शब्द शक्ति साहित्यिक संस्था ने किया आयोजन गुरुग्राम – शब्द शक्ति साहित्यिक संस्था गुरुग्राम के तत्त्वावधान में द्रोणाचार्य राजकीय महाविद्यालय न्यू रेलवे रोड, गुरुग्राम में 26 जून, 2022 रविवार को प्रातः 10 बजे लोकार्पण समारोह एवं पुस्तक चर्चा का आयोजन किया गया । संस्कृति गौड़ के मधुर कंठ द्वारा प्रस्तुत संगीतमय सतस्वती वंदना एवं अतिथिगण द्वारा दीप प्रज्जवलन से विधिवत कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ । कार्यक्रम का सधा हुआ संचालन संस्थापक अध्यक्ष नरेन्द्र गौड़ ने किया । रोहतक से पधारे वरिष्ठ साहित्यकार मधुकांत जी, आशा खत्री लता, दिल्ली से डायमंड पॉकेट बुक्स के संपादक एम. एम. चंद्रा , घमंडी लाल अग्रवाल, उमेद सिंह, कृष्ण कटारिया ने मंच को सुशोभित किया । अतिथिगण के कर कमलों से लाडो कटारिया के लघुकथा संग्रह ‘मेरी मिनी’ को लोकार्पित किया गया । सविता उपाध्याय ने पुस्तक की विस्तृत समीक्षा प्रस्तुत करते हुये पुस्तक को ‘धरोहर’ की संज्ञा दी । उन्होंने कहा कि समाज की प्रमुख समस्याओं के साथ पारिवारिक समस्याओं को पुस्तक में समाहित किया गया है । इसमे रूढ़िवादी परंपराओं के प्रति असंतोष है तो उससे मुक्ति के उपाय भी हैं । ततैया की तरह डंक मारती हुई एवं किसी फुलझड़ी सी आँखों को चकाचौध कर अंतस को जगाने वाली लघुकथाएँ प्रभावित करती हैं । डॉ मनोज तिवारी ने सकारात्मक व नकारत्मक दोनो पक्षों का बड़ी बेबाकी से विश्लेषण किया । उन्होंने संग्रह को पारिवारिक, सामाजिक सरोकारों, पर्यावरण व प्रयोगात्मक चार भागों में विभाजित कर समीक्षा प्रस्तुत की । उन्होंने कहा कि संग्रह में जहाँ कुछ लघुकथाएँ प्रेरक हैं, वहीं एक – दो लघुकथाओं में समाज के प्रति नकारात्मक संदेश भी है । कुछ कथ्य ऐसे हैं जो लघुकथा के लिए उपयुक्त नहीं है जिसके प्रति लेखक को सचेत रहने की आवश्यकता है । माही ने बहुत सुंदर भजन प्रस्तुत कर वातावरण को संगीतमय कर दिया । आर. एस. बोकन ने लेखिका के स्वकथन का पाठ किया । उन्होंने कहा भावनाओं की दृष्टि से , संदेश प्रेरक लघुकथाएँ साधुवाद की पात्र हैं । यद्यपि कुछ प्रूफ रीडिंग की गलतियां रह गयीं जिनसे बचा जा सकता था । एम. एम. चंद्रा ने बड़े साफगोई से अपनी बात कही साहित्य समाज का निर्माण करता है, उन्हें परिष्कृत करता है । उन्होंने साहित्यकारों से आह्वान किया लघुकथा की सैद्धांतिकी तय कर इस विधा में अपना योगदान दें । आशाखत्री लता ने कहा लेखिका के कृतित्व व व्यक्तित्व में साम्यता देखने को मिलती है । घमंडी लाल अग्रवाल ने सार्थक महिला लेखन की बात करते हुये कहा कि हरियाणा में सबसे ज्यादा महिलाएं गुरुग्राम में सृजनरत हैं । उन्होंने लेखिका के पारिवारिक पृष्ठभूमि के बारे में भी संक्षेप में बताया । मधुकांत जी ने कहा, लेखिका में चित्रकला में निपुण, आदर्श शिक्षक व साहित्यकार के रूप में मुझे त्रिवेणी दिखाई देती है । लाडो कटारिया ने संग्रह से अपने प्रिय लघुकथा ‘वारिस’ का पाठ किया जिसे श्रोताओं ने उन्मुक्त कंठ से सराहा । कार्यक्रम का संगीतमय समापन प्राचार्य वीरेंद्र आंतिल के सुरीले गीत से हुआ । इस अवसर पर अशोक जैन, डॉ मुक्ता, अनिल श्रीवास्तव, सविता गुप्ता, इंद्रदेव गुप्ता, सुरेश वशिष्ठ, आर.एस. बोकन, त्रिलोक कौशिक, हरेन्द्र यादव , नरेन्द्र खामोश , कुलदीप शर्मा, राजेन्द्र शर्मा, सुशीला यादव, राधा शर्मा, मेघना शर्मा, सौरभ तिवारी, प्रेमलता चौधरी, रेनू गौड़, कोमल कटारिया, मीनू कटारिया, विधु कटारिया , सहित कई साहित्यकार, साहित्य प्रेमी उपस्थित थे । Post navigation दिल्ली पुलिस वर्दी में अपहरण करने तथा लूट के मामले में तीन गिरफ्तार स्वामित्व योजना के तहत हुई रजिस्ट्रियों की जाँच सीबीआई से कराने की माँग