क्या इस बार भी बरसात में डूबेगा गुरुग्राम?

गुरुग्राम की विश्व में धाक है, क्या जलभराव के लिए?

भारत सारथी/ऋषि प्रकाश कौशिक

गुरुग्राम। क्या इस बार भी बरसात डूबेगा गुरुग्राम, यह शंका आम जनता की ही नहीं, अपितु गुरुग्राम के विधायक सुधीर सिंगला की भी है। आज उन्होंने यह शंका वार्ड 14 में एक सड़क का उद्घाटन करते हुए जाहिर की। उन्होंने अधिकारियों को वहीं पर निर्देश भी दिए कि नाले-नाली और सीवरेज की सफाई बरसात से पहले कर लें। और यदि स्थिति नहीं सुधरी तो वह अधिकारियों की कार्यप्रणाली की रिपोर्ट मुख्यमंत्री से करेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि गुरुग्राम के विकास पर अरबों रूपए खर्च हो रहा है और गुरुग्राम की विश्व में धाक है। उनके साथ उस समय निगम की मेयर मधु आजाद भी थीं। 

आज 12 जून है और 27 जून से मानसून आ जाता है। इस बार मौसम विभाग की मानें तो मानसून दो-तीन दिन पहले भी आ सकता है और प्री मानसून की बरसात तो कभी भी हो सकती है। ऐसी स्थिति में अब दिए गए ये निर्देश समय से बहुत बाद दिए हुए नहीं लगे?

हर वर्ष विधायक और प्रशासनिक अधिकारी दावा करते हैं कि गुरुग्राम में इस बार जलभराव नहीं होगा लेकिन हर बार जलभराव होता है। और जिस प्रकार विधायक जी ने कहा कि अरबों रूपए विकास कार्य पर खर्च किए जा रहे हैं। उसी प्रकार यदि हम विधायक जी से पूछें कि उन्होंने यह भी हिसाब लगाया है कि जनता का कितना नुकसान होता है? मैंने हर नहीं अपितु अधिकांश गुरुग्रामवासियों ने देखा है कि बरसात में सड़कों पर तो पानी भरता ही है लेकिन वह घरों में भी घुस जाता है और विशेषकर मध्यमवर्गीय और निम्न वर्ग के जनता के घरों में। और घर में पड़े सामान की कितनी बर्बादी होती है, वह अनुमान सहज लगाया जा सकता है। गत वर्ष तो यह भी सुना गया था कि विधायक निवास में भी बरसाती पानी भर गया था। ऐसी स्थिति में बरसात सिर पर होने पर यह ब्यान हास्यास्पद नहीं लगते।

आज विधायक जी सड़क निर्माण का उद्घाटन कर रहे थे तो विधायक और मेयर मधु आजाद ने यह सोचा कि बरसात आ गई तो यह सड़क निर्माण कैसे होगा? कहने का तात्पर्य यह है कि जो समय नाले, नालियां और सीवरेज की सफाई चैक करने का है, उस समय विधायक और मेयर निर्देश दे रहे हैं सफाई के। 

आम जनता का कहना है कि हर वर्ष यही होता है कि इस समय यह कार्य आरंभ किए जाते हैं और काम करने में समय लगता है, उसी समय में बरसात आ जाती है। पहली बरसात में ही खूब जलभराव होता है और उस जल के वेग से सीवर काफी हद तक साफ हो जाते हैं। और इसमें बिना कार्य हुए ही कार्य संपन्न हो जाता है तथा पेमेंट हो जाती है।

विधायक सुधीर सिंगला ने यह भी कहा कि यदि कार्य दुरूस्त नहीं हुआ तो वह उसकी शिकायत मुख्यमंत्री से करेंगे। क्या बताएंगे पिछले वर्ष में जब जलभराव हुआ था तो उन्होंने कितनों की शिकायत की?

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