धार्मिक कट्टरता की आड़ में उड़ाई जा रही है संविधान की धज्जियाँ:एडवोकेट मोहित अरोड़ा सुप्रीम कोर्ट ने नूपुर शर्मा के साथ सरकारों को भी लगाई है फटकार: एडवोकेट इन्दल हिसार,2 जुलाई 2022 – सुप्रीम कोर्ट के वकील कार्तिक संदल, जिला बार एसोसिएशन हिसार के पूर्व प्रधान एडवोकेट मोहित अरोड़ा व सदस्य एडवोकेट बजरंग इन्दल व एडवोकेट सुनील पुनिया बिश्नोई ने देश में विभिन्न समूह व साम्प्रदायिक ताकतों द्वारा परोसी जा रही धार्मिक कट्टरता व इनसे उपजे हालातों पर चिंता जाहिर की है। एडवोकेट कार्तिक संदल ने सुप्रीम कोर्ट की चिंताओं को उद्धरित करते हुए कहा की संविधान के अनुच्छेद 21 की मूल भावनाओं को छुपी हुई विशेष ताकतों द्वारा तार -तार किया जा रहा है। नूपुर शर्मा व कन्हैयालाल के मामले में ज्यादा विभिनता नहीं है। दोनों ही घटनाओं ने देश को दुनियाभर में शर्मसार किया है। एडवोकेट कार्तिक संदल व एडवोकेट मोहित अरोड़ा ने कहा की केंद्र सरकार को इन दोनों ही संवेदनशील मामले में गंभीरता दिखाते हुए क़ानून के हिसाब से कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा की एक तरफ जहाँ संविधान जहां हर तरह की असीम व्यक्तिगत स्वतंत्रता देता है वहीं कुछ कर्तव्यों के निर्वहन के लिए भी बाध्य करता है। सत्ता और साम्प्रदायिक ताकतों से जुड़े लोग अपनी आजादी को घमंड से तोल रहे है और संविधान की खुलेआम अवहेलना कर रहे है। नूपुर शर्मा ने देश को जानबूझकर साम्प्रदायिकता की आग में झोका है। वहीं सत्ता पक्ष का संरक्षण मिलने से 4 राज्यों में 9 एफआईआर दर्ज होने के बाद भी उनकी गिरफ्तारी नहीं होना चिंतनीय व कानूनों का मजाक बनाना है। वहीं माननीय सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को नूपुर शर्मा के साथ सरकारों को भी साम्प्रदायिक मामलों में जमकर फटकार लगाई है। एडवोकेट कार्तिक संदल व एडवोकेट बजरंग इन्दल ने कहा की राजस्थान के उदयपुर में कन्हैयालाल की बर्बर हत्याकांड में भी विभिन्न जाँच एजेंसीयाँ विरोधाभाषी बयान जारी कर रही है जिन पर सरकार को लगाम लगानी चाहिए। Post navigation लेखक अपनी दुनिया खुद बनाता है और समाज में निराशा नहीं फैलाता : ममता कालिया कोरोना योद्धाओं का आमरण अनशन का तीसरा दिन