हरियाणा के राज्यपाल अचानक जा पहुंचे गुरूग्राम विश्वविद्यालय, देखी व्यवस्थाएं और किया अवलोकन

विश्वविद्यालय की सूचना विवरणिका एवं शोध जर्नल ‘गुरुग्राम यूनिवर्सिटी बिज़नेस रिव्यु‘ का राज्यपाल ने किया विमोचन
गुरूग्राम की तरह ही गुरूग्राम विश्वविद्यालय का नाम विश्व में चमके-राज्यपाल
शिक्षक बने विद्यार्थियों के आदर्श- राज्यपाल
कुलपति ने राज्यपाल को प्रेजेंटेशन के माध्यम से विवि. की गतिविधियों तथा उपलब्धियों से अवगत करवाया

गुरूग्राम, 5 जुलाई। हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय मंगलवार को बिना किसी पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अचानक गुरूग्राम विश्वविद्यालय जा पहुंचे, जहां पर उन्होंने विश्वविद्यालय की व्यवस्थाएं देखने के साथ साथ फैकल्टी सदस्यों से भी बातचीत की।

इस दौरान राज्यपाल श्री दत्तात्रेय ने कहा कि वे बिना सूचना दिए यह देखने आए हैं कि यह संस्थान कैसा चल रहा है। उन्होंने कहा कि सोमवार को ही केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्री के सचिव , विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के चेयरमैन तथा एआईसीटीई के चेयरमैन से दिल्ली में मुलाकात हुई और उनसे यह जानकर प्रसन्नता हुई कि हरियाणा में राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने की दिशा में अच्छा काम किया जा रहा है।

शिक्षकों को अपने गुरू के बारे में बताते हुए राज्यपाल ने कहा कि शिक्षक का विद्यार्थी पर प्रभाव पड़ना चाहिए, आपके बोलने व रहने सहने के तरीके से भी विद्यार्थी सीखे , केवल किताबी ज्ञान ही काफी नही है। उन्होंने कहा कि आप स्वयं को अपने फील्ड में अपडेट रखें और विद्यार्थियों के लिए आदर्श बनें। श्री दत्तात्रेय ने यह भी कहा कि गुरूग्राम शहर का नाम भारत ही नही विदेशों में भी विख्यात है, उसी प्रकार गुरूग्राम विश्वविद्यालय का भी विश्व भर में नाम हो। विदेशों से विद्यार्थी यहां पढ़ने आएं। उन्होंने प्राध्यापकों से कहा कि वे रिसर्च , इन्क्यूबेशन और नई तकनीक पर जोर दें। साथ ही राज्यपाल ने कहा कि आपके ज्ञान और पढ़ाने के तौर -तरीकों के आधार पर ही विद्यार्थी आपका सम्मान करेंगे। राज्यपाल ने यह भी कहा कि हैदराबाद फार्मास्यूटिकल का हब है और वे प्रयास करेंगे कि वहां की फार्मा कंपनी के साथ इस विश्वविद्यालय के फार्मेसी संकाय का एमओयू हो ताकि विद्यार्थियों को प्लेसमेंट में लाभ मिले।

राज्यपाल ने फैकल्टी सदस्यों के साथ परिवार के सदस्यों की तरह बात की। उनसे सुझाव भी मांगे और उनके विचार भी सुने। इसके बाद राज्यपाल ने गुरूग्राम जिला के गांव कांकरौला -भांगरौला के निकट सैक्टर-87 में 48 एकड़ में बनाए जा रहे गुरूग्राम विश्वविद्यालय के परिसर को भी जल्द पूरा करवाने का आश्वासन दिया और कहा कि पिछले दिनों स्वयं मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल उस परिसर का अवलोकन करके आए थे। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के बारे में जानकारी मिली है कि यहां 17 फैकल्टी सदस्य काम कर रहे हैं जबकि जरूरत लगभग 170 की है। इतनी कम संख्या में भी फैकल्टी सदस्य मेहनत व लग्न से विश्वविद्यालय को चला रही है। इस मौके पर राज्यपाल ने जीयू के नए शैक्षणिक सत्र 2022-23 के लिए सूचना विवरणिका जारी की और प्रबंधन विभाग के शोध जर्नल ‘गुरुग्राम यूनिवर्सिटी बिज़नेस रिव्यु‘ का भी विमोचन किया । इसके अलावा, उन्होंने डिजिटल ई-लाइब्रेरी का उद्घाटन भी किया ।

इस अवसर पर गुरुग्राम विवि. के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने राज्यपाल को प्रेजेंटेशन के माध्यम से विवि. की गतिविधियों तथा उपलब्धियों से अवगत करवाया और आगामी सत्र 2022-23 से शुरू होने वाले 15 नए रोजगारपरक कोर्साे की जानकारी दी । प्रो. दिनेश कुमार ने बताया कि विश्वविद्यालय में स्नातक , स्नातकोत्तर तथा डॉक्टरेट के कोर्स करवाए जा रहे हैं। उन्होंने ये भी बताया कि विश्वविद्यालय के साथ 33 महाविद्यालय संबंद्ध है और यहां पर इन्टीग्रेटिड एजुकेशन प्रोग्राम भी शुरू किए गए हैं। उन्होंने बताया कि इस विश्वविद्यालय में ओपन डिस्टेंस लर्निंग भी शुरू करने की योजना है। इस विश्वविद्यालय को पूरे ग्लोब का विश्वविद्यालय बनाया जाएगा।उन्होंने भविष्य की योजनाओं का भी उल्लेख किया। इस अवसर पर गुरुग्राम विवि. के कुलसचिव डॉ. राजीव कुमार सिंह भी उपस्थित रहे।

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