प्रदेश में घोटालेबाजों को संरक्षण दे रही है बीजेपी सरकार, अभी तक सामने आये घोटालों पर जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ती

2/6/2022 :- गठबंधन सरकार के दोनों सहयोगियों में ही आपस में प्रदेश को लूटने की होड़ लगी हुई है, भ्रष्टाचार चरम पर है, हर दिन कोई नया घोटाला सामने आ जाता है। और सरकार है की ईमानदारी का जोर जोर से ढोल पीट कर जनता का जुमलों से दिल बहला रही है।’ उक्त बातें महिला कांग्रेस नेत्री सुनीता वर्मा ने प्रेस के नाम जारी विज्ञप्ति में कही, उन्होनें बीजेपी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि यदि सीएम खट्टर ईमानदारी से स्कूली छात्रों को बांटे जाने वाले टैब की जांच कराये तो एक बहुत बड़ा घोटाला सामने आयेगा। उन्होनें कहा कि भ्रष्टाचार में जीरो टोलरेंस की बात करने वाली ये सरकार खुद ही भ्रष्टाचार, घोटालों और गबन के मामलों में आकन्ठ डूबी हुई है।

वर्मा ने कहा कि शराब घोटाला, रजिस्ट्री घोटाला, धान खरीद घोटाला, यमुना व डाडम में माइनिंग, दवाई, बिजली मीटर, भर्ती और पेपर लीक जैसे सकैडों घोटालों में ये सरकार कीर्तिमान स्थापित कर रही हैं। उन्होनें कहा कि इन घोटालों में सरकार की संलिप्तता इसी से समझी जा सकती है की किसी भी घोटाले की सरकार ने जांच नही कराई है, बल्कि अपने चहेतों को बचाने के लिए जांच के नाम पर सिर्फ लिपापोती की है, परिणामत: अपराधियों के हौंसले बढे हैं और प्रदेश के कोने-कोने से आए दिन, किसी न किसी विभाग में रिश्वतखोरी व भ्रष्टाचार की खबरें सामने आ रही है, बीजेपी-जेजेपी के मंत्री और अफसर ही भ्रष्टाचार कर प्रदेश को खोखला कर रहे है, प्रदेश के बदतर होते जा रहे हालातों को देखकर लगता है की इस गठबंधन सरकार में भ्रष्टाचार व लूट का अमृतमहोत्सव चल रहा है।

महिला कांग्रेस नेत्री ने कहा कि शिक्षा विभाग की ओर से 5 मई को 10वीं और 12वीं के छात्रों को फ्री टेबलेट देने की योजना की शुरुआत मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा की गई थी, जिसमें छात्रों और शिक्षकों को पीएएल सॉफ्टवेयर के साथ 2 जीबी डाटा फ्री देने का भी ऐलान किया गया। लेकिन सिम एक्टिवेशन के नाम पर कुछ अभिभावकों व अध्यापकों में ही इन्हें बांट कर वापिस ले लिए गए, जिससे साफ लगता है की ये टैब वितरण का काम केवल इनका इवेंटबाजी व खबरों में चर्चित होने के लिए ही था। उन्होनें कहा की लगभग 8 से 9 हजार की किमत वाले इन टैब को सरकार ही कभी 12 हजार तो कभी 15 हजार की किमत का बताने के साथ साथ कभी 3 लाख तो कभी 5 लाख टैब प्रदेश में बांटने का खोखला दावा कर रही है, जिस कारण से इसमें किसी बड़े गड़बड़झाले की बू साफ नजर आ रही है। लेकिन सरकार से इसमें हो रहे किसी सम्भावित बड़े घोटाले की जांच की उम्मीद करना बेमानी है, क्योंकि ये सब इन्ही की शह व देखरेख में हो रहा है।

जून माह की छुट्टियों से पहले इन्हे वितरण कर देने का दावा करने वाली इस सरकार की पोल पट्टी खुल गई की ये सरकार सिर्फ वही कार्य करती है जिसमें इन्हें गोलमाल करने का अवसर मिल सके। स्कूली बच्चों का भविष्य बर्बाद कर रही इस बीजेपी की संवेदनहीनता इसी बात से समझी जा सकती है की किताब या टैब के अभाव में पढाई का आधा सत्र बीत जाने के बाद भी बच्चों के हिस्से में ठगी व धोखे और सरकार के हाथ सिवाय कोरी घोषणाओं के खुछ नही है।

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