कांग्रेस देश के पीड़ित वर्गों की आवाज हैं, वो उनके अधिकारों की लड़ाई लड़ती है और लडती रहेगी : सुनीता वर्मा

ईडी को आगे करके भाजपा की इस बदले की राजनीति का देश कड़ा जवाब देगा
ईडी के नोटिस पर राहुल गाँधी के नेतृत्व में लाखों कांग्रेसी पहुंचेंगें आज दिल्ली

12/6/2022 :- ‘देश को गुमराह करती इस अराजक सरकार के खिलाफ, देश को धार्मिक उन्माद की आग में झौंकने वाले इन तानाशाहों के खिलाफ और भाजपा झूठ द्वारा सच को दबाने की साजिश के खिलाफ हम लड़ते रहें हैं और लड़ते रहेंगें।’ उक्त बातें महिला कांग्रेस नेत्री सुनीता वर्मा ने प्रेस के नाम जारी विज्ञप्ति में कही, उन्होनें कहा कि जो माफीवीरों की औलादें एक नोटिस से गाँधी परिवार को डराने का ख्वाब पाले बैठे हैं वो इतिहास उठा कर देख लें, अंग्रेजी हुकुमत को झुका कर, देश को आजाद कराने वाले जो गौरों से नही डरे वो अब इस ईडी के डर से इन चोरों से क्या खाक डरेंगें।

महिला कांग्रेस नेत्री ने कहा कि आठ साल पहले काग्रेस पार्टी ने सत्ता खोकर कुछ नही खोया मगर देश और देशवासियों ने काग्रेस को खोकर अपना भविष्य खो दिया है। उन्होनें कहा कि अंग्रेजी हुकूमत का समर्थन करने की विचारधारा वाली ये बीजेपी बदले की भावना में इतनी अन्धी हो गई है कि इस पार्टी के तानाशाही प्रधानमंत्री ने कायराना व डरपोक साजिश रचते हुए नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी व श्री राहुल गांधी को अपनी पालतू ईडी से जो नोटिस जारी करवाया है वो निन्दनिय है।

वर्मा ने कहा कि देश में नफरत, वैमनस्य व साम्प्रदायिकता को बढाने वाली इस भाजपा की बदले की राजनीति का सभी भारतीय कड़ा जवाब देंगें, क्योंकि जनता जानती है कि देश को गुमराह करने के लिए कांग्रेस नेतृत्व के खिलाफ कायरतापूर्ण षड्यंत्र रचा जा रहा है और मंहगाई, बेरोजगारी, रूपये का अवमूल्यन, गिरती अर्थव्यवस्था, कश्मीर से पण्डितों का पलायन व पैगंबर मोहम्मद पर बीजेपी प्रवक्ताओं की अभद्र टिप्पणी से इस नोटिस द्वारा देशवासियों का ध्यान भटकाने की एक और करतूत है इन ड्रामेबाजों की।

उन्होनें कहा कि देश की जनता इन बहरूपियों की असलियत जान गई है कि ये लोग द्वेष और नफरत की राजनीति कर भारतीय लोकतंत्र पर प्रहार कर रहे हैं, देश के प्रजातंत्र पर बोले जा रहे इस हमले की लड़ाई को हम लड़ेंगे भी और जीतेंगे भी।
कांग्रेस नेत्री ने कहा कि नेहरु, गाँधी और पटेल द्वारा अंग्रेजों को देश से खदेड़ने के लिए जिस नेशनल हेराल्ड समाचार पत्र की शुरुआत 1937 में की गई थी, आज अंग्रेजों के उन्हीं मुखबिरों की पीढियाँ उसका बदला लेने के लिए उस हेराल्ड अखबार को बदनाम करने पर तुले हैं, ये वो अखबार है जिसके बारे में दुनियाभर में कहा जाता था की हिन्दूस्तान के स्वतन्त्रता संग्राम में निश्चित तौर पर क्या चल रहा है ये जानने के लिए नेशनल हेराल्ड पढें। उन्होनें कहा कि आजादी के दीवानों का सबसे बड़ा हथियार था ये नेशनल हेराल्ड, अन्ग्रेज कांपते थे इसके लेख से, इस पर उन्होनें प्रतिबंध भी लगाया था, किन्तु अब अंग्रेजों के चाटुकार भाजपा आरआरएस वाले गाँधी परिवार से अंग्रेजों का बदला ले रहे हैं।

वर्मा ने प्रेस के नाम जारी पत्र में कहा है कि नौ सालों में तानाशाही सरकार के हर हथकंडे नाकाम हुए हैं और हर बार सच की जीत हुई है। हम न सीबीआई से डरे न ईडी से डरेंगे। इसलिए ईडी के बुलावे पर लाखों कांग्रेसी आज गाँधी के नेतृत्व में दिल्ली पहुंचेंगें और पहले अंग्रेजी हुकूमत को झुकाया था, अब उनके वैचारिक उत्तराधिकारियों को झुकाएंगे। उन्होनें कहा कि भाजपा के सियासी हथकंडों से निर्दोष जनता की रक्षा के लिए और नफरत के विरुद्ध कांग्रेस का युद्ध जारी था, जारी है और जारी रहेगा, हम सब मिलकर लडेंगे। राष्ट्रहित से जुडे मूल्यों और आदर्शों की रक्षा के लिए हम न डरे हैं, न डरेंगें, हम लड़े थे और हम अब भी लडेंगें।

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