— धनखड़ ने गांव हसनपुर पहुंचकर लिया बाबा लड्डू वाले का आशीर्वाद— मनुष्य को अपनी संस्कृति और परंपराओं पर गर्व होना चाहिए – बोले धनखड़ सोनू धनखड़ झज्जर :-सनातन धर्म में जन्म लेकर हिंदू संस्कृति को जीना अपने आप में गौरव व गर्व की बात है। दुनिया भर में इससे बेहतर कोई भी संस्कृति नहीं है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष औम प्रकाश धनखड़ ने सोमवार को बादली हलके के गांव हसनपुर में बाबा लड्डू वाले मंदिर में पूजा अर्चना उपरांत यह बात कही। उन्होंने बाबा लड्डू वाले का आशीर्वाद लिया और भंडारे में प्रसाद ग्रहण किया। उन्होंने कहा कि गांव के धार्मिक स्थल हमारे अंदर सेवा की भावना के साथ अच्छे कार्य करने का आत्मविश्वास पैदा करते हैं। सदियों पुरानी हमारी समृद्ध संस्कृति और अच्छे नेक कार्य करने के लिए प्रेरित करती है। ऐसे धार्मिक आयोजन युवा पीढ़ी को मिलजुलकर कार्य करने की सीख देते हैं। धनखड़ ने कहा कि ग्राम देवता की स्मृति करने से मन में विश्वास का भाव पैदा होता है । ऐसे धार्मिक आयोजन जब पूरा गांव मिलकर करता है, इसलिए हमारे पूर्वजों ने गांव को गांव-राम का स्वरूप बताया है । गांव- राम मिलकर एक बार जो कार्य शुरू कर देता है वह सफल होता है। देश के लोगों ने ठाना कि अयोध्या में राम मंदिर बनाना है, वह भी अब साकार हो रहा है। लोगों ने ठाना की देश के करोड़ों लोगों की भावनाओं के अनुरूप दिव्य काशी -भव्य काशी बननी चाहिए। महादेव की नगरी को भव्य काशी का रूप दिया गया। अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण कार्य जोरों से चल रहा है। उन्होंने कहा कि मनुष्य को अपनी संस्कृति पर गर्व होना चाहिए। भाजपा की सरकार लोगों की भावनाओं के अनुरूप कार्य कर रही है और आगे भी करती रहेगी। गांव हसनपुर पहुंचने पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष औमप्रकाश धनखड़ का ग्रामीणों ने जोरदार अभिनंदन किया। इस अवसर पर बाबा लड्डू वाले आयोजन समिति के पदाधिकारी, आनंद सागर, संदीप हसनपुर, सोमवीर कोडान, नरेंद्र जाखड़, बलवान भिंडावास,अजीत कासनी,रामकिशन, मुकेश, प्रवीण जांगड़ा, दिलबाग थानेदार, प्रकाश माजरा, देवेंद्र सुहरा, सुनील डावला, अर्जुन, अमित, धोलू बाबरा, अशोक डावला, सीते फतेहपुर, झमन सौलधा, रणधीर, राजेश, धीरज, राजेंद्र, दीवान, विनोद मयाराम, नसीब, रोहतास सहित गणमान्य लोग और ग्रामीण मौजूद रहे। Post navigation बेरोजगारी को लेकर यूथ कांग्रेस ने फूंका सरकार का पुतला झज्जर-सोनीपत में खिला कमल, ढह गया कांग्रेस का गढ़