संडे को मास्टर बलवीर सिंह की अध्यक्षता में 12 गांव की पंचायत.
यह पंचायत गांव के ही बाबा भगत पूर्णमल मंदिर में हुई आयोजित.
पंचायत का फैसला आगामी 27 मई को 125 गांवों की महापंचायत.
कासन गांव की छह मामलों में जमीन का अधिग्रहण किया जा चुका.
आरोप पुराने एक्ट के तहत जमीन का अधिग्रहण किया जा रहा

फतह सिंह उजाला
पटौदी । 
पटौदी विधानसभा क्षेत्र के ही दिल्ली जयपुर हाईवे के साथ लगने वाले विभिन्न गांवों में जमीन अधिग्रहण का मुद्दा एक बार फिर से गरमा गया है। इस मुद्दे को लेकर संडे को गांव कासन के बाबा भगत पूर्ण मन मंदिर में मास्टर बलवीर सिंह की अध्यक्षता में आसपास के एक दर्जन गांवों की पंचायत का आयोजन किया गया । इस पंचायत में विभिन्न वक्ताओं ने अपने अपने विचार रखें और सर्वसम्मति से फैसला किया गया कि आगामी 27 मई को बाबा भगत पूर्णमल मंदिर परिसर मैं ही 125 गांवों की महापंचायत का आयोजन किया जाएगा । इस महापंचायत में जो भी फैसला किया जाएगा उसी फैसले के अनुरूप आगे की कार्रवाई पर अमल भी होगा ।

जानकारी के मुताबिक संडे को मास्टर बलबीर सिंह मानेसर की अध्यक्षता में आहूत एक दर्जन गांवों की पंचायत में विभिन्न वक्ताओं के द्वारा यह मुद्दा प्रमुखता से उठाया गया कि आसपास की गांवों की जमीन को पुराने अधिग्रहण एक्ट के तहत ही अधिग्रहित किया जा रहा है । आरोप लगाया गया कि जमीन को अधिग्रहण करने के लिए वर्ष 2011 में सेक्शन 4 कर दिया गया था, जिसके तहत 1810 एकड़ जमीन को अधिग्रहित किया जाने के लिए सेक्शन 4 लगा दिया गया है। जमीन अधिग्रहण किया जाने की वजह से संबंधित किसानों और किसान परिवारों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है । वही जमीन का जो दाम मिलना चाहिए था , उसमें भी जमीन आसमान का अंतर है । पंचायत में विभिन्न वक्ताओं के द्वारा इस बात पर भी अपना एतराज जाहिर किया गया कि हरियाणा सरकार बार-बार पुराने एक्ट के तहत ही जमीन का अधिग्रहण कर रही है, अब कभी नोटिस सेक्शन4-6 के नोटिस जारी कर अवार्ड की प्रक्रिया भी आरंभ की जा सकती है। जबकि जमीन अधिग्रहण किया जाने के लिए केंद्र सहित कथित रूप से केंद्र सहित सुप्रीम कोर्ट के द्वारा नई गाइडलाइन और एक्ट का प्रावधान किया गया है।

इस पंचायत में वक्ताओं ने बताया कि जिस प्रकार से सरकार के द्वारा जमीन का अधिग्रहण किया जा रहा है , उस नीति और नियत के कारण आसपास के गांव के किसान ही परेशान नहीं है , बलिक पूरे जिला गुरुग्राम को योजनाबद्ध तरीके से बर्बाद किया जा रहा है । सरकार की इस मनमानी को रोकने के लिए कासन और आसपास के सभी गांव के ग्रामीणों सहित किसानों और जमीन मालिकों को अब एकजुट होकर सरकार की मनमानी के खिलाफ आवाज उठानी ही पड़ेगी । गौरतलब है कि गांव कासन और आसपास के गांवों की जमीन के अधिग्रहण का मामला बीते कई वर्षों से सरकार सहित किसानों के बीच कथित रूप से विवाद का भी कारण बना हुआ है । ऐसी भी चर्चाएं हैं कि अधिग्रहण की गई जमीनों का जो भुगतान किया गया उस भुगतान को लेकर जमीन अधिग्रहण के नए एक्ट या फिर अध्यादेश के मुताबिक भुगतान नहीं किया जाने को लेकर भी प्रभावित किसानों अथवा ग्रामीणों में रोष बना हुआ है । कथित रूप से चर्चा तो यहां तक है कि सरकार के द्वारा किए गए भुगतान में से भी वापसी के लिए कथित रूप से नोटिस तक भेजे जाने की चर्चाएं अक्सर सामने आती रहती हैं ।

इन्हीं सब मुद्दों को लेकर संडे की एक दर्जन गांव की आहूत पंचायत में सर्वसम्मति से फैसला किया गया कि आगामी 27 मई शुक्रवार को पटौदी विधानसभा क्षेत्र के समस्त 125 गांवो की गांव कासन के बाबा भगत पूर्णमल मंदिर परिसर में महापंचायत का आयोजन किया जाएगा । इस महापंचायत में ही आगामी रणनीति बनाते हुए निर्णायक फैसला भी किया जाएगा । इस पंचायत में मुख्य रूप से सरपंच मनोज, सरपंच सचदेव, सरपंच उमेद, सरपंच गुलबीर सिंह, सरपंच रामपाल ढ़णा, सरपंच धर्मबीर मानेसर, सरपंच प्रदीप, सरपंच राजेश, सरपंच जोगिंद्र, सरपंच जोगाराम सहित अनेक लोग मौजूद रहे।

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