बच्चों को मूलभूत साक्षरता और संख्या ज्ञान में निपुण करें अध्यापक.
कक्षा तीन तक बच्चों को मूलभूत साक्षरता और गणित  में निपुण करें.
भविष्य में जटिल समस्याओं को समझने और हल करने में आसानी होगी.
हरियाणा के अंदर निपुण हरियाणा अभिमान से लागू किया गया

फतह सिंह उजाला

पटौदी। नई शिक्षा नीति 2020 के मुख्य घटक मूलभूत साक्षरता और संख्या ज्ञान को पूरे भारत में लागू करने के लिए शुरू किए गए निपुण भारत अभियान को हरियाणा के अंदर निपुण हरियाणा अभिमान से लागू किया गया है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत  राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय फर्रूखनगर में खंड फर्रूखनगर के प्राथमिक शिक्षकों के द्वितीय चरण के पांँच दिवसीय प्रशिक्षण का शुभारंभ हुआ।  

इस कार्यक्रम का उद्घाटन डाइट प्राचार्य परमजीत चहल एवं खंड शिक्षा अधिकारी रणधीर ने सामूहिक रूप से माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन व पूजा-अर्चना करके किया। इस प्रशिक्षण में 88 शिक्षक भाग ले रहे हैं। विद्यालय के प्राचार्य जितेन्द्र यादव ने इस कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों प्रशिक्षकों और प्रशिक्षण लेने के लिए आए सभी शिक्षकों का स्वागत और अभिनंदन किया।  उन्होंने प्रशिक्षण लेने वाले शिक्षकों को प्रेरणा देते हुए कहा कि हमें इस प्रशिक्षण को बहुत अच्छे तरीके से लेना चाहिए। हम राष्ट्र निर्माता के साथ-साथ बच्चे के सफल और सुनहरे भविष्य के नींव निर्माता भी हैं। हम सबका यह संकल्प होना चाहिए कि हम इस मिशन में सम्मिलित होकर इस अभियान को पूर्णतया सफल बनाएं। बच्चों को मूलभूत साक्षरता और संख्या ज्ञान में निपुण करने से उनको जीवन में आगे चलकर जटिल समस्याओं को समझने और हल करने में आसानी होगी।

डाइट प्राचार्य परमजीत चहल ने अपने सम्बोधन में कहा कि हमें निपुण भारत कार्यक्रम के अंतर्गत कक्षा तीन तक के सभी बच्चों को मूलभूत साक्षरता और गणित कौशल में निपुण करना है। उन्होंने निपुण हरियाणा के अंतर्गत होने वाले अध्यापकों के प्रशिक्षण के बारे में बताया और सभी अध्यापकों को बेहतरीन तरीके से प्रशिक्षित होने के लिए प्रोत्साहित किया। एफ.एल.एन प्रशिक्षण अभियान के लिए निपुण मिशन के जिला नोडल संयोजक मनोज कुमार लाकड़ा ने कहा कि निपुण हरियाणा तीन चरणों में लागू किया जाएगा। इस दौरान सभी अध्यापक साक्षरता और संख्या ज्ञान के विषय के में जानेंगे । साक्षरता के चार घटक-पढ़ना,लिखना,सुनना,बोलना और प्राथमिक कक्षाओं के लिए भाषा के मुख्य क्षेत्र-मौखिक भाषा, विकास ध्वनि जागरूकता, डिकोडिंग,पठन- पाठन और पढ़कर समझना व समझ के साथ लेखन पर बातचीत की जाएगी। प्राथमिक कक्षाओं के लिए संख्या ज्ञान के प्रमुख क्षेत्र संख्याओं की पहचान, स्थानीय मान की समझ,3 अंको की जोड़ व घटा ,2 अंकों की समस्याओं को हल करना,आकार और पैटर्न की समझ, लंबाई,ऊंचाई और वजन की अवधारणाओं की समझ पर गतिविधि आधारित शिक्षण विधियांँ सिखाई जाएंगी। यह प्रशिक्षण नरेश,पुष्पा,अभिषेक गौड,तेजपाल,सुरेश कुमार,हरेल चतुर्वेदी द्वारा प्रदान किया जाएगा।

error: Content is protected !!