गिरते हुए भूमिगत जल स्तर में होगा अभूतपूर्व फायदा 8.45 लाख क्यूबिक मीटर पानी रोकने की क्षमता रखेगा मूसनौता का बांध लगभग डेढ़ किलोमीटर की घाटी होगी पानी से लबालब लगभग 4.95 वर्ग किलोमीटर केचमेंट एरिया होगा उपचारित आवश्यकता पड़ने पर सिंचाई कार्यों में भी प्रयोग होगा पानी बड़ , पीपल , नीम की त्रिवेणी लगाकर की पौधारोपण अभियान की शुरुआत भारत सारथी/ कौशिक नारनौल । जल शक्ति अभियान एवं अटल भूजल योजना के तहत जिला के गांव मूसनौता में बन रहा चैक डैम आसपास के कई किलोमीटर के क्षेत्र के लिए वरदान साबित होगा। लगभग 5.11 करोड की लागत से बन रहा यह चैक डैम 8.45 लाख क्यूबिक मीटर पानी रोकने की क्षमता रखेगा। इसी संबंध में सोमवार शाम नांगल चौधरी के विधायक डॉ अभय सिंह यादव ने हमीदपुर बांध से गांव बदोपुर की खानों तक बनाए जाने वाली कच्ची ड्रेन व मूसनौता चेक डैम का निरीक्षण किया। विधायक ने आज सिंचाई विभाग के उपमण्डल अधिकारी के साथ आगामी बरसात के सीजन को देखते हुए नांगल चौधरी विधानसभा क्षेत्र में सिंचाई विभाग द्वारा कराए जा रहे उपरोक्त दोनों कार्यों का निरीक्षण किया। इस दौरान सिंचाई विभाग के उपमण्डल अधिकारी इंजि.राजेश कुमार ने बताया कि बरसात के समय फालतू पानी को हसनपुर रजवाहा के किलोमीटर 6.300 से निकलने वाली रिचार्ज चैनल के जरिए हमीदपुर बांध को भरा जाता है और हमीदपुर बांध के भरने के बाद जो फालतू पानी होता है उस पानी को कच्ची ड्रेन खोदकर गांव बदोपुर की खदानों में डालने का कार्य किया जा रहा है ताकि भूमिगत जल स्तर में सुधार हो सके। निरीक्षण के दौरान विधायक ने उपमंडल अधिकारी ( सिंचाई) को निर्देश दिए कि खुदाई की जा रही ड्रेन का स्लोप ठीक प्रकार से किया जाए ताकि इस ड्रेन में मिट्टी कटाव न हो व हमीदपुर बांध के पशिचम साइड की तरफ बनाई जा रही कच्ची पाल को कंक्रीट पिचिंग द्वारा पक्का किया जाए और फालतू पानी के ओवरफ्लो के लिए एक स्पिलवे का भी निर्माण किया जाए तथा खेतों का पानी जो नदी में गिरता है उन खेतो में पक्के नाले बनाकर दोहान नदी में डाला जाए ताकि निजी किसानों की भूमि भी खराब ना हो और ज्यादा से ज्यादा बरसाती पानी का सदुपयोग किया जा सके। गांव गोलवा व मूसनौता की पहाड़ियों के बीच पक्का चेक डैम का निर्माण किया जा रहा है। इस कार्य पर लगभग 5.11 करोड की राशि खर्च होने का अनुमान है। इस निर्माणाधीन चेक डैम की लंबाई तलहटी में 34 मीटर व ऊपरी स्तह की लंबाई 84 मीटर होगी। वहीं चेक डैम की नीचे से चौड़ाई 18 मीटर तथा ऊपर की चौड़ाई 2 मीटर तथा प्रस्तावित चेक डैम की ऊंचाई जमीनी स्तह से 16 मीटर का प्रावधान किया गया है। इस चेक डैम को सीमेंट क्रंकीट, शॉट क्रिटिंग, वायस मैस, वायर क्रेटस एवं रोक बोल्टिंग जैसी अत्याधुनिक तकनीक का प्रयोग करते हुए बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस बांध में गांव गोलवा एवं मूसनौता का डेढ़ किलोमीटर लंबे नाले का पानी इकट्ठा किया जाएगा तथा इस कार्य से लगभग 4.95 वर्ग किलोमीटर केचमेंट एरिया भी उपचारित होगा। इस चेक डैम में बरसात के सीजन में अधिकतम पानी उपलब्ध होगा जिसका अधिकतम डिस्चार्ज 19.21 क्यूबीक मीटर प्रति सेकंड प्रस्तावित है। इस बांध में पानी रोकने की क्षमता 845000 क्यूबिक मीटर है। इस कार्य का निर्माण होने के बाद भूमिगत जल स्तर में अभूतपूर्व वृद्धि होने का अनुमान है। इतना ही नहीं इस कार्य के पूरा होने के बाद आवश्यकता के समय सिंचाई कार्य में भी इस पानी प्रयोग किया जा सकेगा। इसके लिए एक हजार मिलीमीटर व्यास का पाइप लगाने का भी प्रावधान है। इस पानी से जंगली जानवरों एवं पक्षियों को भी पीने का पानी उपलब्ध हो सकेगा। निरीक्षण के दौरान विधायक नांगल चौधरी ने ऊपर बांध की साइट पर बड़ ,पीपल व नीम कि त्रिवेणी लगाकर पौधारोपण अभियान की शुरुआत की और उपस्थित गांववासियों से भी ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाने का आह्वान किया एवं विकास कार्यों बारे चर्चा की तथा सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि चेक डैम के कार्य की गति बढ़ाने की आवश्यकता है। कार्य की निर्धारित समय अवधि 6 माह निश्चित है लेकिन बरसात से पहले-पहले इस कार्य को पूरा किया जाए ताकि ज्यादा से ज्यादा फायदा क्षेत्र के लोगों को मिल सके। विधायक ने मौके पर निरीक्षक पुस्तिका में अपने सुझाव दर्ज किए तथा कार्य की गुणवत्ता को देखते हुए संतोष प्रकट किया तथा विभाग के अधिकारियों को पूरी सतर्कता बरतने के निर्देश भी दिये ताकि क्षेत्र के लोगों को भरपूर लाभ मिल सके। इस मौके पर सिंचाई विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के अलावा गांव मूसनौता के ग्रामीण उपस्थित थे। Attachments area Post navigation बाहर का उम्मीद्वार किसी भी सूरत में बर्दाश्त नही किया जाएगा : राधेश्याम गोमला उल्टी गंगा बहाने को चला नगर परिषद, सैन चौक का पानी गंदे नाले में निकालने की योजना