मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर जी में दम है तो अहीरवाल के आधे-अधूरे विकास कार्यो पर एक श्वेत पत्र जारी करने की हिम्मत दिखाये। 20 मई 2022 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर के इस दावे को हास्यास्पद बताया कि हरियाणा के सभी क्षेत्रों का समान विकास करने के लिए बजट की कोई कमी नही है और किसी भी क्षेत्र के साथ विकास कार्यो में भेदभाव नही किया जा रहा है। विद्रोही ने मुख्यमंत्री खट्टर के इस दावे को असत्य बताते हुए आरोप लगाया कि वे अहीरवाल-दक्षिणी हरियाणा क्षेत्र के साथ राजनीतिक कारणों से विकास कार्यो में न केवल भेदभाव कर रहे है अपितु विगत आठ सालों से कांग्रेस जमाने से शुरू की गई विकास परियोजनाओं के लिए न तो पर्याप्त बजट दे रह है और न ही उन्हे पूरा करवाने में गंभीरता दिखा रहे है। मुख्यमंत्री को खुली चुनौती है कि वे श्वेत पत्र जारी करके बताये कि जब 2014 में कांग्रेस ने सत्ता छोडी थी तब अहीरवाल के किन-किन विकास परियोजनाओं पर निर्माण कार्य शुरू था और उनमें अब तक कौनसी विकास परियोजनाओं में कब-कब विकास कार्य पूरा हुआ है। वहीं यह भी बताये कि कांग्रेस सरकार ने जो विकास परियोजनाएं अहीरवाल के लिए स्वीकृत करके उनके निर्माण की सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली थीे, उनकी स्थिति क्या है? वहीं खट्टर जी यह भी बताये कि मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने अहीरवाल के विकास के लिए जो-जो परियोजनाएं घोषित कीे थी, उनमें कौन-कौनसी परियोजना बनकर तैयारे हो गई और कौनसीे अधूरी पड़ी है और किस पर अभी तक निर्माण कार्य शुरू नही हुआ। विद्रोही ने कहा कि यदि खट्टर जी ऐसा श्वेत पत्र जारी करने की हिम्मत दिखाएंगे तो उनके प्रदेेश में विकास में भेदभाव न करने व विकास कार्यो के लिए बजट की कमी न होने के जुमले की पोल अपने आप खुल जायेगी। विद्रोही ने मुख्यमंत्री से पूछा कि कांग्रेस राज में 2014 में आधा बन चुका गोठडा-पाली सैनिक स्कूल के भवन निर्माण कार्य आठ साल बाद भी पूरा क्यों नही हो सका और इसको पूरा होने में और कितने साल लगेंगे? वर्ष 2013 में कृष्णनगर कोसली में शुरू हुए भक्त फूलसिंह महिला विश्वविद्यालय रीजनल सैंटर भवन निर्माण 8 साल बाद भी पूरा क्यों नही हुआ? बजट 2014 में माजरा श्योराज में स्वीकृत मेडिकल कालेज ठंडे बस्ते में क्यों है? मुख्यंमत्री खट्टर द्वारा 7 वर्ष पूर्व घोषित मनेठी-माजरा एम्स निर्माण की पहली सीढी भी पूरी क्यों नही हुई? पांच साल पूर्व प्रारंभ हुए रेवाडी सरकारी ब्याईज कालेज भवन निर्माण के लिए जमीन आज तक अलॉट क्यों नही हुई? रेवाडीे के सिविल अस्पताल व ट्रामा सैंटर को जोडने का पूल का काम चार सालों सेे अटका क्यों पड़ा है? इंदिरा गांधीे विश्वविद्यालय मीरपुर-रेवाडी के पूरे भवन 8 साल में क्या नही बने? विद्रोही ने पूछा कि गुरूग्राम विश्वविद्यालय काकरौला-भागरौला का भवन निर्माण अभी तक पूरा क्यों नही हुआ? तीन वर्ष पूर्व खुडाना-महेन्द्रगढ़ में घोषित आईएमटी पर एक ईंट भी क्यों नही लगी? बावल के मल्टी स्पेशयलिटी हब को 2015 मं नारनौल उठाकर ले जाया गया, पर वहां पर यह पिछलेे सात साल से क्यों नही बन सका? विद्रोही ने कहा कि उक्त मुद्दे तो मात्र एक बानगी है। यदि सभी विकास प्रोजेक्ट की चर्चा हो तो खट्टर जी के समान विकास व बजट की कमीे न होने के दावों की इतनी धज्जियां उड़ जायेगी कि उनकी गिनती करना भी मुश्किल हो जायेगा। खट्टर जी में दम है तो अहीरवाल के आधे-अधूरे विकास कार्यो पर एक श्वेत पत्र जारी करने की हिम्मत दिखाये। Post navigation मोदी सरकार प्रति क्विंटल 500 रूपये का बोनस गेंंहू पर किसानों देने का तत्काल फैसला करे : विद्रोही राजीव गांधी का अमर बलिदान देश सदैव याद रखते हुए उनके दिखाए रास्ते पर चलता रहेगा