गुरुग्राम विवि. में नए शैक्षणिक सत्र 2022-2023 से शुरू होंगे दो नए रोजगारपरक कोर्स, छात्रों के लिए सफलता की राह करेंगे आसान
रोजगारोन्मुखी व व्यवसायिक शिक्षा प्रदान करने के उदेश्य से साइन एमओयू
कौशल और शिक्षा का आपसी संबंध मजबूत होना चाहिए : प्रो. दिनेश कुमार

गुरुग्राम 20 जून-सोमवार, छात्रों को रोजगारोन्मुखी व व्यवसायिक शिक्षा प्रदान करने के उदेश्य से गुरुग्राम विश्वविद्यालय ने विश्वविख्यात इंटरनेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन ,लंदन ,यूके (ISDC) के साथ एक एमओयू साइन किया। इस अवसर पर गुरुग्राम विवि. के मा. कुलपति प्रो. दिनेश कुमार एवं टेरेसा जैकब्स, कार्यकारी निदेशक, आईएसडीसी, लंदन की अगुवाई में गुरुग्राम विवि की और से विवि. के कुलसचिव डॉ. राजीव कुमार सिंह और आईएसडीसी की और से ISDC इंडिया के जोनल हेड श्री विकास खोसला द्वारा एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए।

एमओयू का उद्देश्य नई शिक्षा नीति के तहत छात्रों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उद्यमिता कौशल, उद्यमिता शिक्षा के सतत विकास और जीयू के छात्रों को विश्वविद्यालय में ही व्यावसायिक प्रशिक्षण की सुविधा मुहैया करवाना है । एमओयू के तहत गुरुग्राम विवि. में आगामी सत्र 2022-23 से दो नए रोजगारपरक कोर्स शुरू किए जाएंगे, जिसमें पीजी डिप्लोमा इन बिजनेस एनालिटिक्स, पीजी डिप्लोमा इन डिजिटल मार्केटिंग शामिल है। नई शिक्षा नीति- 2020 के तहत इन दोनों कोर्सो को शुरू किया जाएगा । गुरुग्राम विवि. में ही छात्र इन कोर्सो को कर पाएंगे । दोनों संस्थान मिलकर कोर्स को सुचारु रूप से चलाने के लिए उचित समीक्षा,योजना के आधार पर कोर्स से सम्बंधित उपयुक्त शिक्षकों की व्यवस्था करेंगे ।

बता दे कि आईएसडीसी लंदन यूके की एक अग्रणी शिक्षा और कौशल विकास कंपनी है । ISDC ने वैश्विक स्तर पर सेवाओं के साथ भविष्य के कौशल को विकसित करने की जिम्मेदारी साझा करने के लिए मंच तैयार किया है, दुनिया भर में कौशल विकास और व्यावसायिक शिक्षा की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए यह कार्यरत है।

इस अवसर पर उपस्थित गुरुग्राम विवि. के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने कहा कि आज के समय में कौशल विकास और व्यावसायिक शिक्षा की बढ़ती मांग को देखते हुए हमने आईएसडीसी के साथ यह साझेदारी की है ताकि गुरुग्राम विवि में पढ़ने वाले छात्रों को उद्यमिता कौशल, उद्यमिता शिक्षा और प्रशिक्षण की सुविधा मिले और वे निरंतर प्रगति करते हुए आगे बढ़ सकें।आगे कुलपति ने कहा कि व्यवसायिक शिक्षा की शुरुआत करने का उद्देश्य छात्र-छात्राओं में कौशल एवं दक्षता का विकास कर उन्हें रोजगारोन्मुख बनाना है ।

उन्होंने कहा कि कौशल और शिक्षा का आपसी संबंध मजबूत होना चाहिए क्योंकि भविष्य के कौशल को विकसित करने की जिम्मेदारी हम सब की है। इस अवसर पर शोन बाबू , आईएसडीसी,बेंगलुरु, कर्नाटक के रीजनल ऑफिस के मैनेजर सिद्दांत चंदेल,गुरुग्राम विवि के फैकल्टी ऑफ़ कॉमर्स एंड मैनेजमेंट की डीन डॉ. अमरजीत कौर ,डॉ. राकेश कुमार योगी ,प्रो. नीरा वर्मा,डॉ. अशोक खन्ना,डॉ. नीलम वशिष्ठ समेत विवि के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे ।

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