विषय है। परिवार के चार लोगों का मरना कोई छोटी बात नहीं है। उनके परिजनों ने बताया कि वह पूरा परिवार हरिद्वार नहाने के लिए गया था जो बुधवार की रात तिलक ब्रिज रेलगाड़ी से महेंद्रगढ़ आये थे और किसी मिलने वाले की स्कूटी मंगवा कर अपनी घर गांव खेडा जा रहे थे लेकिन नहर के कुछ दूरी पर ही इसकी स्कूटी खड़ी हुई मिली और इन सभी ने नहर में डूबकर आत्महत्या कर ली। वहीं लड़की के पिता का कहना है कि यह सुसाइड नहीं है इन्हें मारा गया है। पूरे गांव में इसी घटना को लेकर गमहीन माहौल है। समाचार लिखे जाने तक शवों का पोस्टमार्टम नहीं हो पाया था और पुलिस आगामी कार्रवाई में लगी थी।

मृतका दीपा के पिता ने महेंद्रगढ़ पुलिस को एक लिखित एक शिकायत में भी दी जिसमें उन्होंने पुलिस को बताया कि कि मेरी पुत्री दीपा की शादी बीते 1 दिसंबर, 2016 को बड़ी धूमधाम से और अपनी हैसियत से ज्यादा दान दहेज देकर गांव खेड़ी से की थी। शादि के बाद जब दीपा अपने ससुराल पहली बार गई तभी ही दीपा का ससुर सुरेश, सास बिमला, नंद अनिता एवं दामाद संदीप निवासी भडंगी ने यह कहकर बेइजत मेरी लड़की को किया कि तु शादी में शिफ्ट गाड़ी लेकर नहीं आई तो शादी से पहले ही यह बात की गई थी। मेरे दामाद संदीप इसका विरोध करता था तो उसका पिता सुरेश उसको बेदखल करने की धमकी देता था और इसके अलावा भी अन्य बातें भी शिकायत में लिखी हुई है। पुलिस इस मामले में बारिकी से छानबीन कर रही है।

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