अग्निपथ योजना के जो समर्थक है वो युवाओं के दुश्मन हैं

18/6/2022 :- ‘देश के रक्षामंत्री द्वारा जारी की गई अग्निपथ योजना को लेकर देशभर में जो बवाल मचा है उसे लेकर बीजेपी बहुत सतर्क है। राष्ट्रीय नेताओं में अपने नम्बर बनाने के चक्कर में चंद बीजेपी विधायक व एमपी ही सरकार की इस योजना के पक्ष में युवाओं को समझाते हुए नजर आते हैं, अन्यथा अधिकतर बीजेपी नेताओं ने इस मसले पर चुप्पी ही साध रखी है। अब उनका ये मौन युवाओं के गुस्से के डर की वजह से है या फिर वो इस योजना को इन युवाओं के हित में नही मानते इस कारण से चुप्प हैं ये तो वो जानें। किन्तु जिस तरहं से विपक्ष इस मुद्दे पर युवाओं के साथ है वैसे बीजेपी नेता अभी कोई फैसला नही ले पायें हैं।

आंदोलनकारी क्षात्रों के समर्थन में उतरी महिला कांग्रेस की नेत्री सुनीता वर्मा ने प्रेस के नाम जारी विज्ञप्ति में कहा कि देश जल रहा है, युवा निराश है और हताशा में सडकों पर है। सरकार ने सही पथ पर धकेलने की बजाये उन्हें अग्निपथ पर धकेल दिया है और हर बार की तरहं इस बार भी देश का प्रधानमन्त्री खामोश होकर भ्रमण पर निकला हुआ है। उन्होनें कहा कि ‘टूर ऑफ़ ड्यूटी’ का बॉयकाट करते हुए देश के आन्दोलनकारी युवाओं की सरकार से एयरफोर्स का रिजल्ट जारी करने, एसएससी व जीडी 2018 बैच की ज्वाइनिंग कराने और आर्मी भर्ती का कॉमन एंट्रेस टेस्ट जल्द कराने की मांग करते हुए सभी भर्तियों में उम्र सीमा की छुट की मांग कर रहे हैं जो की जायज है और कांग्रेस उनकी इन मांगों का समर्थन करती है। साथ ही कांग्रेस बीजेपी सरकार से मांग करती है की वो युवाओं को अग्निवीर बनाने वाली इस अग्निपथ योजना को तुरंत रद्द करे तथा युवाओं को नियमित रोजगार देने के लिए शीघ्र भर्ती आरम्भ करे।

महिला कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री ने उन लोगों पर भी निशाना साधा जो अग्निवीर होने के फायदे समझाते हुए उन्हें चार साल बाद मिलने वाले बीस लाख की राशि का जिक्र कर रहे हैं। उन्होनें उन को नसीहत देते हुए कहा कि ये सुबह सुबह उठ कर पहाड़ों, नदियों, खेतों और हाइवे की पटरियों पर दौड़ लगाते है, वो ऐसा सिर्फ चार साल की ठेके वाली भर्ती के लिए नही लगाते, बल्कि उनका एक सपना होता है भारतीय तिरंगे में लिपट कर या देश का नाम रौशन करने का, ना की 12 या 20 लाख लेने का।

वर्मा ने कहा कि सोशल मीडिया या फिर न्यूज़ चैनलों पर इस अग्निपथ योजना के फायदे गिनाने वालों को सबसे पहले अपनें बेटों को अग्निवीर बना करके एक आदर्श पहल की शुरुआत करनी चाहिए और सभी रक्षा विशेषज्ञ, रिटायर्ड ऑफिसर को भी अपनी पेंशनों का त्याग करके ये बताना चाहिए कि ये अग्निपथ योजना सही है। उन्होनें व्यंग्य के लहजे में कहा की किसान आंदोलन के समय जो भक्त कृषि अर्थशास्त्री बने थे, वो अब रक्षा विशेषज्ञ बन गए है।

कांग्रेस नेत्री ने कहा कि ये युवाओं के संघर्ष का ही परिणाम है की सरकार ने दबाव में आकर इस में बदलाव करना शुरु कर दिया। उन्होनें कहा कि अब देखना, पहले बार बार इस योजना को ‘रफ़ू’ किया जायेगा और जब पैचवर्क ज़्यादा दिखने लगेंगे, तो आंसू बहाने के साथ ही ये कहते हुए इसे रद्द भी किया जायेगा कि हमारी तपस्या मे ही कहीं कोई कमी रह गई थी जो युवाओं को हम इसके फायदे समझा नही पाये।

वर्मा ने बीजेपी सरकार को सुझाव देते हुए कहा कि देशभक्ति की भावना हर भारतीय के संस्कारों मे है, लेकिन फिर भी यदि सरकार इसमें कुछ अच्छा करना चाहती है तो उसे कक्षा 9वीं से ग्रेज्यूवेट तक प्रत्येक विद्यार्थी के लिए सभी प्राइवेट व सरकारी शिक्षण संस्थानों में एनसीसी को अनिवार्य किया जाना चाहिए, न की फौज की नौकरी को 4साल करें।

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