मुख्यमंत्री यदि अग्निवीरों को हरियाणा में शत-प्रतिशत नौकरी देने के प्रति गंभीर होते तो वे कहते कि इस संदर्भ में विधानसभा में कानून पारित करवाएगी। विद्रोही
विगत 8 सालों से खट्टर जी हरियाणा के मुख्यमंत्री है, क्या उन्होंनेे अब तक भूतपूर्व सैनिकों को प्रदेश की नौकरियों में दिये गए आरक्षण के अनुसार सरकारी नौकरिया दी है? विद्रोही

22 जून 2022 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने योग दिवस पर योग कार्यक्रम में मुख्यमत्री मनोहरलाल खट्टर द्वराा हरियाणा के भावी अग्निवीरों को सेना में नौकरी के बाद मात्र 4 साल बाद रिटायर होने बाद शत-प्रतिशत नौकरी देने की गारंटी को युवाओं को ठगने का कुप्रयास बताया। विद्रोही ने कहा कि योग शारीरिक व मानसिक शुद्धि व शांति के लिए कोई भी व्यक्ति करता है। योग दिवस पर योग कार्यक्रम में कोई भी यह आशा नही करता है कि मानसिक व शारीरिक उन्नति के लिए किये योग अवसर पर कोई व्यक्ति ऐसा महाझूठ बोलेगा जो उसके पूर्व आचरण से पैसे भर भी मेल नही खाता हो। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने सेना भर्ती की अग्निपथ योजना के तहत चार वर्ष के लिए ठेके पर भर्ती किये जाने वाले सैनिकों को सेना से निकालने के बाद प्रदेश के सम्बन्धिते अग्निवीरों को शत-प्रतिशत सरकारी रोजगार देने की गंारटी का जुमला उछालकर अनैतिकता व असत्य बोलने की सभी हदे पार कर दी। विद्रोही ने कहा कि कथित अग्निवीरों को की पहली खेप 2026 के बाद रिटायर होगी। पहला सवाल तो यही खड़ा होता है कि इस बात की गारंटी खट्टर जी को किसने दी कि अक्टूबर  2024 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा जीतेगी और वे ही मुख्यमंत्री बनेंगे।

 दूसरा सवाल यह है कि मुख्यमंत्री की घोषणा को संघी व भक्त तो गारंटी मानकर ताली ठोक सकते है व युवाओं को मूर्ख बना सकते है, लेकिन क्या यह गारंटी विधानसभा में कानून बनाये बिना कोई महत्व रखती है? मुख्यमंत्री यदि अग्निवीरों को हरियाणा में शत-प्रतिशत नौकरी देने के प्रति गंभीर होते तो वे कहते कि इस संदर्भ में विधानसभा में कानून पारित करवाएगी। परन्तु ऐसा न कहकर खट्टर जी तो जुमला उछालकर चलते बने और यदि खट्टर जी अग्निवीरों को नौकरी देने का गारंटी कानून बना भी देते है तो सुप्रीम कोर्ट द्वारा निर्धारित आरक्षण सीमा 50 प्रतिशत उल्लघंना वे कैसे करेगे? तीसरा महत्वपूर्ण सवाल यह है कि विगत 8 सालों से खट्टर जी हरियाणा के मुख्यमंत्री है, क्या उन्होंनेे अब तक भूतपूर्व सैनिकों को प्रदेश की नौकरियों में दिये गए आरक्षण के अनुसार सरकारी नौकरिया दी है? चौथा सवाल यह है कि हरियाणा के कुल 2.09 लाख भूतपूर्व सैनिकों में से 29275 पूर्व सैनिकों ने नौकरी पाने के लिए सरकार के पास रजिस्टेऊशन करवा रखा है, पर इनमें से अभी तक केवल 534 अर्थात 1.82 प्रतिशत लोगों को ही रोजगार मिला है। पांचवां सवाल यह है कि हरियाणा में सी गु्रप की सरकारी नौकरियों के लिए लगभग 10 लाख युवा कतार में खड़े है। वहीं हरियाणा में हर साल केवल 9 से 10 हजार सरकारी कर्मचारी रिटायर होते है। केन्द्र, निजी व हरियाणा सरकार की विभिन्न सर्वे एजेंसियों के अनुमान के अनुसार प्रदेश में 15 से 26 लाख युवा बेरोजगार है। जब हरियाणा के पहले ही बेरोजगार 26 लाख लोगों को प्रदेश सरकार सरकारी व गैरसरकारी नौकरी दिलवाने में सक्षम नही है तो इन अग्निवीरों को क्या आसमान में नौकरी देगी?

विद्रोही ने सवाल किया कि जब भाजपा खट्टर सरकार सेना से रिटायर होने वाले पूर्व सैनिकों को भी उनके तय कानूनी कोटे अनुसार विगत 8 सालों में नौकरी नही दे पाई है तो भावी अग्निवीरों को 2026 के बाद शत-प्रतिशत सरकारी नौकरी देगी, यह युवाओं, प्रदेश व देश के साथ क्रूर मजाक नही तो क्या है? चाहे मोदी जी हो या खट्टर जी या अन्य कोई भाजपा-संघी नेता हो, वे जो चाहे फेंकते रहते है, अपनी कही बात को कभी पूरा नही करते। जुमला उछालो, भावनात्मक रूप से ठगो, लोगों की वोट हडपों और सत्ता पाकर अपनी बात को जुमला कहकर पल्ला झाड़ लो, यहीं संघीयों का मूलमंत्र है। 

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