डयूटी मजिस्ट्रेट तहसीलदार रीटा ग्रोवर में किया फलैग मार्च. अग्निपथ सेना भर्ती योजना का विरोध प्रदर्शन करने की आशंका. पटौदी रोड स्टेशन और इंछापुरी रेलवे स्टेशन पर दूसरा दिन. पटौदी एसीपी और जीआरपी पटौदी व आरपीएफ प्रभारी सक्रिय फतह सिंह उजाला पटौदी । युवाओं को सेना में भर्ती करने के लिए घोषित की गई अग्निपथ नई भर्ती योजना रास नहीं आ रही है । यही कारण है कि जगह जगह विभिन्न स्थानों पर इस योजना का युवाओं के द्वारा जबरदस्त तरीके से विरोध का सिलसिला शनिवार को भी बना रहा । इसी कड़ी में लगातार दूसरे दिन दिल्ली और रेवाड़ी के बीच पटौदी रोड रेलवे स्टेशन तथा इच्छापुरी रेलवे स्टेशन पर युवाओं द्वारा ट्रेन रोकने सहित हंगामा करने की आशंका को देखते जीआरपी, आरपीएफ और हरियाणाा पुलिस अलर्ट मोड पर दिखाई दी। इससे पहले शुक्रवार को करीब 40 से 50 युवाओं की टोली पटौदी रोड रेलवे स्टेशन और इसके बाद कुछ ही दूरी पर मौजूद इच्छापुरी रेलवे स्टेशन पर अपना विरोध दर्ज कराने के लिए पहुंची थी। हालांकि युवकों की एक टोली बेहद पटौदी स्टेशन के निकट गुप्त रूप से इस उद्देश्य के साथ पहुंची थी कि मौका लगते ही ट्रेन आने के समय पर हंगामा किया जाए और ट्रेन का आवागमन भी बाधित किया जा सके । लेकिन हंगामे की नियत से पहुंचे युवाओं के बारे में समय रहते पटौदी जीआरपी चौकी प्रभारी कृष्ण यादव को जानकारी मिल गई। इसके बाद में मामले की गंभीरता और युवाओं के द्वारा किए जा रहे उग्र प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए पटौदी थाना, हेली मंडी पुलिस चौकी तथा एसीपी पटौदी कार्यालय को इस विषय में जानकारी दी गई। शनिवार को डयूटी मजिस्ट्रेट तहसीलदार रीटा ग्रोवर की अगुवाई में एसीपी पटौदी हरिंद्र शर्मा, जीअआरपी पटौदी चौकी प्रभारी कृष्ण यादव, आरपीएफ थाना प्रभारी दिल्ली कर्म सिंह यादव, हेलीमंडी पुलिस चौकी प्रभारी महेश नागर ने दलबल सहित पटौदी और इंछापुरी रेलवे स्टेशनों पर फलैैग मार्च किया। इस दौरान सुरक्षाकर्मी पुुरी तरह किसी भी प्रकार के हुड़दंग सहित हंगामाकारियों से निपटने के लिए अपने हथियार सहित बुलेटपू्रफ जैकट से लैस रहे। हालांकि ट्रेनों के आने-जाने का समय भी था । ट्रेनों के आवागमन के समय यात्रियों का रेलवे स्टेशन पर मौजूद रहना भी स्वभाविक है , ऐसे में हंगामे की नियत से पहुंचे युवाओं की पहचान करना भी पुलिस प्रशासन के लिए चुनौती साबित हो सकता था । फिर भी अनुभवी पुलिस अधिकारियों के द्वारा संयम दिखाते हुए ट्रेनों की रवानगी का इंतजार किया गया । इसके बाद में जो भी युवक दाएं बाएं संदिग्ध अवस्था में दिखाई दिए , जैसे ही उन लोगों के साथ में पूछताछ करते हुए उनके वहां पहुंचने का कारण पूछा गया। पटौदी जीआरपी चौकी के प्रभारी कृष्ण यादव के मुताबिक समय रहते जानकारी मिलने के कारण पटौदी और इंशा पूरी रेलवे स्टेशन पर युवकों के द्वारा हंगामा किया जाना या फिर ट्रेनों का आवागमन प्रभावित किया जाना, इन सभी योजनाओं को पूरी तरह से नाकाम करने के लिए सभी सुरक्षाबल एक्शन मोड में ही रहे। इतना ही नहीं स्टेशन पर आने जाने वाली सभी ट्रेनों पर भी नजर रखी गई और ट्रेनों से उतरने और ट्रेन में सवार होने वाले यात्रियों विशेष रूप से युवाओं पर विशेष रुप से ध्यान दिया गया । Post navigation अग्निवीर : ये अपने हकों की खातिर युवाओं की जंग है तानाशाही सत्ता के खिलाफ : सुनीता वर्मा पूर्व सैनिक संघ व विश्व संवाद केंद्र मानेसर का अग्निपथ को समर्थन