उपायुक्त ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ सक्षम योजना की समीक्षा कर दिए आवश्यक दिशा निर्देश

बेहतर परिणाम देने वाले स्कूल प्राचार्यों को किया सम्मानित

गुरुग्राम, 05 जुलाई। जिला में शिक्षा के क्षेत्र में किए जाने वाले आवश्यक सुधारों के मद्देनजर जिला उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने सोमवार को लघु सचिवालय स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल में शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ सक्षम योजना की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को सक्षम योजना के तहत निर्धारित किए गए मापदंडों के अनुसार कार्य पूरा करने के भी निर्देश दिए।

डीसी श्री यादव ने बैठक में सक्षम योजना से जुड़ी विस्तृत पॉवरपॉइंट प्रेजेंटेशन देखने के बाद निर्धारित लक्ष्यों की पूर्ति के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने गुरुग्राम जिला में कोरोना के कारण पढ़ाई में पिछड़ गए बच्चों को फिर से आगे बढ़ाने के लिए शुरू किए गए प्रोजेक्ट उड़ान व राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की अनुपालना में प्राथमिक शिक्षकों को प्रशिक्षण देने के लिए शुरू किए गए निपुण हरियाणा मिशन के तहत जिला में चल रही गतिविधियों की विस्तृत रिपोर्ट भी देखी। बैठक में बताया गया कि अभी तक जिला में प्राथमिक शिक्षकों के 23 ग्रुप को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। वहीं वर्तमान में करीब 09 ग्रुप का प्रशिक्षण कार्य प्रगति पर है। डीसी श्री यादव ने बैठक में हरियाणा सरकार की फ्लैगशिप योजना यानी ई – अधिगम योजना की भी समीक्षा की, जिसमें बताया गया कि गुरुग्राम में माध्यमिक स्कूलों व वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों की संख्या 129 के करीब है, जिसमें अधिकतर स्कूलों में टैबलेट वितरण का कार्य पूरा किया जा चुका है। जिला में कक्षा नवीं से बारहवीं तक कुल विद्यार्थियों की संख्या 40 हजार के करीब है।

-डीसी ने खराब परफॉरमेंस देने वाले स्कूलों के प्राचार्यों को दिए सुधार के निर्देश

समीक्षा बैठक में पावर पॉइंट प्रजेटेंशन के माध्यम से जिले में गत वर्ष में रिजल्ट को लेकर खराब परफॉरमेंस देने वाले कुछ स्कूल स्क्रीन पर दिखाए गए। उनका रिजल्ट 28 प्रतिशत से 58 प्रतिशत तक था। डीसी ने एक एक कर सभी स्कूलों के प्रमुखों से खराब परफॉर्मेंस के कारण पूछने पर बताया कि खराब परफॉर्मेंस का पहला प्रमुख कारण कोरोना के कारण स्कूलों में कम हाजरी रहा, वहीं शहरी क्षेत्र के स्कूलों में प्रवासी आबादी इसका प्रमुख कारण थी जो अपने गृह राज्य में जाने के बाद लंबे समय तक स्कूल से अनुपस्थित रहते हैं। डीसी ने कहा कि चूंकि कोरोना का प्रसार अब लगभग खत्म हो चुका है, ऐसे में सभी स्कूल प्रमुख बच्चों के अभिभावकों से सीधा संवाद करें। उन्होंने कहा कि कमजोर बच्चों की स्थिति में सुधार लाने के लिए अध्यापकों को कड़ी मेहनत करनी होगी। उन्होंने कहा कि योजना की प्रगति सुनिश्चित करने के लिए स्कूलों का औचक निरीक्षण किया जाएगा। सभी अध्यापक पूरी निष्ठा एवं लग्न के साथ अपना कार्य करें तो इस योजना के तहत कमजोर बच्चों की स्थिति में सुधार अवश्य होगा।

-बेहतर परिणाम देने वाले स्कूलों के प्रमुखों को डीसी ने किया सम्मानित

बैठक में डीसी ने जिला के उन सभी स्कूल प्रमुखों को प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया जिनका गत वर्ष 10वीं और 12वीं का रिजल्ट शत-प्रतिशत रहा था। उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में जिला अग्रणी रहे, इस ओर शिक्षा विभाग के सभी अधिकारी और अध्यापक मिलकर काम करें जिससे कि बोर्ड परीक्षाओं का रिजल्ट और अधिक बेहतर आए। उपायुक्त ने बैठक में 10वीं व 12वीं में बेहतर परिणाम देने वाले स्कूल प्राचार्यों से अपनी रणनीति बताने के निर्देश पर गांव भांगरौला के राजकीय विद्यालय की प्राचार्य संतोष ग्रेवाल ने अपने अनुभव भी सांझा किए। गौरतलब है कि प्राचार्य संतोष ग्रेवाल के मार्गदर्शन के चलते पिछले कई वर्षों से गांव काकरोला -भांगरौला के स्कूल का परिणाम शत – प्रतिशत रहा है।

-स्कूलों में कंडम भवनों व सुविधाओं में बढ़ोतरी की रिपोर्ट तैयार करें एसडीएम व प्राचार्य

डीसी श्री यादव ने कहा कि जिला के चारों एसडीएम अपने क्षेत्र में प्रत्येक सप्ताह एक स्कूल विजिट अवश्य करें। इस दौरान वे स्कूलीं गतिविधियों का निरीक्षण करने के साथ ही वहां कंडम हो चुके भवनों व नए भवनों की जरूरत, स्कूल की चारदीवारी व गेट सहित शौचालयों की भी विस्तृत रिपोर्ट तैयार करें ताकि इस दिशा में सुधार के आवश्यक निर्णय लिए जा सकें। उन्होंने कहा कि उनका प्रयास रहेगा कि वे स्वयं भी हर सप्ताह एक स्कूल विजिट करें।

बैठक में गुरुग्राम की एसडीएम अंकिता चौधरी, पटौदी के एसडीएम प्रदीप कुमार, बादशाहपुर के एसडीएम सतीश यादव, सोहना के एसडीम जितेंद्र गर्ग, जिला शिक्षा अधिकारी कैप्टन इंदु बोकन, सर्व शिक्षा अभियान की जिला परियोजना समन्वयक कल्पना रंगा सहित शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारी व शिक्षकगण भी उपस्थित रहे।

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