विजिलेंस ने एसआई को रिश्वत लेते दबोचा, आरोपियों को केस से बाहर करने के लिए थे रुपए

एक को महेंद्रगढ़ दूसरे को कनीना में पकड़ा गया

भारत सारथी/ कौशिक

नारनौल। महेंद्रगढ़ जिला विजिलेंस टीम ने महेंद्रगढ़ और कनीना थाने में छापे मारकर दो पुलिस कर्मचारियों को रिश्वत की राशि सहित रंगे हाथों दबोचा है। विजिलेंस टीम ने पहले मामले में महेंद्रगढ़ सदर थाने में तैनात एक एसआई नरेश को दो लाख रुपये तो दूसरे मामले में दूसरी टीम ने कनीना थाने से एसआई नरेंद्र को 15 हजार रुपये की रिश्वत सहित दबोचा है।

जिला विजिलेंस की दो टीमों द्वारा की गई कार्रवाई के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। रिश्वत लेने के दोनों पुलिस कर्मचारियों को काबू कर पूछताछ के लिए विजिलेंस टीम अपने साथ लेकर चली गईं।

सदर थाना महेंद्रगढ़ : नरेश ने इस मामले में ली थी दो लाख रुपये की रिश्वत

सदर थाना महेंद्रगढ़ में चल रहे मुकदमा नंबर 304/21 में जांच अधिकारी एसआई रमेश कुमार थे। मामले में तीन-चार आरोपियों की गिरफ्तारी होनी बाकी थी। इन आरोपियों से गिरफ्तारी न करने की एवज में एसआई (सब इंस्पेक्टर) ने रिश्वत की मांग की। आरोपियों द्वारा मामले के अधिवक्ता से इसकी शिकायत की गई। 12 मई को अधिवक्ता ने आरोपियों से मुलाकात की तो उन्होंने बताया कि जांच अधिकारी द्वारा उनका नाम हटाने की एवज में 3 लाख रुपये की रिश्वत मांगी जा रही है। एसआई ने नाम हटाने की एवज में 50-50 हजार रुपये दो बार ऑनलाइन किसी अन्य खातों में ट्रांसफर कराए। इसके बाद 13 मई को एटीएम से 50 हजार रुपये भी निकलवाए। सोमवार को कोर्ट में चालान पेश करने के लिए गए एसआई ने चालान पेश करने के नाम पर दो लाख की रिश्वत की मांग की। अधिवक्ता के शिकायत देने के बाद टीम ने एसआई को दो लाख की रिश्वत सहित रंगे हाथों दबोच लिया।

विजिलेंस टीम में यह रहे शामिल

विजिलेंस टीम नवल किशोर शर्मा के नेतृत्व में पहुंची थी। कार्रवाई के लिए ड्यूटी मजिस्ट्रेट एसडीएम नारनौल मनोज कुमार को तैनात किया गया था। टीम में एसआई ईश्वर सिंह, ईएचसी मनोज कुमार, रवि कुमार, संदीप व चालक उदय सिंह शामिल रहे।

केस…2
कनीना थाना : एसआई नरेंद्र ने केस से नाम काटने के लिए मांगे थे 30 हजार रुपये

कनीना थाने में सोमवार को विजिलेंस टीम ने छापा मारकर एसआई नरेंद्र को रंगे हाथों रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। टीम के इंचार्ज निरीक्षक रणबीर सिंह ने बताया कि उन्हें कोका निवासी धर्मसिंह ने शिकायत दी थी कि कनीना थाने का एसआई नरेंद्र मामले से नाम काटने के लिए 30 हजार रुपये मांग रहा है, जिस पर गुरुग्राम से निरीक्षक रणबीर सिंह के नेतृत्व में विजिलेंस टीम कनीना थाने में पहुंची।

इस दौरान ड्यूटी मजिस्ट्रेट के रूप में सीटीएम डॉ. मंगल सैन भी मौके पर उपस्थित रहे। टीम ने धर्मसिंह को करीब 15 हजार रुपये एसआई नरेंद्र को देने के दिए। जब धर्मसिंह ने थाने में पहुंचकर एसआई नरेंद्र को रुपये थमाए तो टीम ने मौके पर ही उसे गिरफ्तार कर लिया।

10 लोगों के खिलाफ कराया था मारपीट का मामला दर्ज

बता दें कि गांव कोका निवासी अमिलाल के द्वारा 9 फरवरी को उसके घर में घुसकर मारपीट करने की शिकायत दी गई थी। धर्मसिंह, सिंहराम, कैलाश सहित करीब 10 लोगों के खिलाफ कनीना थाने में मामला दर्ज करवाया था। मामले में जांच अधिकारी एसआई नरेंद्र था। मामले से नाम काटने के लिए धर्मसिंह से 30 हजार रुपये की मांग की थी। धर्मसिंह ने इस संबंध में विजिलेंस टीम को सूचना दी। इस दौरान टीम निरीक्षक रणबीर सिंह, एसआई नरेश, एसआई – धर्मबीर, डीसी ऑफिस से सहायक कर्णसिंह मौके पर उपस्थित रहे।

जांच अधिकारी के रिश्वत लेने की सूचना मिली थी। महेंद्रगढ़ कोर्ट में चल रहे एक मामले में एसआई नरेश को दो लाख रुपये की रिश्वत सहित काबू किया गया है। पूछताछ के लिए टीम द्वारा एसआई को पुलिस हिरासत में लिया गया है। – नवल किशोर, विजिलेंस अधिकारी महेंद्रगढ़

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